एक और लड़की को फंसाना चाहते थे आरोपी:मंदसौर के अश्लील वीडियो वायरल कांड में नया खुलासा, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
एक और लड़की को फंसाना चाहते थे आरोपी:मंदसौर के अश्लील वीडियो वायरल कांड में नया खुलासा, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
मंदसौर जिले के शामगढ़ में नाबालिग के अश्लील वीडियो वायरल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार को आरोपी रेहान और बाबू के घर के कुछ हिस्से को ढहा दिया, मगर हिंदू संगठन अभी भी आरोपियों का जुलूस निकालने और अन्य लोगों के शामिल होने की बात कह रहे हैं। शनिवार को शामगढ़ पूरी तरह से बंद रहा, आज भी ऐसे ही हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। इधर, भास्कर ने जब मामले की पड़ताल की तो पता चला कि आरोपी रेहान, बाबू और अन्य युवक पीड़िता के अलावा परिवार की एक और लड़की के सपंर्क में थे। उन्होंने उसे भी अपना शिकार बनाने की कोशिश की थी। इस मामले की शिकायत पुलिस को की गई थी, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि थाने पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया। आखिर किस तरह से आरोपियों ने नाबालिग को फंसाया था? क्या है लोगों की मांग...पढ़िए रिपोर्ट... पहले भी हो चुकी शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई
भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि यह घटना एक सोची-समझी साजिश और ब्लैकमेलिंग का नतीजा है। शामगढ़ की एक ही कॉलोनी में युवकों के मकान हैं। वहीं नाबालिग का परिवार भी वहीं रहता है। पीड़ित परिवार के एक सदस्य ने बताया कि ये युवक साल भर पहले से ही परिवार की एक अन्य लड़की पर भी बुरी नजर रखते थे और उसे परेशान कर रहे थे। उस समय भी पुलिस में शिकायत की गई थी, लेकिन थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया। परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस ने उसी समय सख्त कार्रवाई की होती, तो आज यह नौबत नहीं आती। इस मामले पर गरोठ एएसपी हेमलता कुरील ने कहा, 'यह सही है कि पहले भी इन युवकों के खिलाफ आवेदन आया था।' उन्होंने कहा, 'दोनों पक्षों में समझौता हो जाने के कारण पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। इस बार जैसे ही शिकायत मिली, हमने तुरंत FIR दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।' गल्ले से पैसे निकालकर युवकों को दे रही थी नाबालिग
पीड़ित नाबालिग के पिता की गारमेंट की दो दुकानें हैं। आरोपी रेहान और बाबू ने नाबालिग के आपत्तिजनक वीडियो बना रखे थे और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर लगातार उससे पैसे ऐंठ रहे थे। डर के मारे, नाबालिग अपने पिता की दुकान के गल्ले से कभी 5 हजार तो कभी 10 हजार रुपए निकालकर उन्हें देती रही। मामला तब बिगड़ा जब आरोपियों ने एक साथ तीन लाख रुपए की मांग कर दी। इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थ नाबालिग घबरा गई और उसने आरोपियों के फोन नंबर ब्लॉक कर दिए। पैसे न मिलने और नंबर ब्लॉक होने से बौखलाए युवकों ने वीडियो वायरल कर दिया, जिसके बाद परिजन को घटना का पता चला और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आरोपियों की महंगी जीवनशैली और गिरोह का शक
स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी बाबू और रेहान कोई खास काम नहीं करते, लेकिन उनके पास दो लाख से ज्यादा कीमत की महंगी बाइक हैं और वे अक्सर पार्टियां करते और घूमते-फिरते देखे जाते थे। पीड़ित परिवार ने दावा किया है कि यह एक पूरा गिरोह है जो पहले छोटी बच्चियों को अपने जाल में फंसाता है और फिर उनके वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का धंधा करता है। बजरंग दल के खुमानसिंह ने बताया कि इनके गिरोह के और भी लोगों के नाम पता चले हैं। इसके बारे में पुलिस को सूचना दी है। जो आरोपी पहले पकड़े गए पुलिस ने उनका जुलूस नहीं निकाला, लेकिन अब जो पकड़े जाएं उनका जुलूस निकाला जाए। साथ ही एसडीओपी दिनेश प्रजापति पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका रवैया हिंदू समाज के प्रति ठीक नहीं रहा है। उन्हें भी लाइन अटैच किया जाए या उनका ट्रांसफर हो। खुमान सिंह ने चेतावनी दी कि यदि रविवार दोपहर 12 बजे तक बाकी आरोपी नहीं पकड़े जाते तो बजरंग दल फिर से प्रदर्शन करेगा। आरोपी के परिवार की महिलाएं बोलीं-मेरे लड़के ने कुछ नहीं किया
पुलिस कार्रवाई के दौरान आरोपी परिवार की महिलाएं भी पहुंची और कार्रवाई का विरोध जताया। पुलिस ने उन्हें कार्रवाई स्थल से दूर धकेल दिया। जहां मीडिया के सामने महिलाओं ने आरोप लगाए कि मेरा लड़का तो दो साल से यहां है भी नहीं। कुछ अन्य लड़के हैं, जिनके संबंध लड़की से थे। वीडियो भी उन्होंने वायरल किए। हमारे लड़कों की गलती नहीं हैं। ये खबरें भी पढ़ें... 1.छात्रा का अश्लील वीडियो...आरोपियों के घर चला बुलडोजर:कल भी मंदसौर का शामगढ़ बंद, पुलिस को 12 बजे तक का अल्टीमेटम 2.नाबालिग छात्रा का अश्लील वीडियो बनाया, 5 लाख फिरौती मांगी:मंदसौर के शामगढ़ में लोगों का प्रदर्शन; कल भी पूरा शहर बंद
