खदान में ब्लास्टिंग से छा रहा धूल का गुबार

भास्कर न्यूज | हरदीबाजार एसईसीएल दीपका खदान में ब्लास्टिंग से हरदीबाजार गांव में धूल का गुबार छा रहा है। इससे रहवासी परेशान हैं। हरदीबाजार समेत आसपास गांवों की हवा में डस्ट घुल रही है। बावजूद इसके मौजूदा नियंत्रण के उपाय नहीं किए जा रहे हैं। ठंड में हरदीबाजार क्षेत्र में खदान में ब्लास्टिंग व खनन से उड़ती धूल से मार्निंग वॉक व देर शाम को घर के बाहर टहलने निकले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। दीपका खदान का विस्तार करने हरदीबाजार गांव का अधिग्रहण कर एसईसीएल व प्रशासन की संयुक्त टीम परिसंपत्तियों का मूल्यांकन करने गांव पहुंच रही है। सर्वे के दौरान मकान व अन्य परिसंपत्तियों की जानकारी जुटाने के बाद मुआवजा पत्रक तैयार किया जाएगा। इसे कंपनी मुख्यालय मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस पर ग्रामीणों का विरोध भी सामने आया है। खदान अब हरदीबाजार के आबादी क्षेत्र से लगभग 200 मीटर दूर है। इस कारण खनन व ब्लास्टिंग के दौरान धूल उड़कर हरदीबाजार की हवा को प्रदूषित कर रही है। शनिवार को दोपहर लगभग 2.30 बजे ब्लास्टिंग के बाद धूल उड़ने से हरदीबाजार समेत आसपास गांवों के लोग परेशान रहे। खदान से धूल का गुबार उठने पर सामने नजर नहीं आ रही थी। ग्रामीणों ने कहा कि हरदीबाजार गांव का विस्थापन नहीं होने तक हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाई जाए। मकानों की नापी नहीं कराने पर जीपीएस से नापजोख की मुनादी के बाद से नाराज ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना देकर विरोध का मन बनाया है। दीपका खदान में नियंत्रित ब्लास्टिंग नहीं की जा रही है।

Nov 16, 2025 - 06:40
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खदान में ब्लास्टिंग से छा रहा धूल का गुबार
भास्कर न्यूज | हरदीबाजार एसईसीएल दीपका खदान में ब्लास्टिंग से हरदीबाजार गांव में धूल का गुबार छा रहा है। इससे रहवासी परेशान हैं। हरदीबाजार समेत आसपास गांवों की हवा में डस्ट घुल रही है। बावजूद इसके मौजूदा नियंत्रण के उपाय नहीं किए जा रहे हैं। ठंड में हरदीबाजार क्षेत्र में खदान में ब्लास्टिंग व खनन से उड़ती धूल से मार्निंग वॉक व देर शाम को घर के बाहर टहलने निकले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। दीपका खदान का विस्तार करने हरदीबाजार गांव का अधिग्रहण कर एसईसीएल व प्रशासन की संयुक्त टीम परिसंपत्तियों का मूल्यांकन करने गांव पहुंच रही है। सर्वे के दौरान मकान व अन्य परिसंपत्तियों की जानकारी जुटाने के बाद मुआवजा पत्रक तैयार किया जाएगा। इसे कंपनी मुख्यालय मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस पर ग्रामीणों का विरोध भी सामने आया है। खदान अब हरदीबाजार के आबादी क्षेत्र से लगभग 200 मीटर दूर है। इस कारण खनन व ब्लास्टिंग के दौरान धूल उड़कर हरदीबाजार की हवा को प्रदूषित कर रही है। शनिवार को दोपहर लगभग 2.30 बजे ब्लास्टिंग के बाद धूल उड़ने से हरदीबाजार समेत आसपास गांवों के लोग परेशान रहे। खदान से धूल का गुबार उठने पर सामने नजर नहीं आ रही थी। ग्रामीणों ने कहा कि हरदीबाजार गांव का विस्थापन नहीं होने तक हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाई जाए। मकानों की नापी नहीं कराने पर जीपीएस से नापजोख की मुनादी के बाद से नाराज ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना देकर विरोध का मन बनाया है। दीपका खदान में नियंत्रित ब्लास्टिंग नहीं की जा रही है।