टीआई को दे रहा था धमकी:निगरानी बदमाश ने थाने में मचाया हंगामा एसपी ने प्रभारी सहित छह को भेजा लाइन

रतनपुर पुलिस के संरक्षण में अवैध काम करने वाला निगरानी बदमाश ने थाने में रविवार को जमकर उत्पात मचाया। थाने में पुलिस के सामने गाली-गलौज कर टीआई को ऊपर से फोन कराने की धौंस दिखाई। टीआई ने दो-तीन थप्पड़ जड़ने के बाद किसी तरह उसे शांत कराया। दूसरे पक्ष को थाने बुलवाया, लेकिन उन्होंने एफआईआर कराने से इनकार कर दिया। वायरल वीडियो देखते ही एसपी रजनेश सिंह भड़क गए। उन्होंने रतनपुर थाना प्रभारी रजनीश सिंह समेत आरक्षक नंदकुमार यादव, अजय भारद्वाज, घनश्याम राठौर, दुर्गेश प्रजापति, राकेश आनंद को लाइन अटैच कर दिया। रतनपुर थाने में करैहापारा निवासी विक्की उर्फ विकास रावत का नाम गुंडा सूची में शामिल है। उसके खिलाफ थाने में कई अपराध दर्ज हैं। वह क्षेत्र के नामी बदमाशों में शुमार है। रविवार की रात साढ़े 9 बजे वह रतनपुर थाने पहुंचा। कुछ लोगों पर शराब भट्टी के पास मारपीट करने का आरोप लगाते हुए जुर्म दर्ज करने को कहा। मारपीट से उसके कंधे में चोट आई थी। हाथ से भी खून बह रहा था। थाना प्रभारी ऑनलाइन मीटिंग में शामिल होने गए थे। पुलिसकर्मियों ने कहा घटना की तस्दीक करने और सही पाए जाने पर अपराध दर्ज की जाएगी। इस पर विक्की रावत ने तत्काल अपराध दर्ज करवाने की मांग करते हुए थाने में हंगामा मचाया। अश्लील गाली गलौज शुरू कर दी। कोटा विधायक के करीबी चाचा के बेटों से टीआई को फोन कराने की धौंस देता रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी बैठी रही। टीआई के कहने पर वीडियो बनाकर पुलिस ग्रुप में डाला, जिसे दूसरे दिन किसी ने वायरल कर दिया। आरोपी विक्की रावत की दहशत इतनी ज्यादा है कि कश्यप परिवार ने विवाद के बाद भी उसके खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिखाई। आरोपी आदतन बदमाश है, इसलिए टीआई ने मामला दर्ज करने से पहले पूछताछ के लिए दूसरे पक्ष को थाने बुलाया। पूछताछ में उन्होंने खुद से चोट पहुंचा कर फंसाने की जानकारी दी। गुंडा प्रवृत्ति का होने के कारण वे एफआईआर लिखाए बिना ही चले गए। आरोपी पर लूट, डकैती जैसे कई संगीन अपराध दर्ज विक्की रावत पर लूट, डकैती, चोरी, मारपीट जैसे कई संगीन मामले रतनपुर थाने में दर्ज है। कुछ साल पहले साथियों के साथ उसने रोड लाइंस के ऑफिस में घुसकर डकैती की थी। सरेराह पत्रकार से मारपीट, राह चलते लोगों को मोबाइल लूटने का भी मामला दर्ज है। आरक्षकों ने पेंड्रा के व्यापारी से किया था गांजे का सौदा कुछ समय पहले रतनपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय गांजा तस्कर को पकड़ा था। उसके पास से भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। दो आरक्षकों ने 50 किलो गांजा दबा दिया। गांजा का सौदा पेंड्रा के एक व्यापारी से किया। गांजा उन्होंने थाने में ही छिपाकर रखा था। जब आरोपी ने गांजा की मात्रा अधिक होने की जानकारी दी तब मामले का खुलासा हुआ। अधिकारियों ने आरक्षकों के मोबाइल की जांच व पूछताछ के बाद गांजा बरामद किया। मामले में पुलिस की बदनामी होती, इसलिए उस समय किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुंशी और आरक्षकों के संरक्षण में करता था अवैध काम निगरानी बदमाश होने के बाद भी विक्की क्षेत्र में मुंशी और आरक्षकों के संरक्षण में लंबे समय से अवैध काम कर रहा है। वह क्षेत्र में बिना किसी खौफ के शराब, गांजा, नाइट्रा बिकवा रहा था। आए दिन वह मुंशी और आरक्षकों के साथ ढाबे में बैठा नजर आता है।

