स्टोररूम की डुप्लीकेट चाबी बनवाई, अस्पताल से चुराए फैक्टर-8 इंजेक्शन:बालाघाट के मोहगांव PHC का फार्मासिस्ट निकला चोर, एक अन्य आरोपी गिरफ्तार

बालाघाट जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर से फेक्टर-8 इंजेक्शन चोरी हो गए थे। मामले में बुधवार को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी मोहगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का फार्मासिस्ट जैनिस टेकाम है। उसके साथ गर्रा निवासी मनदीप टेकाम को भी पकड़ा गया है।चोरी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और स्कूटी बरामद पुलिस ने आरोपियों से चोरी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और स्कूटी बरामद की है। मामले का खुलासा 24 घंटे के भीतर कर लिया गया। सीएसपी वैशाली कराहलिया ने बताया कि जैनिस का अस्पताल में आना-जाना लगा रहता था। उसने ट्रॉमा सेंटर के स्टोर रूम की चाबी का डुप्लीकेट बनवाया। फिर अपने दोस्त के साथ मिलकर इंजेक्शन चुरा लिए। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की मदद से आरोपी पकड़ाए आरोपी इंजेक्शन को ऑटो से गर्रा ले गए। वहां से स्कॉर्पियो में लोड कर लालबर्रा क्षेत्र के लबादा के पास छिपा दिए। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की मदद से पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा। उनके पास से 8 लाख 32 हजार रुपए कीमत के चार कार्टून इंजेक्शन बरामद किए गए। सीएसपी ने बताया कि अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड की लापरवाही सामने आई है। यह भी जांच की जा रही है कि कोई गार्ड आरोपियों से मिला हुआ तो नहीं था। फार्मासिस्ट को पता था कि इन इंजेक्शन को बाहर बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसलिए उसने यह वारदात की। सीएचएमओ बोले- आरोपी पर नियमानुसार होगी कार्रवाई आरोपी के शासकीय अस्पताल में फार्मासिस्ट होने पर सीएचएमओ डॉ. परेश उपलप ने कहा कि पुलिस से जानकारी मिलते ही कर्मचारी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

स्टोररूम की डुप्लीकेट चाबी बनवाई, अस्पताल से चुराए फैक्टर-8 इंजेक्शन:बालाघाट के मोहगांव PHC का फार्मासिस्ट निकला चोर, एक अन्य आरोपी गिरफ्तार
बालाघाट जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर से फेक्टर-8 इंजेक्शन चोरी हो गए थे। मामले में बुधवार को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी मोहगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का फार्मासिस्ट जैनिस टेकाम है। उसके साथ गर्रा निवासी मनदीप टेकाम को भी पकड़ा गया है।चोरी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और स्कूटी बरामद पुलिस ने आरोपियों से चोरी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और स्कूटी बरामद की है। मामले का खुलासा 24 घंटे के भीतर कर लिया गया। सीएसपी वैशाली कराहलिया ने बताया कि जैनिस का अस्पताल में आना-जाना लगा रहता था। उसने ट्रॉमा सेंटर के स्टोर रूम की चाबी का डुप्लीकेट बनवाया। फिर अपने दोस्त के साथ मिलकर इंजेक्शन चुरा लिए। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की मदद से आरोपी पकड़ाए आरोपी इंजेक्शन को ऑटो से गर्रा ले गए। वहां से स्कॉर्पियो में लोड कर लालबर्रा क्षेत्र के लबादा के पास छिपा दिए। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की मदद से पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा। उनके पास से 8 लाख 32 हजार रुपए कीमत के चार कार्टून इंजेक्शन बरामद किए गए। सीएसपी ने बताया कि अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड की लापरवाही सामने आई है। यह भी जांच की जा रही है कि कोई गार्ड आरोपियों से मिला हुआ तो नहीं था। फार्मासिस्ट को पता था कि इन इंजेक्शन को बाहर बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसलिए उसने यह वारदात की। सीएचएमओ बोले- आरोपी पर नियमानुसार होगी कार्रवाई आरोपी के शासकीय अस्पताल में फार्मासिस्ट होने पर सीएचएमओ डॉ. परेश उपलप ने कहा कि पुलिस से जानकारी मिलते ही कर्मचारी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।