स्टेट जीएसटी की एईबी टीम की 3 ज्वेलरी शोरूम पर:ग्राहक बनकर पहुंची टीम, देर रात तक जारी रही कार्रवाई

सतना में स्टेट जीएसटी की एंटी इवेज़न ब्यूरो (AEB) टीम ने शुक्रवार शाम शहर के तीन ज्वेलरी शोरूम और उनके कारखानों पर एक साथ छापा मारा। ये कार्रवाई हनुमान चौक और फूलचंद चौक पर स्थित कान्हा ज्वेलर्स, न्यू कान्हा ज्वेलर्स और आनंद आदित्य ज्वेलर्स पर की गई। ग्राहक बनकर पहुंचे अधिकारी छापेमारी से पहले टीम के कुछ अधिकारी ग्राहक बनकर शोरूम में गए। वहां उन्हें शोरूम वालों ने पक्का बिल न लेने की बात कही। इसके बाद बाहर मौजूद पूरी टीम भी अंदर पहुंच गई। अधिकारियों ने दुकानों से दस्तावेज, बिल और स्टॉक कब्जे में लेकर जांच शुरू की, जो देर रात तक चलती रही। कम रिटर्न भरने और मेकिंग चार्ज पर टैक्स न देने का शक जानकारी के मुताबिक, जीएसटी टीम ने पहले ही तीनों ज्वेलर्स के रिटर्न की जांच की थी। इसमें पाया गया कि उनके वास्तविक कारोबार की तुलना में रिटर्न बहुत कम भरा जा रहा था।ज्वेलर्स पर यह भी आरोप है कि वे मेकिंग चार्ज पर लगने वाला टैक्स जमा नहीं कर रहे थे। ज्वेलरी पर 3% जीएसटी लगता है, लेकिन ग्राहकों से मेकिंग चार्ज लेने के बाद भी ज्यादातर मामलों में उन्हें पक्का बिल नहीं दिया जा रहा था। 24 से ज्यादा अधिकारी शामिल, घरों पर भी दबिश इस कार्रवाई में 24 से अधिक जीएसटी अधिकारी शामिल थे। टीम ने ज्वेलर्स के घरों पर भी जांच के लिए दबिश दी।जॉइंट कमिश्नर राकेश शाल्वी और डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी ने तीन अलग-अलग टीमें बनाकर शाम 5 बजे तीनों जगहों पर एक साथ कार्रवाई शुरू की। डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी ने बताया कि ज्वेलरी शोरूम, कारखानों और घरों में जांच जारी है।

स्टेट जीएसटी की एईबी टीम की 3 ज्वेलरी शोरूम पर:ग्राहक बनकर पहुंची टीम, देर रात तक जारी रही कार्रवाई
सतना में स्टेट जीएसटी की एंटी इवेज़न ब्यूरो (AEB) टीम ने शुक्रवार शाम शहर के तीन ज्वेलरी शोरूम और उनके कारखानों पर एक साथ छापा मारा। ये कार्रवाई हनुमान चौक और फूलचंद चौक पर स्थित कान्हा ज्वेलर्स, न्यू कान्हा ज्वेलर्स और आनंद आदित्य ज्वेलर्स पर की गई। ग्राहक बनकर पहुंचे अधिकारी छापेमारी से पहले टीम के कुछ अधिकारी ग्राहक बनकर शोरूम में गए। वहां उन्हें शोरूम वालों ने पक्का बिल न लेने की बात कही। इसके बाद बाहर मौजूद पूरी टीम भी अंदर पहुंच गई। अधिकारियों ने दुकानों से दस्तावेज, बिल और स्टॉक कब्जे में लेकर जांच शुरू की, जो देर रात तक चलती रही। कम रिटर्न भरने और मेकिंग चार्ज पर टैक्स न देने का शक जानकारी के मुताबिक, जीएसटी टीम ने पहले ही तीनों ज्वेलर्स के रिटर्न की जांच की थी। इसमें पाया गया कि उनके वास्तविक कारोबार की तुलना में रिटर्न बहुत कम भरा जा रहा था।ज्वेलर्स पर यह भी आरोप है कि वे मेकिंग चार्ज पर लगने वाला टैक्स जमा नहीं कर रहे थे। ज्वेलरी पर 3% जीएसटी लगता है, लेकिन ग्राहकों से मेकिंग चार्ज लेने के बाद भी ज्यादातर मामलों में उन्हें पक्का बिल नहीं दिया जा रहा था। 24 से ज्यादा अधिकारी शामिल, घरों पर भी दबिश इस कार्रवाई में 24 से अधिक जीएसटी अधिकारी शामिल थे। टीम ने ज्वेलर्स के घरों पर भी जांच के लिए दबिश दी।जॉइंट कमिश्नर राकेश शाल्वी और डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी ने तीन अलग-अलग टीमें बनाकर शाम 5 बजे तीनों जगहों पर एक साथ कार्रवाई शुरू की। डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी ने बताया कि ज्वेलरी शोरूम, कारखानों और घरों में जांच जारी है।