सी.डब्ल्यू.एस.एन बालक छात्रावास में बड़ा हादसा:खाना पकाने के दौरान फटा कुकर; रसोइया बोलीं- तीन माह से खराब था कुकर
सी.डब्ल्यू.एस.एन बालक छात्रावास में बड़ा हादसा:खाना पकाने के दौरान फटा कुकर; रसोइया बोलीं- तीन माह से खराब था कुकर
पन्ना-जिला मुख्यालय के पुराना पन्ना में स्तिथ सी.डब्ल्यू.एस.एन बालक छात्रावास में हड़कंप मच गया। जब खाना पकाने के दौरान प्रेशर कुकर अचानक फट गया। जिससे रसोइया के सीने में चोट आई है। जिसे इलाज के लिए आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं रसोइया ने प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दो तीन माह से कुकर खराब था। लेकिन छात्रावास की देखरेख और व्यवस्था में लगे अधिकारियों ने कुकर नहीं बदलवाया। जिले में प्रशासन की एक और बड़ी लापरवाही पन्ना जिले में प्रशासन की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पुराना पन्ना में स्तिथ सी.डब्ल्यू.एस.एन बालक छात्रावास में बुधवार की सुबह अचानक विस्फोट हो गया। यह विस्फोट तब हुआ जब छात्रावास की रसोइया राजकुमारी प्रजापति पति चंदन प्रजापति(45) कुकर में दाल पका रही थी। जिसके साथी रसोइया मिथलेश कुमार सेन पिता मुलई सेन निवासी भटहर(46) सब्जी काटकर धो रहे थे। इसी दौरान अचानक कुकर फटा और कुकर का ढक्कन छत में जाकर लगा। जिससे छत का सीलिंग फैन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं रसोइया राजकुमारी सेन के सीने और हाथ मे चोटें आई है। इस दौरान रसोई में कोई छात्र मौजूद नहीं थे। हालांकि घटना के समय छात्रावास में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नही थे। घटना की जानकारी लगते ही डीपीसी अजय गुप्ता ने अपनी गाड़ी भेजकर रसोइया को इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। जहाँ उसका इलाज चल रहा है। सी.डब्ल्यू.एस.एन छात्रावास में वर्तमान समय मे जिले भर के 45 से 50 दिव्यांग छात्र रहते है। जिनके लिए खाने, रहने की व्यवस्था सरकार की तरफ से की जाती है। छात्रावास की देखभाल डीपीसी कार्यालय से की जाती है। लेकिन गंभीर बात यह है कि यहां 2009-10 से कोई सामग्री खरीदी ही नहीं गई। पुराने कुकर, बर्तन,गैस चूल्हे, से काम चल रहा था। छात्रावास अधिकारी ने बताया पूरा घटना घटना के संबंध में छात्रावास अधिकारी राणा प्रताप सिंह ने बताया कि सुबह घटना की जानकारी लगते ही रसोइया को जिला अस्पताल भिजवाया गया है। जहां इलाज चल रहा है। मुझे अभी 15 दिन पहले ही चार्ज मिला है। सामग्री खराब होने की जानकारी लगी थी। लेकिन तीन चार माह से बंटन भी नहीं आया है। यानी खाद्यान्न सामग्री की राशि प्राप्त नहीं हो रही है। जैसे-तैसे छात्रावास में खाने की व्यवस्था को चलाया जा रहा है। वेतन व्यवस्था से सब्जी नकद खरीदी जा रही है। छात्रावास में 45 से 50 बच्चें रहते हैं जिन्हें बेहतर व्यवस्था देने का प्रयास किया जा रहा है। घटना की सूचना मिली है। लेकिन समझ नहीं आ रहा की हादसा कैसे हुआ है। 2009-10 से मिली व्यवस्थाओं पर ही चलाया जा रहा है। तब से अब तक कोई सामग्री नहीं खरीदी गई है। अजय कुमार गुप्ता डीपीसी ने कहा घटना की जानकारी लगते ही गाड़ी भेजकर रसोइया को अस्पताल इलाज के भेजा गया है। टीम गठित कर घटना की जांच करवाई जाएगी।
