सिंगरौली में मानव मांस खाने वाले भालू की मौत:टीचर और चरवाहे पर किया था हमला, घटनास्थल से 200 मीटर दूर मिला शव

सिंगरौली जिले में दो लोगों की जान लेने वाले भालू की मौत हो गई है। वन विभाग की टीम ने भालू का पोस्टमॉर्टम कराकर अंतिम संस्कार किया। यह वही मादा भालू था जिसने 16 सितंबर को खनुआ के जंगल में तीन ग्रामीणों पर हमला किया था। वन विभाग के एसडीओ एन के त्रिपाठी ने बताया कि ग्रामीणों से भालू के मृत मिलने की सूचना मिली थी। भालू का शव घटनास्थल से मात्र 200 मीटर की दूरी पर मिला। प्रारंभिक जांच में यह माना जा रहा है कि भालू द्वारा मानव मांस खाने के बाद शरीर में रिएक्शन हुआ, जिससे उसकी मौत हुई। भालू के नमूने जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। शिक्षक और चरवाहे पर किया था हमला घटना की जानकारी देते हुए एसडीओ त्रिपाठी ने बताया कि 16 सितंबर को भालू ने सबसे पहले अकेले जा रहे शिक्षक गणेश प्रसाद पर हमला किया। इसके बाद वहां बकरी चराने पहुंचे शिवप्रसाद और हीरा अगरिया पर भी हमला कर दिया। भालू ने इन दोनों लोगों का मांस खाया था। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ था। वन विभाग ग्रामीणों को लगातार सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है। विभाग ने सुझाव दिया है कि जंगल की तरफ अकेले न जाएं। साथ में शोर करने वाली वस्तुएं या लाठी-डंडे अवश्य रखें, जिससे भालू से सामना होने पर बचाव किया जा सके। भालू के हमले में टीचर समेत 2 की मौत सिंगरौली जिले के पूर्वी सरई वन क्षेत्र के खनुआ जंगल में मंगलवार (16 सितंबर) शाम करीब 4:30 बजे एक भालू के हमले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक खनुआ-जमगड़ी के जंगल में हीरा अगरिया (45) और शिवकुमार पटेल (दोनों खनुआ निवासी) बकरी चरा रहे थे। इसी दौरान वहां मौजूद गजरा-बहरा निवासी अतिथि शिक्षक गणेश बैस (45) पर अचानक भालू ने हमला कर दिया। गणेश बैस को बचाने के लिए हीरा अगरिया आगे आया, लेकिन भालू ने उन दोनों पर एक साथ हमला कर दिया। हमले में हीरा अगरिया और गणेश बैस की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंचा शिवकुमार पटेल भी घायल हो गया। उसे बैढ़न के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग के डिप्टी रेंजर रंगलाल पनिका अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को जंगल न जाने और सतर्क रहने की सलाह दी। सिंगरौली डीएफओ अखिल बंसल ने भी लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और जंगल से दूर रहें। सीधी में भालू के हमले में 3 लोगों की मौत हुई थी दो महीने पहले सीधी जिले में भालू के हमले में तीन ग्रामीणों की मौत हो गई थी। घटना में चार लोग घायल हुए थे। इसके बाद घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने भालू को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौके पर ही मार डाला था। मामला संजय टाइगर रिजर्व से लगी ग्राम पंचायत बस्तुआ की दलित बस्ती का था। यहां सुबह करीब 5 बजे भालू ने बब्बू यादव (80) पर हमला कर दिया। बुजुर्ग की चीख सुनकर दीनबंधु साहू (70), मनीष साहू (27) और संतोष यादव (43) बचाने दौड़े। भालू उन पर भी झपट पड़ा। बब्बू और दीनबंधु की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल संतोष यादव, मनीष साहू, तेजबली सिंह और दो अन्य को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान संतोष ने दम तोड़ दिया। हमले में एक भैंस भी घायल हुई है। उमरिया में बाघिन के हमले में महिला की मौत हुई थी तीन महीने पहले उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन ने महिला पर हमला कर दिया था, जिसमें महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। मामला मानपुर बफर क्षेत्र का था। वन विभाग के मुताबिक, राखी गांव की रहने वाली गल्ली बाई यादव (40) शौच के लिए भीतरी नाला के पास गई थी। इसी दौरान झाड़ियों में छिपी बाघिन ने हमला किया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक बीएस उप्पल ने कहा- राखी गांव कोर और बफर जोन की सीमा पर है। इलाके में बाघिन की मूवमेंट बनी रहती है। टाइगर रिजर्व के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। हाथियों के जरिए गश्त बढ़ा दी गई है।

Sep 20, 2025 - 14:36
