विकास के प्रस्तावों का विरोध, राजनैतिक प्रस्तावों का समर्थन:गुना नगरपालिका सम्मेलन; GST रिफॉर्म्स, एक राष्ट्र एक चुनाव के समर्थन में प्रस्ताव पास
गुना नगरपालिका परिषद का शुक्रवार को विशेष सम्मेलन आयोजित किया गया। पिछली बैठक में शहर के विकास के प्रस्तावों का विरोध करने वाले भाजपा पार्षद इस बार राजनैतिक मुद्दों का समर्थन करते नजर आए। प्रदेश से भेजे गए तीनों प्रस्ताव आज की बैठक में पास कर दिए गए। हालांकि, कांग्रेस पार्षदों ने इन प्रस्तावों का विरोध किया। दरअसल शुक्रवार को सम्मेलन में तीन प्रस्ताव रखे गए थे। पहला एक राष्ट्र, एक चुनाव का समर्थन। दूसरा केंद्र सरकार द्वारा GST रिफॉर्म्स का समर्थन और तीसरा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के लिए प्रस्ताव। दोपहर दो बजे से सम्मेलन शुरू हुआ। नगरपालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता ने बैठक शुरू करने की घोषणा की। डिप्टी कलेक्टर और प्रभारी CMO मंजुषा खत्री ने एक एक कर तीनों प्रस्ताव पेश किए। कांग्रेस के पार्षदों ने इन प्रस्तावों का विरोध किया, जबकि भाजपा के सभी पार्षदों ने इनके पक्ष में अपनी सहमति दी। तीनों प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गए। पिछली बैठक में गिरे थे प्रस्ताव
बता दें कि सितंबर महीने में परिषद की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें गुना रेलवे स्टेशन को 1.50 करोड़ की राशि से बल्क वाटर प्रदाय करना, जिला न्यायालय के सामने से नानाखेड़ी पेट्रोल पंप तक 2.10 करोड़ की लागत से डामरीकरण कार्य, हनुमान चौराहा से जज्जी बस स्टैंड तक 1.50 करोड़ की लागत से डामरीकरण कार्य और ऑडिटोरियम में 60 लाख की राशि से 600 कुर्सी लगाने का कार्य के प्रस्ताव शामिल थे। बैठक में कांग्रेस के पार्षदों के साथ मिलकर भाजपा के 12 पार्षदों ने इन प्रस्तावों के खिलाफ वोट किया था। शहर के विकास के ये सभी प्रस्ताव उस बैठक में गीत गए थे। हालांकि, प्रस्तावों का विरोध करने वाले भाजपा पार्षदों पर कोई कार्रवाई पार्टी द्वारा नहीं की गई थी, जबकि बैठक से कुछ दिन पहले ही जिलाध्यक्ष के समझ इन पार्षदों ने सभी प्रस्तावों पर सहमति दर्ज कराई थी।
गुना नगरपालिका परिषद का शुक्रवार को विशेष सम्मेलन आयोजित किया गया। पिछली बैठक में शहर के विकास के प्रस्तावों का विरोध करने वाले भाजपा पार्षद इस बार राजनैतिक मुद्दों का समर्थन करते नजर आए। प्रदेश से भेजे गए तीनों प्रस्ताव आज की बैठक में पास कर दिए गए। हालांकि, कांग्रेस पार्षदों ने इन प्रस्तावों का विरोध किया। दरअसल शुक्रवार को सम्मेलन में तीन प्रस्ताव रखे गए थे। पहला एक राष्ट्र, एक चुनाव का समर्थन। दूसरा केंद्र सरकार द्वारा GST रिफॉर्म्स का समर्थन और तीसरा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के लिए प्रस्ताव। दोपहर दो बजे से सम्मेलन शुरू हुआ। नगरपालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता ने बैठक शुरू करने की घोषणा की। डिप्टी कलेक्टर और प्रभारी CMO मंजुषा खत्री ने एक एक कर तीनों प्रस्ताव पेश किए। कांग्रेस के पार्षदों ने इन प्रस्तावों का विरोध किया, जबकि भाजपा के सभी पार्षदों ने इनके पक्ष में अपनी सहमति दी। तीनों प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गए। पिछली बैठक में गिरे थे प्रस्ताव
बता दें कि सितंबर महीने में परिषद की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें गुना रेलवे स्टेशन को 1.50 करोड़ की राशि से बल्क वाटर प्रदाय करना, जिला न्यायालय के सामने से नानाखेड़ी पेट्रोल पंप तक 2.10 करोड़ की लागत से डामरीकरण कार्य, हनुमान चौराहा से जज्जी बस स्टैंड तक 1.50 करोड़ की लागत से डामरीकरण कार्य और ऑडिटोरियम में 60 लाख की राशि से 600 कुर्सी लगाने का कार्य के प्रस्ताव शामिल थे। बैठक में कांग्रेस के पार्षदों के साथ मिलकर भाजपा के 12 पार्षदों ने इन प्रस्तावों के खिलाफ वोट किया था। शहर के विकास के ये सभी प्रस्ताव उस बैठक में गीत गए थे। हालांकि, प्रस्तावों का विरोध करने वाले भाजपा पार्षदों पर कोई कार्रवाई पार्टी द्वारा नहीं की गई थी, जबकि बैठक से कुछ दिन पहले ही जिलाध्यक्ष के समझ इन पार्षदों ने सभी प्रस्तावों पर सहमति दर्ज कराई थी।