आधुनिकीकरण:रायपुर स्टेशन को हाईटेक बनाने खर्च होंगे 482 करोड़, 42 लिफ्ट और 16 एक्सेलरेटर भी लगेंगे

राजधानी का रेलवे स्टेशन हाईटेक बनेगा। रेलवे 482.88 करोड़ की लागत से रायपुर स्टेशन का नए सिर से निर्माण कर रहा है। गुढ़ियारी की तरफ कॉलोनी तोड़ने का काम शुरू हो गया है। इसके बाद पार्सल कार्यालय और आरक्षण काउंटर को तोड़ा जाएगा। स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए 16 एक्सेलरेटर लगाए जाएंगे। स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वार को बड़ा किया जाएगा। बिल्डिंग में विशाल कांकोर्स, बड़ी छत, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और बड़ी कार पार्किंग बनायी जाएगी। नया स्टेशन तीन साल में तैयार हो जाएगा। चार चरणों में काम होगा। स्टेशन में यात्रियों के 10 टिकट बुकिंग विंडो, बेहतरीन प्लेटफार्म सरफेस, 300 किलोवाट का सोलर पैनल, प्रत्येक प्लेटफार्म पर 26 कोच इंडिकेशन बोर्ड, 74 टॉयलेट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 6 मीटर चौड़ा ब्रिज, 40 वाटर कूलर 42 लिफ्ट और 3512 स्क्वायर मीटर में पार्सल एरिया रहेगा। 10 यात्री आरक्षण सुविधा काउंटर और 16 एक्सेलरेटर लगेंगे। रिजर्व लॉज, मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्टेशन हब, कॉनकोर्स एरिया, बस्तर छत्तीसगढ़ी आर्ट से सुसज्जित होगा रायपुर स्टेशन विश्व स्तरीय यात्री सुविधाओं से उन्नत होगा रायपुर स्टेशन। वर्तमान में रायपुर रेलवे स्टेशन पर ये सुविधाएं मौजूदा समय की बात करें तो रायपुर रेलवे स्टेशन में कई सारी सुविधाएं यात्रियों को दी जा रही है, जिसमें लिफ्ट, एस्केलेटर, प्लेटफॉर्म में रिटायरिंग रूम, वेटिंग हॉल, बैटरी चलित वाहन समेत अमानत घर है। रेलवे स्टेशन के दूसरे छोर गुढियारी में प्लेटफार्म नंबर 7 बनकर तैयार हो गया है। वर्तमान में पार्किंग की व्यवस्था दोनों तरफ है। कार्य के दौरान रद्द नहीं होंगी ट्रेनें रेल अफसर की मानें तो मुंबई हावड़ा के मुख्य मार्ग पर स्थित रायपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली, मुंबई, उत्तर-प्रदेश, बिहार, झारखंड, हावड़ा आदि जगहों पर ट्रेनों का आवागमन है। निर्माण के दौरान ट्रेनों के रद्द करने पर यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। इसलिए रेलवे ने निर्णय लिया है कि ट्रेनों रद्द नहीं किया जाएगा। ट्रेनों को यहां से रवाना होगी। पार्सल और आरक्षण केंद्र की बिल्डिंग टूटेगी नए स्टेशन के निर्माण से पहले रेलवे पुरानी बिल्डिंगों को तोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। रेलवे सबसे पहले पार्सल कार्यालय और आरक्षण केंद्र को तोड़ेगा। इन दोनों को तोड़कर बी टीआरएस बस टिकट काउंटर के पास अस्थाई भवन बनाकर रेलवे शिफ्ट करेगा। उसके बाद वहां सर्विस बिल्डिंग का निर्माण होगा। सिटी सेंटर की तरह बनेगा स्टेशन स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इसके तहत वेटिंग हाल, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, वॉशरूम, कवर शेड, स्टैंडर्ड साइनेज आदि बनाए जाएंगे। स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए ग्रीन स्टेशन का रूप दिया जाएगा, जहां प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन का बेहतर इंतजाम किया जाएगा। स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग के अनुकूल सुविधाएं रहेंगी। स्थानीय कला और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के डिजाइन किया जाएगा। रेलवे स्टेशन सिटी के दोनों तरफ जुड़कर सिटी सेंटर की तरह विकसित किए जायेंगे।

आधुनिकीकरण:रायपुर स्टेशन को हाईटेक बनाने खर्च होंगे 482 करोड़, 42 लिफ्ट और 16 एक्सेलरेटर भी लगेंगे
राजधानी का रेलवे स्टेशन हाईटेक बनेगा। रेलवे 482.88 करोड़ की लागत से रायपुर स्टेशन का नए सिर से निर्माण कर रहा है। गुढ़ियारी की तरफ कॉलोनी तोड़ने का काम शुरू हो गया है। इसके बाद पार्सल कार्यालय और आरक्षण काउंटर को तोड़ा जाएगा। स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए 16 एक्सेलरेटर लगाए जाएंगे। स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वार को बड़ा किया जाएगा। बिल्डिंग में विशाल कांकोर्स, बड़ी छत, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और बड़ी कार पार्किंग बनायी जाएगी। नया स्टेशन तीन साल में तैयार हो जाएगा। चार चरणों में काम होगा। स्टेशन में यात्रियों के 10 टिकट बुकिंग विंडो, बेहतरीन प्लेटफार्म सरफेस, 300 किलोवाट का सोलर पैनल, प्रत्येक प्लेटफार्म पर 26 कोच इंडिकेशन बोर्ड, 74 टॉयलेट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 6 मीटर चौड़ा ब्रिज, 40 वाटर कूलर 42 लिफ्ट और 3512 स्क्वायर मीटर में पार्सल एरिया रहेगा। 10 यात्री आरक्षण सुविधा काउंटर और 16 एक्सेलरेटर लगेंगे। रिजर्व लॉज, मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्टेशन हब, कॉनकोर्स एरिया, बस्तर छत्तीसगढ़ी आर्ट से सुसज्जित होगा रायपुर स्टेशन विश्व स्तरीय यात्री सुविधाओं से उन्नत होगा रायपुर स्टेशन। वर्तमान में रायपुर रेलवे स्टेशन पर ये सुविधाएं मौजूदा समय की बात करें तो रायपुर रेलवे स्टेशन में कई सारी सुविधाएं यात्रियों को दी जा रही है, जिसमें लिफ्ट, एस्केलेटर, प्लेटफॉर्म में रिटायरिंग रूम, वेटिंग हॉल, बैटरी चलित वाहन समेत अमानत घर है। रेलवे स्टेशन के दूसरे छोर गुढियारी में प्लेटफार्म नंबर 7 बनकर तैयार हो गया है। वर्तमान में पार्किंग की व्यवस्था दोनों तरफ है। कार्य के दौरान रद्द नहीं होंगी ट्रेनें रेल अफसर की मानें तो मुंबई हावड़ा के मुख्य मार्ग पर स्थित रायपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली, मुंबई, उत्तर-प्रदेश, बिहार, झारखंड, हावड़ा आदि जगहों पर ट्रेनों का आवागमन है। निर्माण के दौरान ट्रेनों के रद्द करने पर यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। इसलिए रेलवे ने निर्णय लिया है कि ट्रेनों रद्द नहीं किया जाएगा। ट्रेनों को यहां से रवाना होगी। पार्सल और आरक्षण केंद्र की बिल्डिंग टूटेगी नए स्टेशन के निर्माण से पहले रेलवे पुरानी बिल्डिंगों को तोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। रेलवे सबसे पहले पार्सल कार्यालय और आरक्षण केंद्र को तोड़ेगा। इन दोनों को तोड़कर बी टीआरएस बस टिकट काउंटर के पास अस्थाई भवन बनाकर रेलवे शिफ्ट करेगा। उसके बाद वहां सर्विस बिल्डिंग का निर्माण होगा। सिटी सेंटर की तरह बनेगा स्टेशन स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इसके तहत वेटिंग हाल, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट, वॉशरूम, कवर शेड, स्टैंडर्ड साइनेज आदि बनाए जाएंगे। स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए ग्रीन स्टेशन का रूप दिया जाएगा, जहां प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन का बेहतर इंतजाम किया जाएगा। स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग के अनुकूल सुविधाएं रहेंगी। स्थानीय कला और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के डिजाइन किया जाएगा। रेलवे स्टेशन सिटी के दोनों तरफ जुड़कर सिटी सेंटर की तरह विकसित किए जायेंगे।