तहसील के सामने भाजपा नेता ने गाड़ा तंबू:नवागढ़ में जमीन विवाद, तीन दिनों में कब्जा हटाने का नोटिस जारी किया गया
तहसील के सामने भाजपा नेता ने गाड़ा तंबू:नवागढ़ में जमीन विवाद, तीन दिनों में कब्जा हटाने का नोटिस जारी किया गया
बेमेतरा के नवागढ़ तहसील कार्यालय के बाहर जमीन विवाद को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष देवा दास चतुर्वेदी ने राजस्व विभाग की कार्रवाई के विरोध में तहसील कार्यालय के सामने तंबू गाड़कर धरना शुरू कर दिया है। तहसीलदार ने तीन दिनों में कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया है। ग्राम छीतापार की जिस जमीन पर विवाद है, उसे जिला अध्यक्ष ने 2017 में खरीदा था। उनका कहना है कि रजिस्ट्री की पूरी प्रक्रिया वैध थी और शासन ने शुल्क भी लिया था। पांच साल तक किसी विभाग ने आपत्ति नहीं उठाई। उचित मुआवजा मिलने तक कब्जा नहीं छोड़ेंगे- प्रभावित लोग लेकिन अब उक्त भूमि को मुक्तिधाम की जमीन बताकर पूर्व में हुई खरीदी–बिक्री को शून्य घोषित कर दिया गया है, जिससे कई खरीदार प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित लोगों ने कहा कि उन्होंने नियमों के तहत जमीन खरीदी थी, इसलिए रजिस्ट्री रद्द होने और उचित मुआवजा मिलने तक कब्जा नहीं छोड़ेंगे। तहसीलदार पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप उनका आरोप है कि उन्हें अपराधी जैसा दिखाया जा रहा है। देवा दास चतुर्वेदी ने तहसीलदार विनोद कुमार बंजारे पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया। उनका कहना है कि प्रमाणीकरण करने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, बल्कि केवल खरीदारों को नोटिस थमाया गया है, जो राजनीति से प्रेरित कदम है। धरना स्थल पर भाजपा कार्यकर्ता और प्रभावित परिवार जुट रहे हैं। चतुर्वेदी ने कहा कि न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा और आगे की रणनीति पर साथियों से चर्चा की जा रही है। तहसीलदार के नोटिस के बाद प्रशासन सतर्क है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
बेमेतरा के नवागढ़ तहसील कार्यालय के बाहर जमीन विवाद को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष देवा दास चतुर्वेदी ने राजस्व विभाग की कार्रवाई के विरोध में तहसील कार्यालय के सामने तंबू गाड़कर धरना शुरू कर दिया है। तहसीलदार ने तीन दिनों में कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया है। ग्राम छीतापार की जिस जमीन पर विवाद है, उसे जिला अध्यक्ष ने 2017 में खरीदा था। उनका कहना है कि रजिस्ट्री की पूरी प्रक्रिया वैध थी और शासन ने शुल्क भी लिया था। पांच साल तक किसी विभाग ने आपत्ति नहीं उठाई। उचित मुआवजा मिलने तक कब्जा नहीं छोड़ेंगे- प्रभावित लोग लेकिन अब उक्त भूमि को मुक्तिधाम की जमीन बताकर पूर्व में हुई खरीदी–बिक्री को शून्य घोषित कर दिया गया है, जिससे कई खरीदार प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित लोगों ने कहा कि उन्होंने नियमों के तहत जमीन खरीदी थी, इसलिए रजिस्ट्री रद्द होने और उचित मुआवजा मिलने तक कब्जा नहीं छोड़ेंगे। तहसीलदार पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप उनका आरोप है कि उन्हें अपराधी जैसा दिखाया जा रहा है। देवा दास चतुर्वेदी ने तहसीलदार विनोद कुमार बंजारे पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया। उनका कहना है कि प्रमाणीकरण करने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, बल्कि केवल खरीदारों को नोटिस थमाया गया है, जो राजनीति से प्रेरित कदम है। धरना स्थल पर भाजपा कार्यकर्ता और प्रभावित परिवार जुट रहे हैं। चतुर्वेदी ने कहा कि न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा और आगे की रणनीति पर साथियों से चर्चा की जा रही है। तहसीलदार के नोटिस के बाद प्रशासन सतर्क है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।