पन्ना-जिला मुख्यालय के पुराना पन्ना में स्तिथ सी.डब्ल्यू.एस.एन बालक छात्रावास में हड़कंप मच गया। जब खाना पकाने के दौरान प्रेशर कुकर अचानक फट गया। जिससे रसोइया के सीने में चोट आई है। जिसे इलाज के लिए आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं रसोइया ने प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दो तीन माह से कुकर खराब था। लेकिन छात्रावास की देखरेख और व्यवस्था में लगे अधिकारियों ने कुकर नहीं बदलवाया। जिले में प्रशासन की एक और बड़ी लापरवाही पन्ना जिले में प्रशासन की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पुराना पन्ना में स्तिथ सी.डब्ल्यू.एस.एन बालक छात्रावास में बुधवार की सुबह अचानक विस्फोट हो गया। यह विस्फोट तब हुआ जब छात्रावास की रसोइया राजकुमारी प्रजापति पति चंदन प्रजापति(45) कुकर में दाल पका रही थी। जिसके साथी रसोइया मिथलेश कुमार सेन पिता मुलई सेन निवासी भटहर(46) सब्जी काटकर धो रहे थे। इसी दौरान अचानक कुकर फटा और कुकर का ढक्कन छत में जाकर लगा। जिससे छत का सीलिंग फैन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं रसोइया राजकुमारी सेन के सीने और हाथ मे चोटें आई है। इस दौरान रसोई में कोई छात्र मौजूद नहीं थे। हालांकि घटना के समय छात्रावास में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नही थे। घटना की जानकारी लगते ही डीपीसी अजय गुप्ता ने अपनी गाड़ी भेजकर रसोइया को इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। जहाँ उसका इलाज चल रहा है। सी.डब्ल्यू.एस.एन छात्रावास में वर्तमान समय मे जिले भर के 45 से 50 दिव्यांग छात्र रहते है। जिनके लिए खाने, रहने की व्यवस्था सरकार की तरफ से की जाती है। छात्रावास की देखभाल डीपीसी कार्यालय से की जाती है। लेकिन गंभीर बात यह है कि यहां 2009-10 से कोई सामग्री खरीदी ही नहीं गई। पुराने कुकर, बर्तन,गैस चूल्हे, से काम चल रहा था। छात्रावास अधिकारी ने बताया पूरा घटना घटना के संबंध में छात्रावास अधिकारी राणा प्रताप सिंह ने बताया कि सुबह घटना की जानकारी लगते ही रसोइया को जिला अस्पताल भिजवाया गया है। जहां इलाज चल रहा है। मुझे अभी 15 दिन पहले ही चार्ज मिला है। सामग्री खराब होने की जानकारी लगी थी। लेकिन तीन चार माह से बंटन भी नहीं आया है। यानी खाद्यान्न सामग्री की राशि प्राप्त नहीं हो रही है। जैसे-तैसे छात्रावास में खाने की व्यवस्था को चलाया जा रहा है। वेतन व्यवस्था से सब्जी नकद खरीदी जा रही है। छात्रावास में 45 से 50 बच्चें रहते हैं जिन्हें बेहतर व्यवस्था देने का प्रयास किया जा रहा है। घटना की सूचना मिली है। लेकिन समझ नहीं आ रहा की हादसा कैसे हुआ है। 2009-10 से मिली व्यवस्थाओं पर ही चलाया जा रहा है। तब से अब तक कोई सामग्री नहीं खरीदी गई है। अजय कुमार गुप्ता डीपीसी ने कहा घटना की जानकारी लगते ही गाड़ी भेजकर रसोइया को अस्पताल इलाज के भेजा गया है। टीम गठित कर घटना की जांच करवाई जाएगी।