इंदौर एयरपोर्ट की रैकिंग में सुधार 4 नंबर पर पहुंचा:12 से सीधे 4 नंबर पर आया; अब केवल चेन्नई, गोवा, कोलकाता हमसे आगे
इंदौर एयरपोर्ट की रैकिंग में सुधार 4 नंबर पर पहुंचा:12 से सीधे 4 नंबर पर आया; अब केवल चेन्नई, गोवा, कोलकाता हमसे आगे
इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुविधाओं के मामले में जबरदस्त सुधार किया है। एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे में अब इंदौर एयरपोर्ट देश में चौथे और विश्व में 66 वें स्थान पर पहुंच गया है। पिछली तिमाही में इंदौर एयरपोर्ट भारत में 12 वें और विश्व में 90 वें स्थान पर था। इस बार इंदौर ने पूरे देश में सबसे अधिक 0.25 अंकों का सुधार किया है। यह सर्वे देश के 15 एयरपोर्ट पर किया गया। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि बुधवार देर रात एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस साल की तीसरी तिमाही यानी जुलाई, अगस्त और सितंबर के परिणाम जारी किए है। जिसमें इंदौर को 4.91 अंक मिले है। जबकि इससे पहले की तिमाही में इंदौर को पांच में से 4.66 अंक मिले थे। हमारे एयरपोर्ट ने बीते तीन माह जबरदस्त सुधार किया है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि इस रिपोर्ट के अनुसार देश में नंबर 1 एयरपोर्ट का दर्जा प्राप्त करने वाले चेन्नई एयरपोर्ट को 4.93, गोवा एयरपोर्ट को 4.92 और कोलकाता एयरपोर्ट को 4.92 अंक मिले है। हमारा एयरपोर्ट देश में चौथे स्थान पर है। इस साल की दो तिमाही में 12 वें नंबर पर था एयरपोर्ट इंदौर एयरपोर्ट जो कभी देश में पहले स्थान पर था वह इस साल की शुरूआती दो तिमाही में देश में लगातार दो बार 12वें नंबर पर रहा था। इसके बाद तत्कालीन एयरपोर्ट डायरेक्टर सीवी रविन्द्रन का तबादला कर कर वीके सेठ को इंदौर एयरपोर्ट डायरेक्टर बनाया गया था। ऐसे तय होती है रैंकिंग एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा देश के ऐसे एयरपोर्ट जहां सालाना यात्री संख्या 18 लाख से ज्यादा है, वहां एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) से एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी सर्वे करवाया जाता है। इसमें इंदौर सहित देश के 15 एयरपोर्ट शामिल हैं। इसमें एसीआई की टीम एयरपोर्ट पर यात्रियों से एयरपोर्ट पर मिलने वाली सुविधाओं को 31 बिंदुओं में बांट कर 1 से 5 अंक तक देने को कहती है। 1 सबसे बुरी स्थिति के लिए और 5 सबसे अच्छी स्थिति के लिए। इस सर्वे के आधार पर ही एयरपोर्ट की देश में और एशिया पैसेफिक में रैंक तय होती है। पहली बार सभी पॉइंट में बढ़े नंबर सर्वे के 33 बिन्दुओं में से इंदौर के केवल सुरक्षा स्क्रीन और चेक इन कांउटर तलाशने में आसानी जैसे पॉइंट पर अंक कम मिले है। शेष सभी 31 पॉइंट पर इंदौर एयरपोर्ट ने सुधार किया है। पिछली 2 तिमाही में 4 कारणों से गिर थी रैंकिंग 1. सफाई कर्मचारी बदल दिए इंदौर एयरपोर्ट पर सालों से काम कर रहे अनुभवी सफाई कर्मचारियों को एयरपोर्ट प्रबंधन ने बदल दिया था। बताया जाता है कि एयरपोर्ट पर काम करने वाले 70 से 80 कर्मचारियों को बदला गया था। उनकी जगह ऐसे कर्मचारियों की भर्ती की गई, जिन्हें एयरपोर्ट पर साफ सफाई का अनुभव ही नहीं था। एयरपोर्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कर्मचारियों को बदलने के पीछे एयरपोर्ट प्रबंधन ने यह कारण बताया था की यह कर्मचारी ठीक से काम नहीं करते हैं। 2. अधिकारी सफाई पर नहीं दे रहे थे ध्यान इंदौर एयरपोर्ट पर पदस्थ नए अधिकारी सफाई और अन्य सुविधाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं थे। अधिकारियों का पूरा ध्यान सिर्फ वीवीआईपी मूवमेंट और विभागीय कामों में ही रहता था। 3. यात्रियों की संख्या बढ़ी, लेकिन सुविधा नहीं बढ़ाई एयरपोर्ट अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर एयरपोर्ट पर लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ी है। लेकिन सुविधाओं को नहीं बढ़ाया गया। कोविड के पहले इंदौर एयरपोर्ट से रोजाना 7 से 8 हजार लोग यात्रा करते थे। अब यह संख्या 10 से 11 हजार हो गई है। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि यात्रियों की संख्या के अनुरुप प्रबंधन तैयारी नहीं कर पा रहा है। 4. दूसरे एयरपोर्ट ने किया अच्छा काम इंदौर एयरपोर्ट जब पहले नंबर पर आया था, तब गोवा एयरपोर्ट दूसरे नंबर पर था। गोवा एयरपोर्ट ने लगातार यात्रियों के बढ़ने के साथ ही सुविधाओं को भी बढ़ाया लेकिन इंदौर एयरपोर्ट यह नहीं कर पाया और पहले पायदान से सीधे सातवें और फिर बारहवें नंबर तक पहुंच गया। लेकिन अब एक बार फिर चौथे नंबर पर आ गया है।
इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुविधाओं के मामले में जबरदस्त सुधार किया है। एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे में अब इंदौर एयरपोर्ट देश में चौथे और विश्व में 66 वें स्थान पर पहुंच गया है। पिछली तिमाही में इंदौर एयरपोर्ट भारत में 12 वें और विश्व में 90 वें स्थान पर था। इस बार इंदौर ने पूरे देश में सबसे अधिक 0.25 अंकों का सुधार किया है। यह सर्वे देश के 15 एयरपोर्ट पर किया गया। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि बुधवार देर रात एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस साल की तीसरी तिमाही यानी जुलाई, अगस्त और सितंबर के परिणाम जारी किए है। जिसमें इंदौर को 4.91 अंक मिले है। जबकि इससे पहले की तिमाही में इंदौर को पांच में से 4.66 अंक मिले थे। हमारे एयरपोर्ट ने बीते तीन माह जबरदस्त सुधार किया है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि इस रिपोर्ट के अनुसार देश में नंबर 1 एयरपोर्ट का दर्जा प्राप्त करने वाले चेन्नई एयरपोर्ट को 4.93, गोवा एयरपोर्ट को 4.92 और कोलकाता एयरपोर्ट को 4.92 अंक मिले है। हमारा एयरपोर्ट देश में चौथे स्थान पर है। इस साल की दो तिमाही में 12 वें नंबर पर था एयरपोर्ट इंदौर एयरपोर्ट जो कभी देश में पहले स्थान पर था वह इस साल की शुरूआती दो तिमाही में देश में लगातार दो बार 12वें नंबर पर रहा था। इसके बाद तत्कालीन एयरपोर्ट डायरेक्टर सीवी रविन्द्रन का तबादला कर कर वीके सेठ को इंदौर एयरपोर्ट डायरेक्टर बनाया गया था। ऐसे तय होती है रैंकिंग एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा देश के ऐसे एयरपोर्ट जहां सालाना यात्री संख्या 18 लाख से ज्यादा है, वहां एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) से एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी सर्वे करवाया जाता है। इसमें इंदौर सहित देश के 15 एयरपोर्ट शामिल हैं। इसमें एसीआई की टीम एयरपोर्ट पर यात्रियों से एयरपोर्ट पर मिलने वाली सुविधाओं को 31 बिंदुओं में बांट कर 1 से 5 अंक तक देने को कहती है। 1 सबसे बुरी स्थिति के लिए और 5 सबसे अच्छी स्थिति के लिए। इस सर्वे के आधार पर ही एयरपोर्ट की देश में और एशिया पैसेफिक में रैंक तय होती है। पहली बार सभी पॉइंट में बढ़े नंबर सर्वे के 33 बिन्दुओं में से इंदौर के केवल सुरक्षा स्क्रीन और चेक इन कांउटर तलाशने में आसानी जैसे पॉइंट पर अंक कम मिले है। शेष सभी 31 पॉइंट पर इंदौर एयरपोर्ट ने सुधार किया है। पिछली 2 तिमाही में 4 कारणों से गिर थी रैंकिंग 1. सफाई कर्मचारी बदल दिए इंदौर एयरपोर्ट पर सालों से काम कर रहे अनुभवी सफाई कर्मचारियों को एयरपोर्ट प्रबंधन ने बदल दिया था। बताया जाता है कि एयरपोर्ट पर काम करने वाले 70 से 80 कर्मचारियों को बदला गया था। उनकी जगह ऐसे कर्मचारियों की भर्ती की गई, जिन्हें एयरपोर्ट पर साफ सफाई का अनुभव ही नहीं था। एयरपोर्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कर्मचारियों को बदलने के पीछे एयरपोर्ट प्रबंधन ने यह कारण बताया था की यह कर्मचारी ठीक से काम नहीं करते हैं। 2. अधिकारी सफाई पर नहीं दे रहे थे ध्यान इंदौर एयरपोर्ट पर पदस्थ नए अधिकारी सफाई और अन्य सुविधाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं थे। अधिकारियों का पूरा ध्यान सिर्फ वीवीआईपी मूवमेंट और विभागीय कामों में ही रहता था। 3. यात्रियों की संख्या बढ़ी, लेकिन सुविधा नहीं बढ़ाई एयरपोर्ट अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर एयरपोर्ट पर लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ी है। लेकिन सुविधाओं को नहीं बढ़ाया गया। कोविड के पहले इंदौर एयरपोर्ट से रोजाना 7 से 8 हजार लोग यात्रा करते थे। अब यह संख्या 10 से 11 हजार हो गई है। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि यात्रियों की संख्या के अनुरुप प्रबंधन तैयारी नहीं कर पा रहा है। 4. दूसरे एयरपोर्ट ने किया अच्छा काम इंदौर एयरपोर्ट जब पहले नंबर पर आया था, तब गोवा एयरपोर्ट दूसरे नंबर पर था। गोवा एयरपोर्ट ने लगातार यात्रियों के बढ़ने के साथ ही सुविधाओं को भी बढ़ाया लेकिन इंदौर एयरपोर्ट यह नहीं कर पाया और पहले पायदान से सीधे सातवें और फिर बारहवें नंबर तक पहुंच गया। लेकिन अब एक बार फिर चौथे नंबर पर आ गया है।