पुलिस के हाथ लगा "नटवर लाल':14 साल बाद दिल्ली में मिला 2 हजार का इनामी; जमीन के मामले में की थी धोखाधड़ी

ग्वालियर पुलिस ने लाखों रुपए की ठगी कर फरार हुए आरोपी को 14 साल बाद दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़ते ही खुद को नटवरलाल समझ रहा ठग पसीना-पसीना हो गया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर ग्वालियर आ गई हैं। टीआई धर्मेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि 14 साल से पुलिस को चकमा दे रहा ठग दिल्ली में रह रहा है। इसका पता चलते ही एसआई श्याम सुंदर कुशवाह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना की गई। पुलिस ने मुखबिर के बताए स्थान की जानकारी जुटाई तो पता चला कि ठग वहीं पर रह रहा है। लेकिन इस समय घर पर नहीं है। पुलिस टीम ने उसके घर की निगरानी शुरू कर दी, दो दिन बाद जब वह वापस आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया। नेताओं के नाम पर धमकाया ठग दयाशंकर मिश्रा पुत्र ध्रुव देव मिश्रा ने पुलिस को स्थानीय नेताओं के नाम पर धमकाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और उसे हिरासत में लेकर ग्वालियर ले आए हैं। जमीन के मामले में धोखाधड़ी बताया गया है कि पकड़े गए ठग दयाशंकर ने अपनी जमीन का सौदा वर्ष 2005 में अरविंद तोमर से किया था।अरविन्द तोमर ने इस जमीन को नरेन्द्र जादौन, जिसने अन्य को बेचा था। इसके बाद वर्ष 2011 में एक बार फिर दयाशंकर ने बेची हुई जमीन का सौदा विवेक तोमर से कर दिया। जब वह निर्माण कराने पहुंचे तो पता चला कि वह इस जमीन का मालिक ही नहीं है बल्कि पहले ही बेच चुका है। इसका पता चलते ही विवेक ने पुलिस से शिकायत की। इसके बाद से ही आरोपी फरार था। सीएसपी नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि एक ठग को दिल्ली से महाराजपुरा थाना पुलिस पकड़ कर लाई है। जिस पर दो हजार रुपए का इनाम घोषित था, पूछताछ की जा रही हैं।

पुलिस के हाथ लगा "नटवर लाल':14 साल बाद दिल्ली में मिला 2 हजार का इनामी; जमीन के मामले में की थी धोखाधड़ी
ग्वालियर पुलिस ने लाखों रुपए की ठगी कर फरार हुए आरोपी को 14 साल बाद दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़ते ही खुद को नटवरलाल समझ रहा ठग पसीना-पसीना हो गया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर ग्वालियर आ गई हैं। टीआई धर्मेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि 14 साल से पुलिस को चकमा दे रहा ठग दिल्ली में रह रहा है। इसका पता चलते ही एसआई श्याम सुंदर कुशवाह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना की गई। पुलिस ने मुखबिर के बताए स्थान की जानकारी जुटाई तो पता चला कि ठग वहीं पर रह रहा है। लेकिन इस समय घर पर नहीं है। पुलिस टीम ने उसके घर की निगरानी शुरू कर दी, दो दिन बाद जब वह वापस आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया। नेताओं के नाम पर धमकाया ठग दयाशंकर मिश्रा पुत्र ध्रुव देव मिश्रा ने पुलिस को स्थानीय नेताओं के नाम पर धमकाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और उसे हिरासत में लेकर ग्वालियर ले आए हैं। जमीन के मामले में धोखाधड़ी बताया गया है कि पकड़े गए ठग दयाशंकर ने अपनी जमीन का सौदा वर्ष 2005 में अरविंद तोमर से किया था।अरविन्द तोमर ने इस जमीन को नरेन्द्र जादौन, जिसने अन्य को बेचा था। इसके बाद वर्ष 2011 में एक बार फिर दयाशंकर ने बेची हुई जमीन का सौदा विवेक तोमर से कर दिया। जब वह निर्माण कराने पहुंचे तो पता चला कि वह इस जमीन का मालिक ही नहीं है बल्कि पहले ही बेच चुका है। इसका पता चलते ही विवेक ने पुलिस से शिकायत की। इसके बाद से ही आरोपी फरार था। सीएसपी नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि एक ठग को दिल्ली से महाराजपुरा थाना पुलिस पकड़ कर लाई है। जिस पर दो हजार रुपए का इनाम घोषित था, पूछताछ की जा रही हैं।