चंदेरी में किला कोठी के पास तेंदुए का मूवमेंट:रात के समय सड़क की रेलिंग के किनारे दिखाई दिया, वीडियो वायरल
चंदेरी में किला कोठी के पास तेंदुए का मूवमेंट:रात के समय सड़क की रेलिंग के किनारे दिखाई दिया, वीडियो वायरल
ऐतिहासिक नगरी चंदेरी की किला कोठी के पास इस समय तेंदुआ का मूवमेंट है। बीती रात सड़क से निकल रहे राहगीरों को सड़क के किनारे रेलिंग के पीछे तेंदुआ बैठा दिखाई दिया। जिसका उन्होंने अपने मोबाइल फोन में वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो सामने आने के बाद लोगों को किला कोठी की ओर जाने से डर लगने लगा है। यह वीडियो देर रात से सोशल मीडिया पर भी प्रसारित हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा तेंदुआ कुछ देर तक सड़क किनारे रेलिंग के पीछे बैठा रहा, लेकिन वाहन की लाइट उसके ऊपर पढ़ने की वजह से वह झाड़ियां की ओर चला गया। जिस स्थान पर तेंदुआ दिखाई दिया है उसी रास्ते से किला कोठी तक पहुंचाते हैं ठीक उसी से लगा हुआ झाड़ियों का इलाका है। उसकी दूसरी ओर सिंहपुर घाटी का रास्ता है। इन दोनों ही रास्तों से आने जाने वाले लोगों को तेंदुआ दिखाई देने के बाद जाने में भय लगने लगा है। बता दें, चंदेरी की किला कोठी सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत है। यहां पर जिले सहित आसपास के जिलों अन्य प्रदेश एवं विदेशी पर्यटक भी घूमने के लिए आते हैं। अक्सर सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का किला कोठी पर आना जाना लगा रहता है। इससे पहले भी कई बार इस इलाके में तेंदुआ का मूवमेंट हुआ है।
ऐतिहासिक नगरी चंदेरी की किला कोठी के पास इस समय तेंदुआ का मूवमेंट है। बीती रात सड़क से निकल रहे राहगीरों को सड़क के किनारे रेलिंग के पीछे तेंदुआ बैठा दिखाई दिया। जिसका उन्होंने अपने मोबाइल फोन में वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो सामने आने के बाद लोगों को किला कोठी की ओर जाने से डर लगने लगा है। यह वीडियो देर रात से सोशल मीडिया पर भी प्रसारित हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा तेंदुआ कुछ देर तक सड़क किनारे रेलिंग के पीछे बैठा रहा, लेकिन वाहन की लाइट उसके ऊपर पढ़ने की वजह से वह झाड़ियां की ओर चला गया। जिस स्थान पर तेंदुआ दिखाई दिया है उसी रास्ते से किला कोठी तक पहुंचाते हैं ठीक उसी से लगा हुआ झाड़ियों का इलाका है। उसकी दूसरी ओर सिंहपुर घाटी का रास्ता है। इन दोनों ही रास्तों से आने जाने वाले लोगों को तेंदुआ दिखाई देने के बाद जाने में भय लगने लगा है। बता दें, चंदेरी की किला कोठी सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत है। यहां पर जिले सहित आसपास के जिलों अन्य प्रदेश एवं विदेशी पर्यटक भी घूमने के लिए आते हैं। अक्सर सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का किला कोठी पर आना जाना लगा रहता है। इससे पहले भी कई बार इस इलाके में तेंदुआ का मूवमेंट हुआ है।