पेंशन अपडेट के नाम पर ठगी:अमेठी में बुजुर्ग के खाते से 10 हजार रुपए उड़ाए

शुकुल बाजार थाना क्षेत्र में पेंशन अपडेट का झांसा देकर एक बुजुर्ग से 10 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को ब्लॉक कर्मचारी बताकर आधार सत्यापन के बहाने इस वारदात को अंजाम दिया। पूरे शुक्लन गांव निवासी माताफेर पुत्र भुलई के अनुसार, 12 दिसंबर शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे एक अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल से उनके घर पहुंचा। उसने खुद को शुकुल बाजार ब्लॉक का कर्मचारी बताया और कहा कि वह कमरा नंबर 16 में बैठता है। ठग ने पेंशन अपडेट के लिए आधार सत्यापन को आवश्यक बताया। ठग की बातों में आकर बुजुर्ग ने अपना आधार कार्ड दे दिया। इसके बाद ठग ने एक मोबाइल डिवाइस पर पीड़ित से अंगूठा लगवाया और मौके से फरार हो गया। उस समय बुजुर्ग को किसी तरह का संदेह नहीं हुआ। सोमवार को बैंक खुलने पर जब बुजुर्ग ने अपने खाते की जानकारी ली, तो पता चला कि उनके खाते से 10 हजार रुपये ट्रांसफर हो चुके हैं। पीड़ित ने तत्काल मामले की लिखित शिकायत थाना अध्यक्ष को देकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब एक सप्ताह पूर्व ही शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के पूरे बना मजरे बाहरपुर गांव में साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया था। वहां सेवानिवृत्त रेलवे गनमैन बृजमोहन से ठगों ने 19 लाख 28 हजार रुपये की ठगी की थी। बृजमोहन 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हुए थे और उनकी पेंशन शुरू नहीं हुई थी। इसका फायदा उठाते हुए एक ठग ने खुद को मुंबई डीआरएम कार्यालय का डीपीओ बताकर उन्हें फोन किया। ठग ने पेंशन फाइल में दस्तावेजी त्रुटि का हवाला दिया और विश्वास दिलाने के लिए व्हाट्सऐप पर दस्तावेजों की पीडीएफ भेजी। ऑनलाइन वेरिफिकेशन के नाम पर उसने बृजमोहन से जरूरी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद ठग ने बृजमोहन के भारतीय स्टेट बैंक खाते से 9 बार में कुल 19 लाख 28 हजार रुपये निकाल लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच शुरू कर दी है। थाना अध्यक्ष विवेक वर्मा ने बताया कि उन्हें तहरीर मिली है और जांच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी।

पेंशन अपडेट के नाम पर ठगी:अमेठी में बुजुर्ग के खाते से 10 हजार रुपए उड़ाए
शुकुल बाजार थाना क्षेत्र में पेंशन अपडेट का झांसा देकर एक बुजुर्ग से 10 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को ब्लॉक कर्मचारी बताकर आधार सत्यापन के बहाने इस वारदात को अंजाम दिया। पूरे शुक्लन गांव निवासी माताफेर पुत्र भुलई के अनुसार, 12 दिसंबर शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे एक अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल से उनके घर पहुंचा। उसने खुद को शुकुल बाजार ब्लॉक का कर्मचारी बताया और कहा कि वह कमरा नंबर 16 में बैठता है। ठग ने पेंशन अपडेट के लिए आधार सत्यापन को आवश्यक बताया। ठग की बातों में आकर बुजुर्ग ने अपना आधार कार्ड दे दिया। इसके बाद ठग ने एक मोबाइल डिवाइस पर पीड़ित से अंगूठा लगवाया और मौके से फरार हो गया। उस समय बुजुर्ग को किसी तरह का संदेह नहीं हुआ। सोमवार को बैंक खुलने पर जब बुजुर्ग ने अपने खाते की जानकारी ली, तो पता चला कि उनके खाते से 10 हजार रुपये ट्रांसफर हो चुके हैं। पीड़ित ने तत्काल मामले की लिखित शिकायत थाना अध्यक्ष को देकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब एक सप्ताह पूर्व ही शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के पूरे बना मजरे बाहरपुर गांव में साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया था। वहां सेवानिवृत्त रेलवे गनमैन बृजमोहन से ठगों ने 19 लाख 28 हजार रुपये की ठगी की थी। बृजमोहन 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हुए थे और उनकी पेंशन शुरू नहीं हुई थी। इसका फायदा उठाते हुए एक ठग ने खुद को मुंबई डीआरएम कार्यालय का डीपीओ बताकर उन्हें फोन किया। ठग ने पेंशन फाइल में दस्तावेजी त्रुटि का हवाला दिया और विश्वास दिलाने के लिए व्हाट्सऐप पर दस्तावेजों की पीडीएफ भेजी। ऑनलाइन वेरिफिकेशन के नाम पर उसने बृजमोहन से जरूरी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद ठग ने बृजमोहन के भारतीय स्टेट बैंक खाते से 9 बार में कुल 19 लाख 28 हजार रुपये निकाल लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच शुरू कर दी है। थाना अध्यक्ष विवेक वर्मा ने बताया कि उन्हें तहरीर मिली है और जांच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी।