सरगुजा में 3500 से अधिक शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे:स्कूलों में ताले न लटकें, इसलिए शिक्षा अधिकारियों ने लगाई अतिरिक्त शिक्षकों की ड्यूटी
सरगुजा में 3500 से अधिक शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे:स्कूलों में ताले न लटकें, इसलिए शिक्षा अधिकारियों ने लगाई अतिरिक्त शिक्षकों की ड्यूटी
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 24 अक्टूबर को शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। सामूहिक अवकाश के लिए बुधवार को संस्था प्रमुखों को आवेदन सौंप दिया गया है। सरगुजा में 3500 से अधिक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। सूरजपुर और बलरामपुर में भी शिक्षक धरना प्रदर्शन कर विरोध जताएंगे। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना, शिक्षकों की वेतन विसंगति, पदोन्नति, पेंशन योजना, महंगाई भत्ता समेत अन्य मांगों को लेकर 24 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश की घोषणा की है। आंदोलन के लिए शिक्षकों ने संस्था प्रमुखों को सामूहिक अवकाश का आवेदन सौंपा है। कई स्कूलों में सभी शिक्षक हड़ताल पर रहेंगे। स्कूलों में की गई अतिरिक्त व्यवस्था बुधवार को सरगुजा जिले में करीब 3500 से अधिक शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश का आवेदन सौंप दिया है। सामूहिक अवकाश के आवेदन मिलने के बाद डीईओ अशोक सिन्हा ने सभी बीईओ को जिम्मेदारी दी है कि किसी भी स्कूल में ताला बंद न हो। इसके लिए अतिरिक्त शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इस आंदोलन में नए नियुक्त शिक्षक और पूर्व से नियमित शिक्षक शामिल नहीं हैं। उनकी ड्यूटी नहीं लगाई गई है। शिक्षक धरना देकर करेंगे प्रदर्शन शिक्षक प्रथम चरण में सामूहिक अवकाश लेकर धरना देंगे। अंबिकापुर में स्टेट बैंक के सामने धरना देंगे। संभाग के अन्य जिलों में भी शिक्षक अवकाश लेकर धरना देंगे। कई विसंगति के कारण आंदोलन मोर्चा के संभागीय संचालक हरेंद्र सिंह ने कहा कि, शिक्षकों की सेवा की गणना उनकी पहली नियुक्ति तिथि से न किए जाने से शिक्षकों को पेंशन, क्रमोन्नति में बराबर का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सहायक शिक्षकों के वेतन में असमानता को लेकर लंबे समय से असंतोष है। 20 वर्षों की सेवा पूरी करने के बाद उन्हें सम्पूर्ण पेंशन का अधिकार दिए जाने की मांग भी प्रमुख रूप से शामिल है।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 24 अक्टूबर को शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। सामूहिक अवकाश के लिए बुधवार को संस्था प्रमुखों को आवेदन सौंप दिया गया है। सरगुजा में 3500 से अधिक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। सूरजपुर और बलरामपुर में भी शिक्षक धरना प्रदर्शन कर विरोध जताएंगे। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना, शिक्षकों की वेतन विसंगति, पदोन्नति, पेंशन योजना, महंगाई भत्ता समेत अन्य मांगों को लेकर 24 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश की घोषणा की है। आंदोलन के लिए शिक्षकों ने संस्था प्रमुखों को सामूहिक अवकाश का आवेदन सौंपा है। कई स्कूलों में सभी शिक्षक हड़ताल पर रहेंगे। स्कूलों में की गई अतिरिक्त व्यवस्था बुधवार को सरगुजा जिले में करीब 3500 से अधिक शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश का आवेदन सौंप दिया है। सामूहिक अवकाश के आवेदन मिलने के बाद डीईओ अशोक सिन्हा ने सभी बीईओ को जिम्मेदारी दी है कि किसी भी स्कूल में ताला बंद न हो। इसके लिए अतिरिक्त शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इस आंदोलन में नए नियुक्त शिक्षक और पूर्व से नियमित शिक्षक शामिल नहीं हैं। उनकी ड्यूटी नहीं लगाई गई है। शिक्षक धरना देकर करेंगे प्रदर्शन शिक्षक प्रथम चरण में सामूहिक अवकाश लेकर धरना देंगे। अंबिकापुर में स्टेट बैंक के सामने धरना देंगे। संभाग के अन्य जिलों में भी शिक्षक अवकाश लेकर धरना देंगे। कई विसंगति के कारण आंदोलन मोर्चा के संभागीय संचालक हरेंद्र सिंह ने कहा कि, शिक्षकों की सेवा की गणना उनकी पहली नियुक्ति तिथि से न किए जाने से शिक्षकों को पेंशन, क्रमोन्नति में बराबर का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सहायक शिक्षकों के वेतन में असमानता को लेकर लंबे समय से असंतोष है। 20 वर्षों की सेवा पूरी करने के बाद उन्हें सम्पूर्ण पेंशन का अधिकार दिए जाने की मांग भी प्रमुख रूप से शामिल है।