उमरिया में बेमौसम बारिश से गिरी धान की फसल:किसान बोले- खेतो में कटी फसल अंकुरित होने लगी, बहुत नुकसान हुआ है

उमरिया में बारिश के बाद गिरी धान की फसल अंकुरित होने लगी है। इससे किसान चिंतित हैं। जिले में सोमवार से मौसम में बदलाव आया था, जिसके बाद बुधवार से रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही थी। कटी हुई फसलें अंकुरित होने लगी शनिवार से बारिश से कुछ राहत मिली, लेकिन फसलों को लेकर चिंता बढ़ गई है। घुलघुली क्षेत्र के किसानों की कटी हुई फसलें अंकुरित होने लगी हैं। किसान देव लाल ने बताया कि फसल कटाई के तुरंत बाद बारिश शुरू हो गई, जिससे फसल को बचाना मुश्किल हो गया। फसल अंकुरित होने लगी है। बहुत नुकसान हुआ है 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है धान की फसल घुलघुली क्षेत्र में कई किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं। जिले में बड़े पैमाने पर धान की खेती की जाती है। अकेले धान की फसल 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है। फसल पककर तैयार थी, लेकिन कटाई में आ रही परेशानी और कटी हुई फसल के खराब होने से किसानों को नुकसान हुआ है।

उमरिया में बेमौसम बारिश से गिरी धान की फसल:किसान बोले- खेतो में कटी फसल अंकुरित होने लगी, बहुत नुकसान हुआ है
उमरिया में बारिश के बाद गिरी धान की फसल अंकुरित होने लगी है। इससे किसान चिंतित हैं। जिले में सोमवार से मौसम में बदलाव आया था, जिसके बाद बुधवार से रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही थी। कटी हुई फसलें अंकुरित होने लगी शनिवार से बारिश से कुछ राहत मिली, लेकिन फसलों को लेकर चिंता बढ़ गई है। घुलघुली क्षेत्र के किसानों की कटी हुई फसलें अंकुरित होने लगी हैं। किसान देव लाल ने बताया कि फसल कटाई के तुरंत बाद बारिश शुरू हो गई, जिससे फसल को बचाना मुश्किल हो गया। फसल अंकुरित होने लगी है। बहुत नुकसान हुआ है 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है धान की फसल घुलघुली क्षेत्र में कई किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं। जिले में बड़े पैमाने पर धान की खेती की जाती है। अकेले धान की फसल 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है। फसल पककर तैयार थी, लेकिन कटाई में आ रही परेशानी और कटी हुई फसल के खराब होने से किसानों को नुकसान हुआ है।