पीलीभीत में किसान महासभा और भाकपा माले का प्रदर्शन:कहा- MSP गारंटी कानून को पास करें, मजदूर विरोधी चारों श्रम कानून वापस लें

पीलीभीत में अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के नेतृत्व में तमाम किसान पूरनपुर तहसील में प्रदर्शन करने पहुंचे। जहां किसानों ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया और मांगे पूरी न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। दरअसल, सोमवार को पूरनपुर तहसील अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे तहसील परिसर के अंदर ही प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित 9 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया कि मजदूर विरोधी चारों श्रम कानून वापस लेने और किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून को तुरंत पास किया जाने और मनरेगा में 200 दिन काम व 600 रुपए प्रतिदिन मजदूरी देने और मजदूर किसानों को उत्तर प्रदेश में भी 300 यूनिट फ्री बिजली देने व स्मार्ट मीटर लगाने की योजना रद्द करने की मांग रखी। इसके साथ ही सीतापुर में लोकप्रिय नेता जिला पंचायत सदस्य अर्जुन लाल पर लगाई गई गुंडा एक्ट खत्म की मांग रखी गई। किसानों की मांग दो नए ब्लॉक बने किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग रखी की पूरनपुर ब्लाक के तीन हिस्से किए जाएं जिसमें गढ़वा खेड़ा व माधोटांडा को नया ब्लॉक बनाया जाए। इसके साथ ही मांग रखी गई कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्से में सरकार द्वारा बसाए गए बांग्लादेशी विस्थापित बंग्लाभाषी दलितों को अनुसूचित जाति की तरह प्रमाण पत्र जारी किया जाए औऱ पुर्नवासन योजना के तहत बसाए गए बंग्लाभाषी लोगों को जमीन का मालिकाना अधिकार दिया जाए। चंदिया हजारा, राहुल नगर, खिरकिया बरगदिया क्षेत्र में नदी कटान रोकने के लिए स्थाई इंतजाम किया जाए और कटी जमीन के बदले पीड़ित किसानों को मुआवजा और जमीन दी जाए। मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर समय रहते उनकी मांगों को नहीं सुना जाता और मांगे पूरी नहीं होती तो वह लोग आंदोलन करने के लिए विवश होंगे।

पीलीभीत में किसान महासभा और भाकपा माले का प्रदर्शन:कहा- MSP गारंटी कानून को पास करें, मजदूर विरोधी चारों श्रम कानून वापस लें
पीलीभीत में अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के नेतृत्व में तमाम किसान पूरनपुर तहसील में प्रदर्शन करने पहुंचे। जहां किसानों ने 9 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया और मांगे पूरी न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। दरअसल, सोमवार को पूरनपुर तहसील अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे तहसील परिसर के अंदर ही प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित 9 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया कि मजदूर विरोधी चारों श्रम कानून वापस लेने और किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून को तुरंत पास किया जाने और मनरेगा में 200 दिन काम व 600 रुपए प्रतिदिन मजदूरी देने और मजदूर किसानों को उत्तर प्रदेश में भी 300 यूनिट फ्री बिजली देने व स्मार्ट मीटर लगाने की योजना रद्द करने की मांग रखी। इसके साथ ही सीतापुर में लोकप्रिय नेता जिला पंचायत सदस्य अर्जुन लाल पर लगाई गई गुंडा एक्ट खत्म की मांग रखी गई। किसानों की मांग दो नए ब्लॉक बने किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग रखी की पूरनपुर ब्लाक के तीन हिस्से किए जाएं जिसमें गढ़वा खेड़ा व माधोटांडा को नया ब्लॉक बनाया जाए। इसके साथ ही मांग रखी गई कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्से में सरकार द्वारा बसाए गए बांग्लादेशी विस्थापित बंग्लाभाषी दलितों को अनुसूचित जाति की तरह प्रमाण पत्र जारी किया जाए औऱ पुर्नवासन योजना के तहत बसाए गए बंग्लाभाषी लोगों को जमीन का मालिकाना अधिकार दिया जाए। चंदिया हजारा, राहुल नगर, खिरकिया बरगदिया क्षेत्र में नदी कटान रोकने के लिए स्थाई इंतजाम किया जाए और कटी जमीन के बदले पीड़ित किसानों को मुआवजा और जमीन दी जाए। मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर समय रहते उनकी मांगों को नहीं सुना जाता और मांगे पूरी नहीं होती तो वह लोग आंदोलन करने के लिए विवश होंगे।