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सिंगरौली में मानव मांस खाने वाले भालू की मौत:टीचर और चरवाहे पर किया था हमला, घटनास्थल से 200 मीटर दूर मिला शव
सिंगरौली जिले में दो लोगों की जान लेने वाले भालू की मौत हो गई है। वन विभाग की टीम ने भालू का पोस्टमॉर्टम कराकर अंतिम संस्कार किया। यह वही मादा भालू था जिसने 16 सितंबर को खनुआ के जंगल में तीन ग्रामीणों पर हमला किया था। वन विभाग के एसडीओ एन के त्रिपाठी ने बताया कि ग्रामीणों से भालू के मृत मिलने की सूचना मिली थी। भालू का शव घटनास्थल से मात्र 200 मीटर की दूरी पर मिला। प्रारंभिक जांच में यह माना जा रहा है कि भालू द्वारा मानव मांस खाने के बाद शरीर में रिएक्शन हुआ, जिससे उसकी मौत हुई। भालू के नमूने जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। शिक्षक और चरवाहे पर किया था हमला घटना की जानकारी देते हुए एसडीओ त्रिपाठी ने बताया कि 16 सितंबर को भालू ने सबसे पहले अकेले जा रहे शिक्षक गणेश प्रसाद पर हमला किया। इसके बाद वहां बकरी चराने पहुंचे शिवप्रसाद और हीरा अगरिया पर भी हमला कर दिया। भालू ने इन दोनों लोगों का मांस खाया था। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ था। वन विभाग ग्रामीणों को लगातार सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है। विभाग ने सुझाव दिया है कि जंगल की तरफ अकेले न जाएं। साथ में शोर करने वाली वस्तुएं या लाठी-डंडे अवश्य रखें, जिससे भालू से सामना होने पर बचाव किया जा सके। भालू के हमले में टीचर समेत 2 की मौत सिंगरौली जिले के पूर्वी सरई वन क्षेत्र के खनुआ जंगल में मंगलवार (16 सितंबर) शाम करीब 4:30 बजे एक भालू के हमले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक खनुआ-जमगड़ी के जंगल में हीरा अगरिया (45) और शिवकुमार पटेल (दोनों खनुआ निवासी) बकरी चरा रहे थे। इसी दौरान वहां मौजूद गजरा-बहरा निवासी अतिथि शिक्षक गणेश बैस (45) पर अचानक भालू ने हमला कर दिया। गणेश बैस को बचाने के लिए हीरा अगरिया आगे आया, लेकिन भालू ने उन दोनों पर एक साथ हमला कर दिया। हमले में हीरा अगरिया और गणेश बैस की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंचा शिवकुमार पटेल भी घायल हो गया। उसे बैढ़न के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग के डिप्टी रेंजर रंगलाल पनिका अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को जंगल न जाने और सतर्क रहने की सलाह दी। सिंगरौली डीएफओ अखिल बंसल ने भी लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और जंगल से दूर रहें। सीधी में भालू के हमले में 3 लोगों की मौत हुई थी दो महीने पहले सीधी जिले में भालू के हमले में तीन ग्रामीणों की मौत हो गई थी। घटना में चार लोग घायल हुए थे। इसके बाद घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने भालू को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौके पर ही मार डाला था। मामला संजय टाइगर रिजर्व से लगी ग्राम पंचायत बस्तुआ की दलित बस्ती का था। यहां सुबह करीब 5 बजे भालू ने बब्बू यादव (80) पर हमला कर दिया। बुजुर्ग की चीख सुनकर दीनबंधु साहू (70), मनीष साहू (27) और संतोष यादव (43) बचाने दौड़े। भालू उन पर भी झपट पड़ा। बब्बू और दीनबंधु की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल संतोष यादव, मनीष साहू, तेजबली सिंह और दो अन्य को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान संतोष ने दम तोड़ दिया। हमले में एक भैंस भी घायल हुई है। उमरिया में बाघिन के हमले में महिला की मौत हुई थी तीन महीने पहले उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन ने महिला पर हमला कर दिया था, जिसमें महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। मामला मानपुर बफर क्षेत्र का था। वन विभाग के मुताबिक, राखी गांव की रहने वाली गल्ली बाई यादव (40) शौच के लिए भीतरी नाला के पास गई थी। इसी दौरान झाड़ियों में छिपी बाघिन ने हमला किया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक बीएस उप्पल ने कहा- राखी गांव कोर और बफर जोन की सीमा पर है। इलाके में बाघिन की मूवमेंट बनी रहती है। टाइगर रिजर्व के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। हाथियों के जरिए गश्त बढ़ा दी गई है।