इंदौर के थाने में बिगड़ी युवक की तबीयत, मौत:पारिवारिक विवाद को लेकर पहुंचे थे थाने, कांग्रेस नेत्री ने थाने में किया हंगामा

इंदौर के बाणगंगा थाने में पारिवारिक विवाद में रविवार दोपहर को दो परिवारों को पुलिस ने थाने बैठाया गया था। इस दौरान थाने में एक पक्ष के व्यक्ति की तबीयत बिगड़ गई। उसे हीरानगर के अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। मामले में कांग्रेसियों ने पुलिस की लापरवाही को लेकर हंगामा किया। मामला विधायक गोलू शुक्ला के बाडे़ का है। यहां से धर्मेंद्र नामदेव, उनकी बेटी प्रियंका, पत्नी रानी रविवार दोपहर करीब 12 बजे अपने जमाई हरिओम नामदेव, साथी मनीष और अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे थे। वही, दूसरे पक्ष से बाद में जमाई हरिओम भी थाने पहुंचा। यहां करीब एक घंटे शिकायत करने को लेकर दोनों पक्षाें को बैठा लिया गया। इस दौरान धर्मेंद्र नामदेव की तबीयत बिगड़ी। जिसमें उसके सीने में दर्द होने लगा। पुलिस ने धर्मेंद्र को बाहर भेज दिया। परिवार में पत्नी रानी और बेटी प्रियंका उसे तीन मंजिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां पर धर्मेंद्र की कुछ देर बाद माैत हो गई। मामले की जानकारी कांग्रेस नेत्री रीटा डागरे को लगी तो उन्होंने मौके पर बाणगंगा टीआई सियाराम गुर्जर से बात करने की कोशिश की। उन्होंने काफी देर तक कॉल नहीं उठाया। बाद में शव को लेकर विधायक गोलू शुक्ला के घर के बाहर शव लाकर चक्काजाम किया। बाद में टीआई ने चक्काजाम हटाने की बात कही। लेकिन कांग्रेस नेत्री ओर परिवार के लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर अफसरों को मौके पर बुलाने की बात कही। काफी देर तक यहां हंगामा चलता रहा। बाद में अफसरों के आश्वासन के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को जिला अस्पताल भेजा है। दोनों पक्षों पर किया केस दर्ज इधर, पुलिस ने रानी की शिकायत पर उसके जमाई पर मारपीट को लेकर कार्रवाई की है। दूसरी तरफ पुलिस ने प्रियंका की सास उमा की शिकायत पर भी मारपीट को लेकर केस दर्ज किया गया है। परिवार ने बाणगंगा पुलिस पर जबरन कार्रवाई किए जाने को लेकर आरोप भी लगाए हैं।

इंदौर के थाने में बिगड़ी युवक की तबीयत, मौत:पारिवारिक विवाद को लेकर पहुंचे थे थाने, कांग्रेस नेत्री ने थाने में किया हंगामा
इंदौर के बाणगंगा थाने में पारिवारिक विवाद में रविवार दोपहर को दो परिवारों को पुलिस ने थाने बैठाया गया था। इस दौरान थाने में एक पक्ष के व्यक्ति की तबीयत बिगड़ गई। उसे हीरानगर के अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। मामले में कांग्रेसियों ने पुलिस की लापरवाही को लेकर हंगामा किया। मामला विधायक गोलू शुक्ला के बाडे़ का है। यहां से धर्मेंद्र नामदेव, उनकी बेटी प्रियंका, पत्नी रानी रविवार दोपहर करीब 12 बजे अपने जमाई हरिओम नामदेव, साथी मनीष और अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे थे। वही, दूसरे पक्ष से बाद में जमाई हरिओम भी थाने पहुंचा। यहां करीब एक घंटे शिकायत करने को लेकर दोनों पक्षाें को बैठा लिया गया। इस दौरान धर्मेंद्र नामदेव की तबीयत बिगड़ी। जिसमें उसके सीने में दर्द होने लगा। पुलिस ने धर्मेंद्र को बाहर भेज दिया। परिवार में पत्नी रानी और बेटी प्रियंका उसे तीन मंजिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां पर धर्मेंद्र की कुछ देर बाद माैत हो गई। मामले की जानकारी कांग्रेस नेत्री रीटा डागरे को लगी तो उन्होंने मौके पर बाणगंगा टीआई सियाराम गुर्जर से बात करने की कोशिश की। उन्होंने काफी देर तक कॉल नहीं उठाया। बाद में शव को लेकर विधायक गोलू शुक्ला के घर के बाहर शव लाकर चक्काजाम किया। बाद में टीआई ने चक्काजाम हटाने की बात कही। लेकिन कांग्रेस नेत्री ओर परिवार के लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर अफसरों को मौके पर बुलाने की बात कही। काफी देर तक यहां हंगामा चलता रहा। बाद में अफसरों के आश्वासन के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को जिला अस्पताल भेजा है। दोनों पक्षों पर किया केस दर्ज इधर, पुलिस ने रानी की शिकायत पर उसके जमाई पर मारपीट को लेकर कार्रवाई की है। दूसरी तरफ पुलिस ने प्रियंका की सास उमा की शिकायत पर भी मारपीट को लेकर केस दर्ज किया गया है। परिवार ने बाणगंगा पुलिस पर जबरन कार्रवाई किए जाने को लेकर आरोप भी लगाए हैं।