परीक्षा देकर लौट रहे छात्र पर बदमाशों ने की फायरिंग:बाल-बाल बचा; परिजनों का आरोप- पुलिस ने आरोपियों पर सामान्य धाराओं में दर्ज किया मामला
परीक्षा देकर लौट रहे छात्र पर बदमाशों ने की फायरिंग:बाल-बाल बचा; परिजनों का आरोप- पुलिस ने आरोपियों पर सामान्य धाराओं में दर्ज किया मामला
जिले के मगरौनी कस्बे में बुधवार की शाम हायर सेकेंडरी स्कूल से परीक्षा देकर निकले एक छात्र से बाइकों पर सवार होकर आए करीब आठ बदमाशों ने मारपीट की और इसके बाद उसे जान से मारने की मंशा से उसके ऊपर एक के बाद एक तीन फायर कर दिए थे। हालांकि छात्र इस हमले में बाल-बाल बच गया था। इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने साधारण धाराओं में मामला दर्ज किया था। इससे छात्र सहित उसका पूरा परिवार दहशत में है। छात्र और उसके परिजन उचित धाराओं में मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। ये है पूरा मामला इमलिया गांव का रहने वाला अजय पुत्र चंद्रभान सिंह रावत मगरूणी कस्बे में किराए का कमरा लेकर पढ़ाई करता था। करीब 15 दिन पहले ग्राम पनानेर के रहने वाले रंजीत पुत्र नरेंद्र रावत ने अजय की बहन के बारे में कुछ अपशब्द बोले, जिस पर दोनों के बीच में विवाद हो गया था। अजय रावत का कहना है कि वह बुधवार को हायर सेकेंडरी स्कूल मगरौनी में अंग्रेजी का पेपर देने गया। शाम करीब साढ़े 4 बजे जब वह पेपर देकर स्कूल के बाहर आया तो वहां रंजीत रावत करीब आठ बदमाशों के साथ पहुंच गया। रंजीत ने अजय से कोई बात किए बिना ही उसकी मारपीट शुरू कर दी। छात्र को पिटता देख वहां रामनिवास गुर्जर व रामकिशन रावत आ गए, उन्होंने उक्त लोगों से बचाया। इस पर रंजीत व उसके साथ आए बदमाश वहां से लौट गए थे। अजय ने बताया कि जब उसने रंजीत के साथ आए लोगों को पहचानने का प्रयास करने उनके पीछे गया तो बदमाशों ने अजय पर एक के बाद एक तीन फायर झोंक दिए। जब अजय गोली से बचने का प्रयास करने के लिए तिरछा हुआ तो गाेली पीछे खड़ी एक कार के शीशे में जाकर लगी। अजय के अनुसार अगर वह झुका नहीं हाेता तो वह गोली उसके सिर के आर पार निकल जाती। दो गोलियां अजय के आसपास से निकल गईं। गोलियों की आवाज सुनते ही कस्बे में दहशत की स्थिति निर्मित हो गई। बदमाश बाइकों पर सवार होकर वहां से फरार हो गए। शिकायत के बाद नहीं हुई उचित कार्रवाई अजय के पिता चंद्रभान सिंह रावत का कहना है कि इस मामले की शिकायत मगरौनी चौकी में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने आरोपित रंजीत के खिलाफ मारपीट की धाराओं में प्रकरण कायम कर लिया है। जबकि उन्होंने पुलिस को गाेली चलाने वाली बात भी बताई थी, साथ ही साक्ष्य भी दिए थे। लेकिन पुलिस ने एफआईआर में उसका उल्लेख नहीं किया है। इस बात से उनका परिवार दहशत में हैं। पूर्व में हो चुकी है एक छात्र की हत्या बता दें कि इसी प्रकार के बहन को लेकर कहे अपशब्दों के बाद हुए विवाद में शिवपुरी में तीन माह पूर्व 24 सितम्बर को शिवपुरी के सरस्वती विद्यापीठ स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 10वीं के छात्र मिलन धाकड़ की भी उसके साथ कोचिंग पर पढ़ने वाले एक छात्र ने सिर पर पत्थर पटक कर हत्या कर दी थी। चौकी प्रभारी बोले- धाराओं में इजाफा करेंगे इस मामले में मगरौनी चौकी प्रभारी जूली तोमर का कहना है कि छात्र ने जब शिकायत दर्ज कराई थी तो यह बात नहीं बताई थी कि उस पर गोली चलाई गई है। विवेचना में हमें यह पता चला है कि छात्र पर गोली चलाई गई है, यह गोली एक कार में जाकर भी लगी। हम विवेचना के दौरान प्रकरण में इस संबंध में धारा इजाफा करेंगे।