टीआई को दे रहा था धमकी:निगरानी बदमाश ने थाने में मचाया हंगामा एसपी ने प्रभारी सहित छह को भेजा लाइन
रतनपुर पुलिस के संरक्षण में अवैध काम करने वाला निगरानी बदमाश ने थाने में रविवार को जमकर उत्पात मचाया। थाने में पुलिस के सामने गाली-गलौज कर टीआई को ऊपर से फोन कराने की धौंस दिखाई। टीआई ने दो-तीन थप्पड़ जड़ने के बाद किसी तरह उसे शांत कराया। दूसरे पक्ष को थाने बुलवाया, लेकिन उन्होंने एफआईआर कराने से इनकार कर दिया। वायरल वीडियो देखते ही एसपी रजनेश सिंह भड़क गए। उन्होंने रतनपुर थाना प्रभारी रजनीश सिंह समेत आरक्षक नंदकुमार यादव, अजय भारद्वाज, घनश्याम राठौर, दुर्गेश प्रजापति, राकेश आनंद को लाइन अटैच कर दिया। रतनपुर थाने में करैहापारा निवासी विक्की उर्फ विकास रावत का नाम गुंडा सूची में शामिल है। उसके खिलाफ थाने में कई अपराध दर्ज हैं। वह क्षेत्र के नामी बदमाशों में शुमार है। रविवार की रात साढ़े 9 बजे वह रतनपुर थाने पहुंचा। कुछ लोगों पर शराब भट्टी के पास मारपीट करने का आरोप लगाते हुए जुर्म दर्ज करने को कहा। मारपीट से उसके कंधे में चोट आई थी। हाथ से भी खून बह रहा था। थाना प्रभारी ऑनलाइन मीटिंग में शामिल होने गए थे। पुलिसकर्मियों ने कहा घटना की तस्दीक करने और सही पाए जाने पर अपराध दर्ज की जाएगी। इस पर विक्की रावत ने तत्काल अपराध दर्ज करवाने की मांग करते हुए थाने में हंगामा मचाया। अश्लील गाली गलौज शुरू कर दी। कोटा विधायक के करीबी चाचा के बेटों से टीआई को फोन कराने की धौंस देता रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी बैठी रही। टीआई के कहने पर वीडियो बनाकर पुलिस ग्रुप में डाला, जिसे दूसरे दिन किसी ने वायरल कर दिया। आरोपी विक्की रावत की दहशत इतनी ज्यादा है कि कश्यप परिवार ने विवाद के बाद भी उसके खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिखाई। आरोपी आदतन बदमाश है, इसलिए टीआई ने मामला दर्ज करने से पहले पूछताछ के लिए दूसरे पक्ष को थाने बुलाया। पूछताछ में उन्होंने खुद से चोट पहुंचा कर फंसाने की जानकारी दी। गुंडा प्रवृत्ति का होने के कारण वे एफआईआर लिखाए बिना ही चले गए। आरोपी पर लूट, डकैती जैसे कई संगीन अपराध दर्ज विक्की रावत पर लूट, डकैती, चोरी, मारपीट जैसे कई संगीन मामले रतनपुर थाने में दर्ज है। कुछ साल पहले साथियों के साथ उसने रोड लाइंस के ऑफिस में घुसकर डकैती की थी। सरेराह पत्रकार से मारपीट, राह चलते लोगों को मोबाइल लूटने का भी मामला दर्ज है। आरक्षकों ने पेंड्रा के व्यापारी से किया था गांजे का सौदा कुछ समय पहले रतनपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय गांजा तस्कर को पकड़ा था। उसके पास से भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। दो आरक्षकों ने 50 किलो गांजा दबा दिया। गांजा का सौदा पेंड्रा के एक व्यापारी से किया। गांजा उन्होंने थाने में ही छिपाकर रखा था। जब आरोपी ने गांजा की मात्रा अधिक होने की जानकारी दी तब मामले का खुलासा हुआ। अधिकारियों ने आरक्षकों के मोबाइल की जांच व पूछताछ के बाद गांजा बरामद किया। मामले में पुलिस की बदनामी होती, इसलिए उस समय किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुंशी और आरक्षकों के संरक्षण में करता था अवैध काम निगरानी बदमाश होने के बाद भी विक्की क्षेत्र में मुंशी और आरक्षकों के संरक्षण में लंबे समय से अवैध काम कर रहा है। वह क्षेत्र में बिना किसी खौफ के शराब, गांजा, नाइट्रा बिकवा रहा था। आए दिन वह मुंशी और आरक्षकों के साथ ढाबे में बैठा नजर आता है।