जयप्रकाश अस्पताल में वेतन विवाद:300 कर्मचारियों को नहीं मिला मार्च का पूरा वेतन, होली से पहले आंदोलन शुरू
जयप्रकाश अस्पताल में वेतन विवाद:300 कर्मचारियों को नहीं मिला मार्च का पूरा वेतन, होली से पहले आंदोलन शुरू
भोपाल के जयप्रकाश जिला चिकित्सालय में वेतन भुगतान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अस्पताल के नर्स, वार्ड बॉय, लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को मार्च माह का पूरा वेतन नहीं मिला है। इस कारण शुक्रवार को कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों की पूछताछ में सामने आया कि सार्थक ऐप पर सभी कर्मचारियों का रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं होने के कारण उन्हें केवल 10-15 दिनों का ही वेतन मिल पाया है। संघ के अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने बताया कि कर्मचारी प्रतिनिधियों ने जब चिकित्सालय के सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव से मुलाकात की, तो उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने वेतन भुगतान से मना कर दिया है। जबकि, डॉ. तिवारी अपने स्टाफ और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों का पूरा वेतन जारी करवा चुके हैं। दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच खींचतान की वजह से अस्पताल के करीब 300 कर्मचारी होली के त्योहार से पहले वेतन से वंचित हैं। कर्मचारियों ने इस भेदभाव के खिलाफ नारेबाजी भी की। संघ के प्रतिनिधियों ने विधायक भगवान दास सबनानी से मुलाकात की और पूरी स्थिति से अवगत कराया। विधायक ने सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव एवं प्रभाकर तिवारी जिला चिकित्सा अधिकारी से चर्चा की एवं पूर्ण भुगतान करने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि एक भी दिन का वेतन नहीं काटा जाना चाहिए, लिखित में निर्देश जारी करके वेतन का भुगतान कराया जाए। इसके उपरांत कर्मचारी काम पर वापस लौट गए। इस मौके पर मुख्य रूप से मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष महेंद्र शर्मा, राज्य कर्मचारी संघ के महामंत्री जितेंद्र सिंह, वरिष्ठ पदाधिकारी विजय रैकवार, कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष सतीश शर्मा, लघु वेतन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राम कुंडल सेन, महामंत्री गौरी शंकर मालवीय, कार्यवाहक अध्यक्ष हीरालाल साहू के साथ अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
भोपाल के जयप्रकाश जिला चिकित्सालय में वेतन भुगतान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अस्पताल के नर्स, वार्ड बॉय, लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को मार्च माह का पूरा वेतन नहीं मिला है। इस कारण शुक्रवार को कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों की पूछताछ में सामने आया कि सार्थक ऐप पर सभी कर्मचारियों का रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं होने के कारण उन्हें केवल 10-15 दिनों का ही वेतन मिल पाया है। संघ के अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने बताया कि कर्मचारी प्रतिनिधियों ने जब चिकित्सालय के सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव से मुलाकात की, तो उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने वेतन भुगतान से मना कर दिया है। जबकि, डॉ. तिवारी अपने स्टाफ और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों का पूरा वेतन जारी करवा चुके हैं। दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच खींचतान की वजह से अस्पताल के करीब 300 कर्मचारी होली के त्योहार से पहले वेतन से वंचित हैं। कर्मचारियों ने इस भेदभाव के खिलाफ नारेबाजी भी की। संघ के प्रतिनिधियों ने विधायक भगवान दास सबनानी से मुलाकात की और पूरी स्थिति से अवगत कराया। विधायक ने सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव एवं प्रभाकर तिवारी जिला चिकित्सा अधिकारी से चर्चा की एवं पूर्ण भुगतान करने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि एक भी दिन का वेतन नहीं काटा जाना चाहिए, लिखित में निर्देश जारी करके वेतन का भुगतान कराया जाए। इसके उपरांत कर्मचारी काम पर वापस लौट गए। इस मौके पर मुख्य रूप से मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष महेंद्र शर्मा, राज्य कर्मचारी संघ के महामंत्री जितेंद्र सिंह, वरिष्ठ पदाधिकारी विजय रैकवार, कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष सतीश शर्मा, लघु वेतन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राम कुंडल सेन, महामंत्री गौरी शंकर मालवीय, कार्यवाहक अध्यक्ष हीरालाल साहू के साथ अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।