जिले के मगरौनी कस्बे में बुधवार की शाम हायर सेकेंडरी स्कूल से परीक्षा देकर निकले एक छात्र से बाइकों पर सवार होकर आए करीब आठ बदमाशों ने मारपीट की और इसके बाद उसे जान से मारने की मंशा से उसके ऊपर एक के बाद एक तीन फायर कर दिए थे। हालांकि छात्र इस हमले में बाल-बाल बच गया था। इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने साधारण धाराओं में मामला दर्ज किया था। इससे छात्र सहित उसका पूरा परिवार दहशत में है। छात्र और उसके परिजन उचित धाराओं में मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। ये है पूरा मामला इमलिया गांव का रहने वाला अजय पुत्र चंद्रभान सिंह रावत मगरूणी कस्बे में किराए का कमरा लेकर पढ़ाई करता था। करीब 15 दिन पहले ग्राम पनानेर के रहने वाले रंजीत पुत्र नरेंद्र रावत ने अजय की बहन के बारे में कुछ अपशब्द बोले, जिस पर दोनों के बीच में विवाद हो गया था। अजय रावत का कहना है कि वह बुधवार को हायर सेकेंडरी स्कूल मगरौनी में अंग्रेजी का पेपर देने गया। शाम करीब साढ़े 4 बजे जब वह पेपर देकर स्कूल के बाहर आया तो वहां रंजीत रावत करीब आठ बदमाशों के साथ पहुंच गया। रंजीत ने अजय से कोई बात किए बिना ही उसकी मारपीट शुरू कर दी। छात्र को पिटता देख वहां रामनिवास गुर्जर व रामकिशन रावत आ गए, उन्होंने उक्त लोगों से बचाया। इस पर रंजीत व उसके साथ आए बदमाश वहां से लौट गए थे। अजय ने बताया कि जब उसने रंजीत के साथ आए लोगों को पहचानने का प्रयास करने उनके पीछे गया तो बदमाशों ने अजय पर एक के बाद एक तीन फायर झोंक दिए। जब अजय गोली से बचने का प्रयास करने के लिए तिरछा हुआ तो गाेली पीछे खड़ी एक कार के शीशे में जाकर लगी। अजय के अनुसार अगर वह झुका नहीं हाेता तो वह गोली उसके सिर के आर पार निकल जाती। दो गोलियां अजय के आसपास से निकल गईं। गोलियों की आवाज सुनते ही कस्बे में दहशत की स्थिति निर्मित हो गई। बदमाश बाइकों पर सवार होकर वहां से फरार हो गए। शिकायत के बाद नहीं हुई उचित कार्रवाई अजय के पिता चंद्रभान सिंह रावत का कहना है कि इस मामले की शिकायत मगरौनी चौकी में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने आरोपित रंजीत के खिलाफ मारपीट की धाराओं में प्रकरण कायम कर लिया है। जबकि उन्होंने पुलिस को गाेली चलाने वाली बात भी बताई थी, साथ ही साक्ष्य भी दिए थे। लेकिन पुलिस ने एफआईआर में उसका उल्लेख नहीं किया है। इस बात से उनका परिवार दहशत में हैं। पूर्व में हो चुकी है एक छात्र की हत्या बता दें कि इसी प्रकार के बहन को लेकर कहे अपशब्दों के बाद हुए विवाद में शिवपुरी में तीन माह पूर्व 24 सितम्बर को शिवपुरी के सरस्वती विद्यापीठ स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 10वीं के छात्र मिलन धाकड़ की भी उसके साथ कोचिंग पर पढ़ने वाले एक छात्र ने सिर पर पत्थर पटक कर हत्या कर दी थी। चौकी प्रभारी बोले- धाराओं में इजाफा करेंगे इस मामले में मगरौनी चौकी प्रभारी जूली तोमर का कहना है कि छात्र ने जब शिकायत दर्ज कराई थी तो यह बात नहीं बताई थी कि उस पर गोली चलाई गई है। विवेचना में हमें यह पता चला है कि छात्र पर गोली चलाई गई है, यह गोली एक कार में जाकर भी लगी। हम विवेचना के दौरान प्रकरण में इस संबंध में धारा इजाफा करेंगे।