हैदरपुर ग्राम पंचायत में अनियतितता का मामला:वर्तमान सरपंच और 2 तत्कालीन सचिव से होगी राशि की वसूली, सागफाटा पंचायत के कामों की जांच की मांग
नेपानगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत हैदरपुर में गलत तरीके से राशि का आहरण किया गया। शिकायत के बाद मामले की जांच कराई गई। अब जाकर जिला पंचायत सीईओ ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर वर्तमान सरपंच और 2 तत्कालीन सचिव के खिलाफ रिकवरी निकाली है। आरोप है कि वर्तमान सरपंच और तत्कालीन सचिव ने फर्जी तरीके से रिश्तेदारों के खातों में अवैधानिक रूप से राशि का भुगतान किया। जिससे गबन और वित्तीय अनियमितता की पुष्टि होती है। अब सरपंच सरोज गवले और 2 तत्कालीन सचिव अशोक वानखेड़े, तत्कालीन भरत पाचपोले के खिलाफ राशि की वसूली के लिए आरसीसी जारी की गई है। तीनों पर रिकवरी निकली है। इधर, सागफाटा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने भी सागफाटा पंचायत में हुए कामों की जांच की मांग की है। वहीं हैदरपुर पंचायत को लेकर जिला पंचायत सीईओ की ओर से जारी आदेश में सरपंच, सचिव को निर्देश भी दिए गए कि प्रधानमंत्री आदर्श आदिवासी योजना के तहत ग्राम पंचायत का आंगनवाड़ी निर्माण कार्य तत्काल पूरा कराएं। वेंडरों की राशि 6.74 लाख 143 रूपए का भुगतान कर शेष राशि 4.29 लाख 226 रूपए अधिनियम की धारा 89-2 के तहत सरपंच सरोज गवले, तत्कालीन सचिव अशोक वानखेड़े से निर्धारित वसूली योग्य राशि 4.29 लाख 226 रूपए और वर्तमान सरपंच सरोज गवले, तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले से वसूली योग्य राशि 63465 रूपए जनपद पंचायत खकनार को जमा कराएं। समय सीमा में राशि जमा नहीं करने पर अधिनियम की धारा 92 के तहत वसूली की कार्रवाई की जाएगी। वेंडरों ने जो काम पंचायत के लिए किए थे उसकी राशि का भी भुगतान नहीं किया गया। जबकि राशि आहरित कर ली गई थी। इसकी शिकायत मनीष रामभाउ नारखेड़े की ओर से की गई थी। जिसकी जांच के बाद यह तथ्य सामने आए। ऐसे की गई गड़बड़ी
- आंगनवाड़ी निर्माण की जांच में पाया गया कि सरपंच के नाम पर राशि 2 लाख रूपए व भाई सुरेश गवले के नाम पर 2.07 लाख 200 रूपए आहरित किए गए जो नियम के विपरीत है।
- निर्माण कार्य के लिए जिस वेंडर से सीमेंट, सरिया क्रय किया गया उसका भुगतान नहीं किया गया जबकि राशि निकाल ली गई। सरपंच ने उसके भाई के नाम से राशि निकाली।
- सरपंच सरोज गवले, तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले द्वारा स्ट्रीट लाइट राशि 63465 का अनाधिकृत रूप से व्यय किया। यह स्ट्रीट लाइट क्रय सरपंच सरोज गवले ने तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले को बिना बताए लाए गए थे। इसका 63465 का भुगतान अवैध तरीके से किया गया।
- हैदरपुर के वर्तमान सरपंच सरोज गवले और तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले ने मिलीभगत की। 1.29 लाख की राशि का भी आहरण किया। 2021-22 में नल, जल कर वसूली 4 अक्टूबर 22 से 17 अगस्त 23 तक कुल राशि 66250 की वसूली सरपंच सरोज गवले और उनके भाई सुरेश गवले के द्वारा की गइ। उन्होंने जबरन महालक्ष्मी समूह को हटाकर नल, जल के रसीद बुक लिए गए। वसूल की गई राशि पंचायत के खाते में जमा नहीं की गई। जनपद सीईओ बोलीं- धारा 89 के तहत वसूली की कार्रवाई की जा रही मामले में खकनार जनपद पंचायत सीईओ वंदना कैथल ने कहा जांच के बाद वर्तमान सरपंच और तत्कालीन सचिवों से राशि की वसूली के लिए आदेश हुए हैं। धारा 89 के तहत वसूली की जा रही है। आगे की कार्रवाई भी जारी है। ग्राम पंचायत सागफाटा में भी हुए कामों की जांच की मांग कुछ लोगों ने जिला पंचायत सीईओ को ग्राम सागफाटा में हुए कामों की जाच की मांग भी उठाई है। शिकायत में कहा गया कि पूर्व सरपंच प्रतात देवी सिंग, वर्तमान सरपंच जयवंती बाई अफसर, सचिव राम सिंग राठौड़, रोजगार सहायक गजानंद परमे के द्वारा कराए गए कामों की जांच कराई जाए। पंचों का मानदेय निकाले जाने, पीएम आवास, मनरेगा योजनन के तहत किए जाने वाले भुगतान आदि की जांच करने की मांग की गई है। जगदीश कनासे ने बताया मामले की गंभीरता से जांच हो तो हकीकत सामने आएगी।
नेपानगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत हैदरपुर में गलत तरीके से राशि का आहरण किया गया। शिकायत के बाद मामले की जांच कराई गई। अब जाकर जिला पंचायत सीईओ ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर वर्तमान सरपंच और 2 तत्कालीन सचिव के खिलाफ रिकवरी निकाली है। आरोप है कि वर्तमान सरपंच और तत्कालीन सचिव ने फर्जी तरीके से रिश्तेदारों के खातों में अवैधानिक रूप से राशि का भुगतान किया। जिससे गबन और वित्तीय अनियमितता की पुष्टि होती है। अब सरपंच सरोज गवले और 2 तत्कालीन सचिव अशोक वानखेड़े, तत्कालीन भरत पाचपोले के खिलाफ राशि की वसूली के लिए आरसीसी जारी की गई है। तीनों पर रिकवरी निकली है। इधर, सागफाटा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने भी सागफाटा पंचायत में हुए कामों की जांच की मांग की है। वहीं हैदरपुर पंचायत को लेकर जिला पंचायत सीईओ की ओर से जारी आदेश में सरपंच, सचिव को निर्देश भी दिए गए कि प्रधानमंत्री आदर्श आदिवासी योजना के तहत ग्राम पंचायत का आंगनवाड़ी निर्माण कार्य तत्काल पूरा कराएं। वेंडरों की राशि 6.74 लाख 143 रूपए का भुगतान कर शेष राशि 4.29 लाख 226 रूपए अधिनियम की धारा 89-2 के तहत सरपंच सरोज गवले, तत्कालीन सचिव अशोक वानखेड़े से निर्धारित वसूली योग्य राशि 4.29 लाख 226 रूपए और वर्तमान सरपंच सरोज गवले, तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले से वसूली योग्य राशि 63465 रूपए जनपद पंचायत खकनार को जमा कराएं। समय सीमा में राशि जमा नहीं करने पर अधिनियम की धारा 92 के तहत वसूली की कार्रवाई की जाएगी। वेंडरों ने जो काम पंचायत के लिए किए थे उसकी राशि का भी भुगतान नहीं किया गया। जबकि राशि आहरित कर ली गई थी। इसकी शिकायत मनीष रामभाउ नारखेड़े की ओर से की गई थी। जिसकी जांच के बाद यह तथ्य सामने आए। ऐसे की गई गड़बड़ी
- आंगनवाड़ी निर्माण की जांच में पाया गया कि सरपंच के नाम पर राशि 2 लाख रूपए व भाई सुरेश गवले के नाम पर 2.07 लाख 200 रूपए आहरित किए गए जो नियम के विपरीत है।
- निर्माण कार्य के लिए जिस वेंडर से सीमेंट, सरिया क्रय किया गया उसका भुगतान नहीं किया गया जबकि राशि निकाल ली गई। सरपंच ने उसके भाई के नाम से राशि निकाली।
- सरपंच सरोज गवले, तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले द्वारा स्ट्रीट लाइट राशि 63465 का अनाधिकृत रूप से व्यय किया। यह स्ट्रीट लाइट क्रय सरपंच सरोज गवले ने तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले को बिना बताए लाए गए थे। इसका 63465 का भुगतान अवैध तरीके से किया गया।
- हैदरपुर के वर्तमान सरपंच सरोज गवले और तत्कालीन सचिव भरत पाचपोले ने मिलीभगत की। 1.29 लाख की राशि का भी आहरण किया। 2021-22 में नल, जल कर वसूली 4 अक्टूबर 22 से 17 अगस्त 23 तक कुल राशि 66250 की वसूली सरपंच सरोज गवले और उनके भाई सुरेश गवले के द्वारा की गइ। उन्होंने जबरन महालक्ष्मी समूह को हटाकर नल, जल के रसीद बुक लिए गए। वसूल की गई राशि पंचायत के खाते में जमा नहीं की गई। जनपद सीईओ बोलीं- धारा 89 के तहत वसूली की कार्रवाई की जा रही मामले में खकनार जनपद पंचायत सीईओ वंदना कैथल ने कहा जांच के बाद वर्तमान सरपंच और तत्कालीन सचिवों से राशि की वसूली के लिए आदेश हुए हैं। धारा 89 के तहत वसूली की जा रही है। आगे की कार्रवाई भी जारी है। ग्राम पंचायत सागफाटा में भी हुए कामों की जांच की मांग कुछ लोगों ने जिला पंचायत सीईओ को ग्राम सागफाटा में हुए कामों की जाच की मांग भी उठाई है। शिकायत में कहा गया कि पूर्व सरपंच प्रतात देवी सिंग, वर्तमान सरपंच जयवंती बाई अफसर, सचिव राम सिंग राठौड़, रोजगार सहायक गजानंद परमे के द्वारा कराए गए कामों की जांच कराई जाए। पंचों का मानदेय निकाले जाने, पीएम आवास, मनरेगा योजनन के तहत किए जाने वाले भुगतान आदि की जांच करने की मांग की गई है। जगदीश कनासे ने बताया मामले की गंभीरता से जांच हो तो हकीकत सामने आएगी।