भिंड जिला अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ उतरा विरोध में:मेटरनिटी वार्ड का प्रभार जूनियर को दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी

भिंड जिला अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की पदस्थापना और रोटेशन पॉलिसी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नर्सेज एसोसिएशन ने मेटरनिटी वार्ड का प्रभार सीनियर नर्सिंग स्टाफ से हटाकर जूनियर को दिए जाने पर विरोध जताया है। उन्होंने रोटेशन पॉलिसी में हुए बदलाव का विरोध किया और सुधार करने की मांग की। मांगेें पूरी न होने पर विरोध में उतरने की चेतावनी दी नर्सेज एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष मनीषा पटेल ने बताया कि 18 जनवरी को जारी आदेश में मेटरनिटी वार्ड की वरिष्ठ इंचार्ज को उनकी अनुपस्थिति में हटाकर एक कनिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर को वार्ड का प्रभार दिया गया। एसोसिएशन की पदाधिकारी का कहना है कि इस प्रक्रिया में रोटेशन पॉलिसी का हवाला दिया गया, लेकिन अब तक प्रशासन यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि इस नीति का पालन कैसे किया गया। एसोसिएशन ने ये सवाल उठाए आंदोलन की चेतावनी एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि यदि आदेश में संशोधन नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू होगा। इसके तहत ही आज सोमवार को आधे घंटे कार्य बहिष्कार किया गया। इसके बाद स्टाफ कार्य पर वापस लौट आया। कल एक घंटे कार्य का बहिष्कार करेंगे एसोसिएशन का कहना है कि 21 जनवरी काे एक घंटे कार्य का बहिष्कार किया जाएगा, लेकिन 60% स्टाफ कार्य करता रहेगा। इसके बाद यदि एक सप्ताह तक आदेश में बदलाव नहीं किया गया तो पूर्ण कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस पूरे मामले में सिविल सर्जन आरएन राजोरिया और सीएमएचओ जेएस यादव से बातचीत करनी चाहिए तो वह स्पष्ट तौर पर कोई भी जवाब देने के लिए तैयार नहीं हुए।

भिंड जिला अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ उतरा विरोध में:मेटरनिटी वार्ड का प्रभार जूनियर को दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी
भिंड जिला अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की पदस्थापना और रोटेशन पॉलिसी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नर्सेज एसोसिएशन ने मेटरनिटी वार्ड का प्रभार सीनियर नर्सिंग स्टाफ से हटाकर जूनियर को दिए जाने पर विरोध जताया है। उन्होंने रोटेशन पॉलिसी में हुए बदलाव का विरोध किया और सुधार करने की मांग की। मांगेें पूरी न होने पर विरोध में उतरने की चेतावनी दी नर्सेज एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष मनीषा पटेल ने बताया कि 18 जनवरी को जारी आदेश में मेटरनिटी वार्ड की वरिष्ठ इंचार्ज को उनकी अनुपस्थिति में हटाकर एक कनिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर को वार्ड का प्रभार दिया गया। एसोसिएशन की पदाधिकारी का कहना है कि इस प्रक्रिया में रोटेशन पॉलिसी का हवाला दिया गया, लेकिन अब तक प्रशासन यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि इस नीति का पालन कैसे किया गया। एसोसिएशन ने ये सवाल उठाए आंदोलन की चेतावनी एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि यदि आदेश में संशोधन नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू होगा। इसके तहत ही आज सोमवार को आधे घंटे कार्य बहिष्कार किया गया। इसके बाद स्टाफ कार्य पर वापस लौट आया। कल एक घंटे कार्य का बहिष्कार करेंगे एसोसिएशन का कहना है कि 21 जनवरी काे एक घंटे कार्य का बहिष्कार किया जाएगा, लेकिन 60% स्टाफ कार्य करता रहेगा। इसके बाद यदि एक सप्ताह तक आदेश में बदलाव नहीं किया गया तो पूर्ण कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस पूरे मामले में सिविल सर्जन आरएन राजोरिया और सीएमएचओ जेएस यादव से बातचीत करनी चाहिए तो वह स्पष्ट तौर पर कोई भी जवाब देने के लिए तैयार नहीं हुए।