घुटने के ऑपरेशन के बाद महिला एचआईवी पॉजिटिव:पहले नेगेटिव थी रिपोर्ट, 18 दिन बाद पॉजिटिव मिली; बेटे का अस्पताल पर आरोप- संक्रमित खून चढ़ाया

हरदा में 56 साल की एक महिला के घुटने के इलाज के बाद एचआईवी पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है। महिला के बेटे का कहना है कि उनकी मां को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से दिया गया खून संक्रमित था। परिवार ने बताया कि 20 अगस्त को महिला को बघेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 22 अगस्त को घुटने का ऑपरेशन हुआ और जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से 2 यूनिट रक्त चढ़ाया गया। एम्स भोपाल में हुआ ऑपरेशन 28 अगस्त को डिस्चार्ज कर दिया गया। लेकिन 10 सितंबर को उनकी जांघ की हड्डी टूट गई और जब 11 सितंबर को फिर अस्पताल में भर्ती किया गया तो जांच में महिला एचआईवी पॉजिटिव निकली। परिजनों ने बताया कि एचआईवी रिपोर्ट आने के बाद बघेल हॉस्पिटल और अन्य निजी अस्पतालों ने इलाज से इनकार कर दिया। बाद में भोपाल एम्स में ऑपरेशन कराया गया। अब इस मामले में महिला के बेटे ने कलेक्टर और अधिकारियों को शिकायत दी है। वहीं सीएमएचओ डॉ. एच.पी. सिंह ने कहा कि ब्लड बैंक से दिए गए खून से एचआईवी संक्रमण होने की संभावना बहुत कम है। इस मामले की जांच की जा रही है। डॉक्टर बोले- पॉजिटिव होने के हो सकते हैं दूसरे कारण बघेल हॉस्पिटल के संचालक डॉ. विशाल सिंह बघेल ने कहा- संभव है कि मरीज पहले से ही एचआईवी पॉजिटिव रही हो। कई बार शुरुआती "विंडो पीरियड" में रिपोर्ट नेगेटिव आती है, लेकिन बाद की जांच में पॉजिटिव पाई जा सकती है। अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान पूरी सावधानी बरती जाती है और सभी उपकरण नए होते हैं। इस वजह से ऑपरेशन के दौरान संक्रमण की संभावना नहीं है। महिला के एचआईवी पॉजिटिव होने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिन पर विशेषज्ञ जांच कर रहे हैं

Sep 25, 2025 - 07:54
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घुटने के ऑपरेशन के बाद महिला एचआईवी पॉजिटिव:पहले नेगेटिव थी रिपोर्ट, 18 दिन बाद पॉजिटिव मिली; बेटे का अस्पताल पर आरोप- संक्रमित खून चढ़ाया
हरदा में 56 साल की एक महिला के घुटने के इलाज के बाद एचआईवी पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है। महिला के बेटे का कहना है कि उनकी मां को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से दिया गया खून संक्रमित था। परिवार ने बताया कि 20 अगस्त को महिला को बघेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 22 अगस्त को घुटने का ऑपरेशन हुआ और जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से 2 यूनिट रक्त चढ़ाया गया। एम्स भोपाल में हुआ ऑपरेशन 28 अगस्त को डिस्चार्ज कर दिया गया। लेकिन 10 सितंबर को उनकी जांघ की हड्डी टूट गई और जब 11 सितंबर को फिर अस्पताल में भर्ती किया गया तो जांच में महिला एचआईवी पॉजिटिव निकली। परिजनों ने बताया कि एचआईवी रिपोर्ट आने के बाद बघेल हॉस्पिटल और अन्य निजी अस्पतालों ने इलाज से इनकार कर दिया। बाद में भोपाल एम्स में ऑपरेशन कराया गया। अब इस मामले में महिला के बेटे ने कलेक्टर और अधिकारियों को शिकायत दी है। वहीं सीएमएचओ डॉ. एच.पी. सिंह ने कहा कि ब्लड बैंक से दिए गए खून से एचआईवी संक्रमण होने की संभावना बहुत कम है। इस मामले की जांच की जा रही है। डॉक्टर बोले- पॉजिटिव होने के हो सकते हैं दूसरे कारण बघेल हॉस्पिटल के संचालक डॉ. विशाल सिंह बघेल ने कहा- संभव है कि मरीज पहले से ही एचआईवी पॉजिटिव रही हो। कई बार शुरुआती "विंडो पीरियड" में रिपोर्ट नेगेटिव आती है, लेकिन बाद की जांच में पॉजिटिव पाई जा सकती है। अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान पूरी सावधानी बरती जाती है और सभी उपकरण नए होते हैं। इस वजह से ऑपरेशन के दौरान संक्रमण की संभावना नहीं है। महिला के एचआईवी पॉजिटिव होने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिन पर विशेषज्ञ जांच कर रहे हैं