साढ़े तीन करोड़ रामनाम जप के साथ कथा का समापन:108 युवाओं ने किया रामायण पाठ; वाचक मुक्तानंद बोले- गांव राममय हो गया है
साढ़े तीन करोड़ रामनाम जप के साथ कथा का समापन:108 युवाओं ने किया रामायण पाठ; वाचक मुक्तानंद बोले- गांव राममय हो गया है
बुरहानपुर के खारी गांव में रविवार शाम श्रीराम कथा का समापन हुआ। संतश्री शंकरदास महाराज के मार्गदर्शन में साढ़े तीन करोड़ रामनाम जप अनुष्ठान संपन्न हुआ। कार्यक्रम में 108 युवा श्रद्धालुओं ने एकसाथ रामायण का पाठ किया। यज्ञकुंड में हर चौपाई के साथ आहुतियां दी गईं। कथावाचक पूज्य मुक्तानंद महाराज ने कहा कि गांव राममय हो गया है। उन्होंने बताया कि श्रीराम की निरंतर भक्ति से जीवन धन्य हो जाता है। संतश्री शंकरदास महाराज ने इस अनुष्ठान को प्रेम और एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि राम नाम जप और रामकथा का मुख्य उद्देश्य समाज में आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ाना है। कथावाचक मुक्तानंद महाराज ने रामचरित मानस के गूढ़ रहस्यों को सरल भाषा में समझाया। संत श्री सरसपुरीजी महाराज ने श्रीराम भक्ति का अमृतपान कराया। उन्होंने बताया कि राम नाम से मन को शांति मिलती है और प्रेम से जीवन सुंदर बनता है।
बुरहानपुर के खारी गांव में रविवार शाम श्रीराम कथा का समापन हुआ। संतश्री शंकरदास महाराज के मार्गदर्शन में साढ़े तीन करोड़ रामनाम जप अनुष्ठान संपन्न हुआ। कार्यक्रम में 108 युवा श्रद्धालुओं ने एकसाथ रामायण का पाठ किया। यज्ञकुंड में हर चौपाई के साथ आहुतियां दी गईं। कथावाचक पूज्य मुक्तानंद महाराज ने कहा कि गांव राममय हो गया है। उन्होंने बताया कि श्रीराम की निरंतर भक्ति से जीवन धन्य हो जाता है। संतश्री शंकरदास महाराज ने इस अनुष्ठान को प्रेम और एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि राम नाम जप और रामकथा का मुख्य उद्देश्य समाज में आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ाना है। कथावाचक मुक्तानंद महाराज ने रामचरित मानस के गूढ़ रहस्यों को सरल भाषा में समझाया। संत श्री सरसपुरीजी महाराज ने श्रीराम भक्ति का अमृतपान कराया। उन्होंने बताया कि राम नाम से मन को शांति मिलती है और प्रेम से जीवन सुंदर बनता है।