भोपाल में 'मेरी कॉलोनी- लार्वा फ्री' अभियान शुरू:डेंगू- चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए प्रशासन अलर्ट; स्वच्छ कॉलोनियों को मिलेगा सम्मान

डेंगू और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर "मेरी कॉलोनी - लार्वा फ्री" अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत लार्वा मुक्त कॉलोनियों को प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को मच्छर जनित बीमारियों और उनकी रोकथाम के प्रति जागरूक करना है। स्वच्छ कॉलोनियों को मिलेगा सम्मान भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा- जो कॉलोनियां पूरी तरह से लार्वा मुक्त होंगी, उन्हें सम्मानित किया जाएगा। यह अभियान राष्ट्रीय वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत चलाया जा रहा है, जिसका मकसद मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और जापानी इंसेफेलाटिस जैसी बीमारियों को खत्म करना है। ये करना होगा नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 44 टीमों ने 2024 में 5 लाख से अधिक घरों में 37 लाख कंटेनरों की जांच की, जिनमें से 25,000 में लार्वा पाया गया था। बीमारियों के इलाज से बेहतर है कि रोकथाम के उपाय अपनाए जाएं। इसी मकसद से यह अभियान शुरू किया गया है। यदि आपकी कॉलोनी पूरी तरह लार्वा मुक्त पाई जाती है, तो जिला प्रशासन इसे सम्मानित करेगा और प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करेगा।

Feb 7, 2025 - 19:37
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भोपाल में 'मेरी कॉलोनी- लार्वा फ्री' अभियान शुरू:डेंगू- चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए प्रशासन अलर्ट; स्वच्छ कॉलोनियों को मिलेगा सम्मान
डेंगू और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर "मेरी कॉलोनी - लार्वा फ्री" अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत लार्वा मुक्त कॉलोनियों को प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को मच्छर जनित बीमारियों और उनकी रोकथाम के प्रति जागरूक करना है। स्वच्छ कॉलोनियों को मिलेगा सम्मान भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा- जो कॉलोनियां पूरी तरह से लार्वा मुक्त होंगी, उन्हें सम्मानित किया जाएगा। यह अभियान राष्ट्रीय वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत चलाया जा रहा है, जिसका मकसद मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और जापानी इंसेफेलाटिस जैसी बीमारियों को खत्म करना है। ये करना होगा नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की 44 टीमों ने 2024 में 5 लाख से अधिक घरों में 37 लाख कंटेनरों की जांच की, जिनमें से 25,000 में लार्वा पाया गया था। बीमारियों के इलाज से बेहतर है कि रोकथाम के उपाय अपनाए जाएं। इसी मकसद से यह अभियान शुरू किया गया है। यदि आपकी कॉलोनी पूरी तरह लार्वा मुक्त पाई जाती है, तो जिला प्रशासन इसे सम्मानित करेगा और प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करेगा।