मंदसौर जिले के शामगढ़ में नाबालिग के अश्लील वीडियो वायरल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार को आरोपी रेहान और बाबू के घर के कुछ हिस्से को ढहा दिया, मगर हिंदू संगठन अभी भी आरोपियों का जुलूस निकालने और अन्य लोगों के शामिल होने की बात कह रहे हैं। शनिवार को शामगढ़ पूरी तरह से बंद रहा, आज भी ऐसे ही हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। इधर, भास्कर ने जब मामले की पड़ताल की तो पता चला कि आरोपी रेहान, बाबू और अन्य युवक पीड़िता के अलावा परिवार की एक और लड़की के सपंर्क में थे। उन्होंने उसे भी अपना शिकार बनाने की कोशिश की थी। इस मामले की शिकायत पुलिस को की गई थी, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि थाने पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया। आखिर किस तरह से आरोपियों ने नाबालिग को फंसाया था? क्या है लोगों की मांग...पढ़िए रिपोर्ट... पहले भी हो चुकी शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई
भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि यह घटना एक सोची-समझी साजिश और ब्लैकमेलिंग का नतीजा है। शामगढ़ की एक ही कॉलोनी में युवकों के मकान हैं। वहीं नाबालिग का परिवार भी वहीं रहता है। पीड़ित परिवार के एक सदस्य ने बताया कि ये युवक साल भर पहले से ही परिवार की एक अन्य लड़की पर भी बुरी नजर रखते थे और उसे परेशान कर रहे थे। उस समय भी पुलिस में शिकायत की गई थी, लेकिन थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया। परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस ने उसी समय सख्त कार्रवाई की होती, तो आज यह नौबत नहीं आती। इस मामले पर गरोठ एएसपी हेमलता कुरील ने कहा, 'यह सही है कि पहले भी इन युवकों के खिलाफ आवेदन आया था।' उन्होंने कहा, 'दोनों पक्षों में समझौता हो जाने के कारण पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। इस बार जैसे ही शिकायत मिली, हमने तुरंत FIR दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।' गल्ले से पैसे निकालकर युवकों को दे रही थी नाबालिग
पीड़ित नाबालिग के पिता की गारमेंट की दो दुकानें हैं। आरोपी रेहान और बाबू ने नाबालिग के आपत्तिजनक वीडियो बना रखे थे और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर लगातार उससे पैसे ऐंठ रहे थे। डर के मारे, नाबालिग अपने पिता की दुकान के गल्ले से कभी 5 हजार तो कभी 10 हजार रुपए निकालकर उन्हें देती रही। मामला तब बिगड़ा जब आरोपियों ने एक साथ तीन लाख रुपए की मांग कर दी। इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थ नाबालिग घबरा गई और उसने आरोपियों के फोन नंबर ब्लॉक कर दिए। पैसे न मिलने और नंबर ब्लॉक होने से बौखलाए युवकों ने वीडियो वायरल कर दिया, जिसके बाद परिजन को घटना का पता चला और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आरोपियों की महंगी जीवनशैली और गिरोह का शक
स्थानीय लोगों के अनुसार, आरोपी बाबू और रेहान कोई खास काम नहीं करते, लेकिन उनके पास दो लाख से ज्यादा कीमत की महंगी बाइक हैं और वे अक्सर पार्टियां करते और घूमते-फिरते देखे जाते थे। पीड़ित परिवार ने दावा किया है कि यह एक पूरा गिरोह है जो पहले छोटी बच्चियों को अपने जाल में फंसाता है और फिर उनके वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का धंधा करता है। बजरंग दल के खुमानसिंह ने बताया कि इनके गिरोह के और भी लोगों के नाम पता चले हैं। इसके बारे में पुलिस को सूचना दी है। जो आरोपी पहले पकड़े गए पुलिस ने उनका जुलूस नहीं निकाला, लेकिन अब जो पकड़े जाएं उनका जुलूस निकाला जाए। साथ ही एसडीओपी दिनेश प्रजापति पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका रवैया हिंदू समाज के प्रति ठीक नहीं रहा है। उन्हें भी लाइन अटैच किया जाए या उनका ट्रांसफर हो। खुमान सिंह ने चेतावनी दी कि यदि रविवार दोपहर 12 बजे तक बाकी आरोपी नहीं पकड़े जाते तो बजरंग दल फिर से प्रदर्शन करेगा। आरोपी के परिवार की महिलाएं बोलीं-मेरे लड़के ने कुछ नहीं किया
पुलिस कार्रवाई के दौरान आरोपी परिवार की महिलाएं भी पहुंची और कार्रवाई का विरोध जताया। पुलिस ने उन्हें कार्रवाई स्थल से दूर धकेल दिया। जहां मीडिया के सामने महिलाओं ने आरोप लगाए कि मेरा लड़का तो दो साल से यहां है भी नहीं। कुछ अन्य लड़के हैं, जिनके संबंध लड़की से थे। वीडियो भी उन्होंने वायरल किए। हमारे लड़कों की गलती नहीं हैं। ये खबरें भी पढ़ें... 1.छात्रा का अश्लील वीडियो...आरोपियों के घर चला बुलडोजर:कल भी मंदसौर का शामगढ़ बंद, पुलिस को 12 बजे तक का अल्टीमेटम 2.नाबालिग छात्रा का अश्लील वीडियो बनाया, 5 लाख फिरौती मांगी:मंदसौर के शामगढ़ में लोगों का प्रदर्शन; कल भी पूरा शहर बंद