जुड़वां भाइयों के आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट की अदला-बदली:राम के कार्ड में श्याम के फिंगरप्रिंट, दिल्ली से लेकर बेंगलुरू तक पहुंचा आवदेन

खरगोन जिले के कोठा बुजुर्ग निवासी संतोष कुमरावत के जुड़वां बेटों की एक अनूठी समस्या सामने आई है। राम और श्याम नाम के इन जुड़वां भाइयों के आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट की अदला-बदली हो गई है। यह गड़बड़ी तब हुई जब दोनों भाइयों के बचपन में आधार कार्ड बनवाए गए थे। एक जैसी शक्ल होने के कारण केंद्र में हुई गलती से राम के आधार कार्ड पर श्याम का फिंगरप्रिंट दर्ज हो गया। इसी तरह श्याम के आधार कार्ड पर राम का फिंगरप्रिंट दर्ज हो गया। 20 मार्च को श्याम का पेपर खरगोन एनआइसी से दिल्ली के आधार रीजनल ऑफिस और फिर बेंगलुरु तक फॉरवर्ड की गई, लेकिन समाधान नहीं निकला। 20 मार्च को श्याम का पेपर है लेकिन आधार कार्ड मिसमैच होने से वह फॉर्म नहीं भर पाया। मामले का हल नहीं निकला तो वह परीक्षा नहीं दे पाएगा। पिता संतोष कुमरावत ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने बताया कि राम निजी कालेज में कृषि और श्याम इंदौर से बी-फार्मेसी की पढ़ाई कर रहा है। श्याम की 20 मार्च को परीक्षा है। वह फॉर्म नहीं भर पाया। परीक्षा देने में भी संशय है। यूआइडीआई के प्रोजेक्ट मैनेजर से मार्गदर्शन लिया राम और श्याम के फिंगर प्रिंट अलग होने से योजनाओं में भी कई समस्याएं हो रही हैं। कहीं आवेदन करने में भी फिंगर प्रिंट मैच न होने से परेशानी हो रही है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। खरगोन ई-गवर्नेंस डीईजीएम प्रमोद पवार ने कहा हमारे स्तर पर समाधान नहीं हो सका। यूआइडीआई के प्रोजेक्ट मैनेजर से मार्गदर्शन लिया। रेयर केस है। कलेक्टर इसे विशेष मीटिंग में रखकर समाधान निकालेंगे।

जुड़वां भाइयों के आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट की अदला-बदली:राम के कार्ड में श्याम के फिंगरप्रिंट, दिल्ली से लेकर बेंगलुरू तक पहुंचा आवदेन
खरगोन जिले के कोठा बुजुर्ग निवासी संतोष कुमरावत के जुड़वां बेटों की एक अनूठी समस्या सामने आई है। राम और श्याम नाम के इन जुड़वां भाइयों के आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट की अदला-बदली हो गई है। यह गड़बड़ी तब हुई जब दोनों भाइयों के बचपन में आधार कार्ड बनवाए गए थे। एक जैसी शक्ल होने के कारण केंद्र में हुई गलती से राम के आधार कार्ड पर श्याम का फिंगरप्रिंट दर्ज हो गया। इसी तरह श्याम के आधार कार्ड पर राम का फिंगरप्रिंट दर्ज हो गया। 20 मार्च को श्याम का पेपर खरगोन एनआइसी से दिल्ली के आधार रीजनल ऑफिस और फिर बेंगलुरु तक फॉरवर्ड की गई, लेकिन समाधान नहीं निकला। 20 मार्च को श्याम का पेपर है लेकिन आधार कार्ड मिसमैच होने से वह फॉर्म नहीं भर पाया। मामले का हल नहीं निकला तो वह परीक्षा नहीं दे पाएगा। पिता संतोष कुमरावत ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने बताया कि राम निजी कालेज में कृषि और श्याम इंदौर से बी-फार्मेसी की पढ़ाई कर रहा है। श्याम की 20 मार्च को परीक्षा है। वह फॉर्म नहीं भर पाया। परीक्षा देने में भी संशय है। यूआइडीआई के प्रोजेक्ट मैनेजर से मार्गदर्शन लिया राम और श्याम के फिंगर प्रिंट अलग होने से योजनाओं में भी कई समस्याएं हो रही हैं। कहीं आवेदन करने में भी फिंगर प्रिंट मैच न होने से परेशानी हो रही है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। खरगोन ई-गवर्नेंस डीईजीएम प्रमोद पवार ने कहा हमारे स्तर पर समाधान नहीं हो सका। यूआइडीआई के प्रोजेक्ट मैनेजर से मार्गदर्शन लिया। रेयर केस है। कलेक्टर इसे विशेष मीटिंग में रखकर समाधान निकालेंगे।