महेश्वर में सभी घाट जलमग्न:खरगोन में नर्मदा सामान्य से 5 मीटर ऊपर बह रही, निचले इलाकों में निगरानी

इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण खरगोन जिले में नर्मदा नदी उफान पर है। महेश्वर, मंडलेश्वर और बड़वाह में नदी का जलस्तर बढ़ गया है। बड़वाह में पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। महेश्वर में यह खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे बह रहा है। महेश्वर में सभी घाट डूब गए हैं। अहिल्या घाट की मुख्य रपट और अष्ट पहलू की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है। घाट स्थित किला गेट को बंद कर दिया गया है। नर्मदा का जलस्तर सामान्य स्तर 140 मीटर से 5 मीटर अधिक यानी 145 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान 149 मीटर पर निर्धारित है। साई मंदिर का केवल शिखर ही दिखाई दे रहा ओंकारेश्वर और इंदिरासागर बांध से कुल 12599 क्यूमेक्स पानी लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है। खरगोन जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। निचली बस्तियों में निगरानी की जा रही है। बड़वाह के नावघाट खेड़ी स्थित साई मंदिर का केवल शिखर ही दिखाई दे रहा है। यहां जलस्तर 163 मीटर के आसपास है। खतरे का निशान 163.980 मीटर के करीब है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर गुरुवार रात या शुक्रवार सुबह बांधों से अधिक पानी छोड़ा जाता है, तो निचले इलाकों में नर्मदा खतरे का निशान पार कर सकती है। ऐसी स्थिति में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर स्थित मोरटक्का पुल पर यातायात रोकना पड़ सकता है। देखिए तस्वीरें...

Jul 31, 2025 - 15:52
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महेश्वर में सभी घाट जलमग्न:खरगोन में नर्मदा सामान्य से 5 मीटर ऊपर बह रही, निचले इलाकों में निगरानी
इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण खरगोन जिले में नर्मदा नदी उफान पर है। महेश्वर, मंडलेश्वर और बड़वाह में नदी का जलस्तर बढ़ गया है। बड़वाह में पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। महेश्वर में यह खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे बह रहा है। महेश्वर में सभी घाट डूब गए हैं। अहिल्या घाट की मुख्य रपट और अष्ट पहलू की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है। घाट स्थित किला गेट को बंद कर दिया गया है। नर्मदा का जलस्तर सामान्य स्तर 140 मीटर से 5 मीटर अधिक यानी 145 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान 149 मीटर पर निर्धारित है। साई मंदिर का केवल शिखर ही दिखाई दे रहा ओंकारेश्वर और इंदिरासागर बांध से कुल 12599 क्यूमेक्स पानी लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है। खरगोन जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। निचली बस्तियों में निगरानी की जा रही है। बड़वाह के नावघाट खेड़ी स्थित साई मंदिर का केवल शिखर ही दिखाई दे रहा है। यहां जलस्तर 163 मीटर के आसपास है। खतरे का निशान 163.980 मीटर के करीब है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर गुरुवार रात या शुक्रवार सुबह बांधों से अधिक पानी छोड़ा जाता है, तो निचले इलाकों में नर्मदा खतरे का निशान पार कर सकती है। ऐसी स्थिति में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर स्थित मोरटक्का पुल पर यातायात रोकना पड़ सकता है। देखिए तस्वीरें...