रायसेन में लगातार दूसरी रात तापमान 7॰ रिकॉर्ड:मंदिरों में भगवान को गर्म वस्त्रों से ढाका; आज से चलेगी उत्तर-पूर्वी हवाएं

रायसेन में पिछले दो दिनों से रात का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री पर बना हुआ है। इससे क्षेत्र में ठिठुरन बढ़ गई है। सर्द हवाओं के कारण दिन में भी कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है। ठंड के प्रभाव को देखते हुए शहर के मंदिरों में भगवान को गर्म वस्त्रों से ढका गया है। गंज बाजार हनुमान मंदिर, रामलीला मैदान स्थित राम जानकी मंदिर, संस्कार बिहार मंदिर, समेत अन्य मंदिरों में भी भगवानों को गर्म शॉल और कंबल ओढ़ाए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से हवाओं की दिशा पूर्व से बदलकर उत्तर-पूर्व हो जाएगी। इससे दिन और रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया है, जिससे फूल, पत्ते और फसलों पर ओस की बूंदें जमने लगी हैं। सुबह के समय ओस साफ दिखाई दे रही है। हालांकि, रात में गिरने वाली ओस फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है, लेकिन तापमान में और गिरावट से किसान चिंतित हैं। यदि रात का पारा 5 डिग्री से नीचे जाता है, तो फसलों में पाला पड़ने का खतरा बढ़ जाएगा। शनिवार को रायसेन में रात का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दिन का तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने से ठंड में और वृद्धि होगी। उनके अनुसार, दिन और रात दोनों के तापमान में और गिरावट आएगी। कलेक्ट्रेट परिसर में लगा तापमापी यंत्र अब ठीक कर दिया गया है। यह यंत्र पिछले आठ महीने से खराब था, जिसके कारण रात के तापमान की सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही थी। शुक्रवार को भोपाल से मौसम विभाग की एक टीम ने आकर यंत्र को बदला। जीडी गुप्ता ने जानकारी दी कि अब रात के तापमान के सही आंकड़े मिलने लगे हैं।

रायसेन में लगातार दूसरी रात तापमान 7॰ रिकॉर्ड:मंदिरों में भगवान को गर्म वस्त्रों से ढाका; आज से चलेगी उत्तर-पूर्वी हवाएं
रायसेन में पिछले दो दिनों से रात का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री पर बना हुआ है। इससे क्षेत्र में ठिठुरन बढ़ गई है। सर्द हवाओं के कारण दिन में भी कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है। ठंड के प्रभाव को देखते हुए शहर के मंदिरों में भगवान को गर्म वस्त्रों से ढका गया है। गंज बाजार हनुमान मंदिर, रामलीला मैदान स्थित राम जानकी मंदिर, संस्कार बिहार मंदिर, समेत अन्य मंदिरों में भी भगवानों को गर्म शॉल और कंबल ओढ़ाए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से हवाओं की दिशा पूर्व से बदलकर उत्तर-पूर्व हो जाएगी। इससे दिन और रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया है, जिससे फूल, पत्ते और फसलों पर ओस की बूंदें जमने लगी हैं। सुबह के समय ओस साफ दिखाई दे रही है। हालांकि, रात में गिरने वाली ओस फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है, लेकिन तापमान में और गिरावट से किसान चिंतित हैं। यदि रात का पारा 5 डिग्री से नीचे जाता है, तो फसलों में पाला पड़ने का खतरा बढ़ जाएगा। शनिवार को रायसेन में रात का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दिन का तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने से ठंड में और वृद्धि होगी। उनके अनुसार, दिन और रात दोनों के तापमान में और गिरावट आएगी। कलेक्ट्रेट परिसर में लगा तापमापी यंत्र अब ठीक कर दिया गया है। यह यंत्र पिछले आठ महीने से खराब था, जिसके कारण रात के तापमान की सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही थी। शुक्रवार को भोपाल से मौसम विभाग की एक टीम ने आकर यंत्र को बदला। जीडी गुप्ता ने जानकारी दी कि अब रात के तापमान के सही आंकड़े मिलने लगे हैं।