सिवनी के वैष्णवदेवी धाम सीलादेही में मनाया अन्नपूर्णा महोत्सव:हवन-पूजन और छप्पन भोग किए अर्पित; देर रात चला भंडारा और संगीत कार्यक्रम
सिवनी के वैष्णवदेवी धाम सीलादेही में मनाया अन्नपूर्णा महोत्सव:हवन-पूजन और छप्पन भोग किए अर्पित; देर रात चला भंडारा और संगीत कार्यक्रम
सिवनी मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर नागपुर रोड स्थित वैष्णव देवी धाम सीलादेही में मां अन्नपूर्णा महोत्सव देर रात तक मनाया गया। पहाड़ियों पर विराजमान वैष्णवदेवी धाम परिसर में धनतेरस के दिन मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। जहां रोजना विधि विधान से हवन पूजन कर अन्नपूर्णा महोत्सव मनाया गया। मां वैष्णवीदेवी धाम सेवादार समिति सीलादेही के सदस्यों ने बताया कि सुबह 10:30 बजे से हवन- पूजन शुरू कर दिया था। इसके बाद देवा मां को छप्पन भोग अर्पित किए गए। दोपहर 1 बजे से मां अन्नपूर्णा का महाप्रसादी प्रारंभ की गई। जहां देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस मौके पर कलाकारों ने गीत भजनों की आकर्षक प्रस्तुति दी। पहाड़ियों में विराजी मां अन्नपूर्णा धार्मिक स्थल-सीलादेही पहाड़ी रमणीय धार्मिक स्थल के तौर नगरवासियों में प्रसिद्ध है। पहाड़ी में चारों ओर फैली हरियाली और नैसर्गिक सुंदरता लोगों को सुकून देने वाली है। वन विभाग द्वारा सीलादेही पहाड़ी को नगर वन योजना में शामिल कर सैर सपाटे के लिए अनुकूल बनाया जा रहा है। छप्पन भोग का चढ़ावा माता अन्नपूर्णा को किया गया। इस दौरान कन्याभोज भी परंपरा अनुसार संपन्न कराया गया। साथ ही तरह तरह के 56 व्यंजनों का चढ़ावा चढ़ाया गया। भक्ति गीतों ने समां बांध दिया क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी गई। जिसमें भजन, देवी गीत, जस और अन्य धार्मिक गीत गाए गए। देर रात तक भक्ति की धुन में लोग नाचते नजर आए। इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
सिवनी मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर नागपुर रोड स्थित वैष्णव देवी धाम सीलादेही में मां अन्नपूर्णा महोत्सव देर रात तक मनाया गया। पहाड़ियों पर विराजमान वैष्णवदेवी धाम परिसर में धनतेरस के दिन मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। जहां रोजना विधि विधान से हवन पूजन कर अन्नपूर्णा महोत्सव मनाया गया। मां वैष्णवीदेवी धाम सेवादार समिति सीलादेही के सदस्यों ने बताया कि सुबह 10:30 बजे से हवन- पूजन शुरू कर दिया था। इसके बाद देवा मां को छप्पन भोग अर्पित किए गए। दोपहर 1 बजे से मां अन्नपूर्णा का महाप्रसादी प्रारंभ की गई। जहां देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस मौके पर कलाकारों ने गीत भजनों की आकर्षक प्रस्तुति दी। पहाड़ियों में विराजी मां अन्नपूर्णा धार्मिक स्थल-सीलादेही पहाड़ी रमणीय धार्मिक स्थल के तौर नगरवासियों में प्रसिद्ध है। पहाड़ी में चारों ओर फैली हरियाली और नैसर्गिक सुंदरता लोगों को सुकून देने वाली है। वन विभाग द्वारा सीलादेही पहाड़ी को नगर वन योजना में शामिल कर सैर सपाटे के लिए अनुकूल बनाया जा रहा है। छप्पन भोग का चढ़ावा माता अन्नपूर्णा को किया गया। इस दौरान कन्याभोज भी परंपरा अनुसार संपन्न कराया गया। साथ ही तरह तरह के 56 व्यंजनों का चढ़ावा चढ़ाया गया। भक्ति गीतों ने समां बांध दिया क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी गई। जिसमें भजन, देवी गीत, जस और अन्य धार्मिक गीत गाए गए। देर रात तक भक्ति की धुन में लोग नाचते नजर आए। इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।