बुखार की सूचना पर एक्शन में स्वास्थ्य विभाग:गांव में 37 मरीजों का किया स्वास्थ्य परीक्षण, 10 के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे
बुखार की सूचना पर एक्शन में स्वास्थ्य विभाग:गांव में 37 मरीजों का किया स्वास्थ्य परीक्षण, 10 के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे
सीहोर के ग्राम गाविंदपुरा के अनेक ग्रामवासियों में बुखार और हाथ पैर दर्द होने की सूचना मिलने पर चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में घूमकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जानकारी के अनुसार बीएमओ डॉ जीडी सानी ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम गोविंदपुरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 37 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के समय मरीजों से बताया कि उन्हें लगभग 2 महीने पहले हल्का बुखार आया था, इसके बाद वो ठीक हो गए थे। मरीजों ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से उन्हें हाथ पैरों में दर्द हो रहा हैं। इस आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उन सभी मरीजों का आरडी किट से टेस्ट किया गया। टेस्ट में सभी मरीज नेगेटिव पाए गए। इसके साथ ही 10 मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। इस दौरान टीम द्वारा ग्रामीणों को स्वच्छता एवं सफाई के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता आवश्यक हैl अगले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा फिर गोविन्दपुरा भ्रमण कर 99 घरों का लार्वा सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान 2 घर के 2 कटेनरों में मलेरिया लार्वा पाया गया और 40 घरों में पायराथम दवाई का स्प्रे किया गया। नाली एवं गलियों में बीटीआई लिक्विड एवं टेमोफास से छिड़काव किया गया तथा 10 कंटेनरों में टेमोफास डाला गया। इसके साथ ही 12 आरडी किट से जांच की गई एवं 2 ब्लड सैंपल लिए गए। ग्राम गोविंदपुरा में 49 आरडी किट से जांच की गई एवं 12 लोगों के ब्लड सैम्पल जांच के लिए लेब में भेजे गये। बीएमओ डॉ जीडी सोनी ने बताया कि ग्राम गोविंदपुरा में इस 2 दिवसीय भ्रमण के दौरान किसी प्रकार का बुखार पीड़ित मरीज नहीं पाए गए। निरीक्षण एवं सर्वे के अनुसार ग्राम गोविंदपुरा में किसी प्रकार की महामारी की स्थिति नहीं पाई गई।
सीहोर के ग्राम गाविंदपुरा के अनेक ग्रामवासियों में बुखार और हाथ पैर दर्द होने की सूचना मिलने पर चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में घूमकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जानकारी के अनुसार बीएमओ डॉ जीडी सानी ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम गोविंदपुरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 37 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के समय मरीजों से बताया कि उन्हें लगभग 2 महीने पहले हल्का बुखार आया था, इसके बाद वो ठीक हो गए थे। मरीजों ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से उन्हें हाथ पैरों में दर्द हो रहा हैं। इस आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उन सभी मरीजों का आरडी किट से टेस्ट किया गया। टेस्ट में सभी मरीज नेगेटिव पाए गए। इसके साथ ही 10 मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। इस दौरान टीम द्वारा ग्रामीणों को स्वच्छता एवं सफाई के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता आवश्यक हैl अगले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा फिर गोविन्दपुरा भ्रमण कर 99 घरों का लार्वा सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान 2 घर के 2 कटेनरों में मलेरिया लार्वा पाया गया और 40 घरों में पायराथम दवाई का स्प्रे किया गया। नाली एवं गलियों में बीटीआई लिक्विड एवं टेमोफास से छिड़काव किया गया तथा 10 कंटेनरों में टेमोफास डाला गया। इसके साथ ही 12 आरडी किट से जांच की गई एवं 2 ब्लड सैंपल लिए गए। ग्राम गोविंदपुरा में 49 आरडी किट से जांच की गई एवं 12 लोगों के ब्लड सैम्पल जांच के लिए लेब में भेजे गये। बीएमओ डॉ जीडी सोनी ने बताया कि ग्राम गोविंदपुरा में इस 2 दिवसीय भ्रमण के दौरान किसी प्रकार का बुखार पीड़ित मरीज नहीं पाए गए। निरीक्षण एवं सर्वे के अनुसार ग्राम गोविंदपुरा में किसी प्रकार की महामारी की स्थिति नहीं पाई गई।