झांसी स्टेशन पर छूटा 18 लाख के जेवर का बैग:GRP और RPF ने 30 मिनट में खंगाले 35 CCTV कैमरे, नशेड़ी कम्बल में छिपाकर बैठा था

झांसी स्टेशन पर एस्कलेटर पर चढ़ते हुए महिला हड़बड़ी में लाखों रुपए के जेवर से भरा बैग भूल गई। ट्रेन में बैठने के बाद जब याद आया तो रेलवे से मदद मांगी। यहां GRP को जानकारी हुई तो टीम ने 35 सीसीटीवी कैमरे खंगाल डाले। फुटेज देखे तो पता चला कि प्लेटफॉर्म पर ही एक नशेड़ी बैग को कम्बल में छिपाए बैठे मिला। इसके बाद टीम ने बैग बरामद कर यात्री को सूचना दी। यात्री के झांसी पहुंचने पर उसका बैग वापस कर दिया। दरअसल, झांसी के नवाबाद थाना क्षेत्र के सैंयर गेट की रहने वालीं शाहजहां बेगम पत्नी जुम्मन खां की बेटी मध्य प्रदेश के बीना में रहती हैं। वहां उसकी ससुराल में शादी है तो ऐसे में शाहजहां बेगम उनका जेवर उन्हें सौंपने बीना जाने के लिए झांसी स्टेशन पहुंची थीं। यहां प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे एस्कलेटर से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए शाहजहां बेगम चढ़ीं तो पहली बार एस्कलेटर पर चढ़ते ही हड़बड़ा गईं और हाथ में लिए जेवर से भरा बैग छोड़ दिया। हड़बड़ी में ही वह प्लेटफार्म नंबर 5 पर पहुंच गईं और पातालकोट एक्सप्रेस में सवार हो गईं। जब सीट पर उन्हें बैग की याद आई तो उन्होंने अपने नाती सलमान को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद सलमान ने जीआरपी से मदद मांगी। यहां जीआरपी ने भी सूचना मिलते ही ततपरता दिखाई और बैग ढूंढने में जुट गई। एसपी जीआरपी विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बैग तलाशने के लिए एक टीम भी मिनटों में गठित कर दी। इसके बाद जीआरपी टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक जीआरपी रावेंद्र कुमार सिंह, आरपीएफ उप निरीक्षक यतेंद्र कुमार, सहायक उप निरीक्षक विश्राम सिंह, हेड कांस्टेबल अजय कुमार त्रिपाठी, गिरजेश कुमार, राहुल दुबे और भास्कर शुक्ला ने बैग की तलाश के लिए 30 मिनट में स्टेशन पर लगे 35 CCTV कैमरों के फुटेज खंगाल लिए। फुटेज में पता चला कि महिला के पीछे एस्कलेटर पर चढ़ रहे एक युवक ने बैग छूटने पर उसे अपने पास रख लिया था। इसके बाद जब टीम युवक का तलाशते हुए प्लेटफॉर्म नंबर 5 पुर पहुंची तो युवक के पास बैग मिला गया। बैग को थाने लाकार खोला गया तो उसमें 18 लाख रुपए कीमत के जेवर रखे हुए थे। इसके बाद महिला को सूचना देकर जीआरपी ने बैग लौटा दिया।

झांसी स्टेशन पर छूटा 18 लाख के जेवर का बैग:GRP और RPF ने 30 मिनट में खंगाले 35 CCTV कैमरे, नशेड़ी कम्बल में छिपाकर बैठा था
झांसी स्टेशन पर एस्कलेटर पर चढ़ते हुए महिला हड़बड़ी में लाखों रुपए के जेवर से भरा बैग भूल गई। ट्रेन में बैठने के बाद जब याद आया तो रेलवे से मदद मांगी। यहां GRP को जानकारी हुई तो टीम ने 35 सीसीटीवी कैमरे खंगाल डाले। फुटेज देखे तो पता चला कि प्लेटफॉर्म पर ही एक नशेड़ी बैग को कम्बल में छिपाए बैठे मिला। इसके बाद टीम ने बैग बरामद कर यात्री को सूचना दी। यात्री के झांसी पहुंचने पर उसका बैग वापस कर दिया। दरअसल, झांसी के नवाबाद थाना क्षेत्र के सैंयर गेट की रहने वालीं शाहजहां बेगम पत्नी जुम्मन खां की बेटी मध्य प्रदेश के बीना में रहती हैं। वहां उसकी ससुराल में शादी है तो ऐसे में शाहजहां बेगम उनका जेवर उन्हें सौंपने बीना जाने के लिए झांसी स्टेशन पहुंची थीं। यहां प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे एस्कलेटर से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए शाहजहां बेगम चढ़ीं तो पहली बार एस्कलेटर पर चढ़ते ही हड़बड़ा गईं और हाथ में लिए जेवर से भरा बैग छोड़ दिया। हड़बड़ी में ही वह प्लेटफार्म नंबर 5 पर पहुंच गईं और पातालकोट एक्सप्रेस में सवार हो गईं। जब सीट पर उन्हें बैग की याद आई तो उन्होंने अपने नाती सलमान को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद सलमान ने जीआरपी से मदद मांगी। यहां जीआरपी ने भी सूचना मिलते ही ततपरता दिखाई और बैग ढूंढने में जुट गई। एसपी जीआरपी विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बैग तलाशने के लिए एक टीम भी मिनटों में गठित कर दी। इसके बाद जीआरपी टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक जीआरपी रावेंद्र कुमार सिंह, आरपीएफ उप निरीक्षक यतेंद्र कुमार, सहायक उप निरीक्षक विश्राम सिंह, हेड कांस्टेबल अजय कुमार त्रिपाठी, गिरजेश कुमार, राहुल दुबे और भास्कर शुक्ला ने बैग की तलाश के लिए 30 मिनट में स्टेशन पर लगे 35 CCTV कैमरों के फुटेज खंगाल लिए। फुटेज में पता चला कि महिला के पीछे एस्कलेटर पर चढ़ रहे एक युवक ने बैग छूटने पर उसे अपने पास रख लिया था। इसके बाद जब टीम युवक का तलाशते हुए प्लेटफॉर्म नंबर 5 पुर पहुंची तो युवक के पास बैग मिला गया। बैग को थाने लाकार खोला गया तो उसमें 18 लाख रुपए कीमत के जेवर रखे हुए थे। इसके बाद महिला को सूचना देकर जीआरपी ने बैग लौटा दिया।