इंदौर में रहने वाले पूर्वांचल समुदाय की मांग:महापौर को लेटर लिख कहा निपानिया तालाब का जीर्णोद्धार और छठ घाट बनवा दो
इंदौर में रहने वाले पूर्वांचल समुदाय की मांग:महापौर को लेटर लिख कहा निपानिया तालाब का जीर्णोद्धार और छठ घाट बनवा दो
इंदौर में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल समुदाय के लोगों ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मांग की है। उन्होंने इसके लिए महापौर को मेल के माध्यम से एक लेटर भी लिखा है, जिसमें उन्होंने निपानिया तालाब के जीर्णोद्धार, सफाई, सौंदर्यीकरण और छट घाट बनवाने का अनुरोध किया है। ये लेटर पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्यप्रदेश ने इंदौर महापौर को लिखा है। संस्थान के अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह और महासचिव केके झा ने बताया कि निपानिया तालाब की मौजूदा स्थिति चिंताजनक है। तालाब में आसपास से आने वाले गंदे नाले का दूषित पानी मिल रहा है, जिससे यह उपयोग के योग्य नहीं रह गया है। तालाब में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने, इसकी सफाई करने और किनारे छठ घाट बनाने का अनुरोध किया गया है। यह सुविधा विशेष रूप से निपानिया, पिपलियाकुमार और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए लाभकारी होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने टिगरिया बादशाह, पिपलियाहना और अन्नपूर्णा तालाब पर छठ घाट निर्माण की घोषणा की है, लेकिन संस्थान का कहना है कि निपानिया क्षेत्र के लिए अलग से व्यवस्था आवश्यक है। यह प्रस्ताव शहर में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल समुदाय के हजारों छठ श्रद्धालुओं की ओर से पेश किया गया है, जो प्राकृतिक जलाशयों की कमी के कारण पर्व के दौरान असुविधा का सामना करते हैं। इस मांग की प्रति मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों को भी भेजी है।
इंदौर में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल समुदाय के लोगों ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मांग की है। उन्होंने इसके लिए महापौर को मेल के माध्यम से एक लेटर भी लिखा है, जिसमें उन्होंने निपानिया तालाब के जीर्णोद्धार, सफाई, सौंदर्यीकरण और छट घाट बनवाने का अनुरोध किया है। ये लेटर पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्यप्रदेश ने इंदौर महापौर को लिखा है। संस्थान के अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह और महासचिव केके झा ने बताया कि निपानिया तालाब की मौजूदा स्थिति चिंताजनक है। तालाब में आसपास से आने वाले गंदे नाले का दूषित पानी मिल रहा है, जिससे यह उपयोग के योग्य नहीं रह गया है। तालाब में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने, इसकी सफाई करने और किनारे छठ घाट बनाने का अनुरोध किया गया है। यह सुविधा विशेष रूप से निपानिया, पिपलियाकुमार और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए लाभकारी होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने टिगरिया बादशाह, पिपलियाहना और अन्नपूर्णा तालाब पर छठ घाट निर्माण की घोषणा की है, लेकिन संस्थान का कहना है कि निपानिया क्षेत्र के लिए अलग से व्यवस्था आवश्यक है। यह प्रस्ताव शहर में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल समुदाय के हजारों छठ श्रद्धालुओं की ओर से पेश किया गया है, जो प्राकृतिक जलाशयों की कमी के कारण पर्व के दौरान असुविधा का सामना करते हैं। इस मांग की प्रति मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों को भी भेजी है।