डर ऐसा कि महिलाएं नहीं छोड़ रहीं एक-दूसरे का साथ:गुना में बोलीं-जो कपड़े पहन रखे हैं, यही बचे; पुलिस ने पहरा दिया, तब सो सकीं

गुना का पन्हेटी गांव...यहां 15-20 महिलाएं एक जोड़ी कपड़े में खुले आसमान के नीचे रात गुजार रही हैं। न तो उनके पास बिछाने के लिए कुछ है और न ही ओढ़ने के लिए कुछ बचा है। बच्चे भी सर्दी में कंपकंपा रहे हैं। खाने-पीने का सामान भी नहीं है। एक महिला अपने बच्चे को गोद में लेकर ठंड से बचने के लिए आग ताप रही है तो दूसरी बुजुर्ग महिला पलंग पर सो रही है। बाकी इस सोच में हैं कि वो कहां लेटेंगी? फतेहगढ़ इलाके का पन्हेटी वही गांव है, जहां 26 नवंबर को 10 घरों में आग लगा दी गई थी। भील समाज के लोगों ने आटा, राशन, पहनने-ओढ़ने के कपड़े से लेकर बाइक, कार, ट्रैक्टर सब जला दिए थे। हालात ऐसे थे कि रातभर पुलिस फोर्स गांव में तैनात रहा। दैनिक भास्कर की टीम गांव पहुंची और लोगों से हालात जाने। पढ़िए, रिपोर्ट.. भील समाज ने जला दिए बंजारों के घर विवाद की शुरुआत 1 नवंबर से हुई। इस दिन वन विभाग की जमीन को लेकर भील और बंजारा समुदाय में झगड़ा हो गया। मारपीट में दोनों तरफ के एक-एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए। बंजारा समाज के व्यक्ति को भोपाल और भील समाज के व्यक्ति को इंदौर में भर्ती किया गया था। सोमवार रात भील समाज के गल सिंह भिलाला की इंदौर में मौत हो गई। जैसे ही यह सूचना गांव में उसके परिवार वालों और रिश्तेदारों को लगी तो वे बड़ी संख्या में इकट्‌ठा हो गए। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे भील समाज के लोगों ने बंजारों के घरों पर हमला कर दिया। बंजारा समाज के पुरुष गल सिंह की मौत की सूचना मिलते ही गांव से भाग गए थे। गांव में सिर्फ महिलाएं ही थीं। भीलों ने उनके 10 घरों में आग लगा दी। दो ट्रैक्टर जला दिए। मक्का की फसल भी जला दी। आगजनी में इन घरों में रखा पूरा सामान जल गया। जानकारी लगते ही फतेहगढ़ थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। भील समुदाय ने उन्हें गांव में नहीं घुसने दिया गया। इसके बाद SDOP के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इन्हें भी रोकने की कोशिश की गई। SDOP के स्पष्ट स्टैंड के बाद लोग बैकफुट पर आए और उन्हें गांव में घुसने दिया। कलेक्टर और SP गांव पहुंचे, लोगों को दिया भरोसा मंगलवार शाम करीब 7:15 बजे कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह और SP संजीव कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे। उन्होंने पहले उन महिलाओं से बात की, जिनके घर जलाए गए थे। इसके बाद भील समुदाय के प्रभावशील व्यक्तियों से चर्चा कर उपद्रव कर रहे लोगों को समझाने की बात कही। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ऐसी कोई गड़बड़ी अब नहीं होगी। बसंती बंजारा बोलीं- अब हम कहां जाएं गांव में रहने वाली बसंती बंजारा ने कहा, 'घर में रखे कपड़े, सोफे, गद्दे सब जला दिए गए हैं। अब हम कहां जाएं? डर भी लग रहा है कि कहीं वे लोग फिर से आकर हमला न कर दें इसलिए हम सब महिलाएं एकजुट हैं और उनका सामना करने की तैयारी कर रहे हैं।' बसंती ने बताया कि जिनके घरों में भील समुदाय ने आग लगाई, वे सभी लोग आपस में रिश्तेदार हैं। बैजन्ती ने कहा-मायका और ससुराल दोनों घर जलाए बसंती के पास ही बैजन्ती अपने बच्चे को गोद में लिए बैठी थी। ठंड से बचने के लिए आग ताप रही थी। बैजन्ती ने बताया कि आगजनी और तोड़फोड़ की शुरुआत सबसे पहले उसके ही घर से हुई। उसका मायका और ससुराल दोनों इसी गांव में हैं। दोनों घरों को नुकसान पहुंचाया गया है। पास ही बैठी उमा ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान उसके ही घर में हुआ है। कपड़ों से भरी अलमारी, बेड तक में आग लगा दी गई। कमरे के दूसरे हिस्से में जो कपड़े रखे थे, वह भी जल गए। कुछ नहीं बचा है। जो साड़ी पहने है, वही बची है। पड़ोसियों ने शॉल दिया है, उसे ही ओढ़कर ठंड से बचने की कोशिश कर रही है। न चूल्हा जला, न खाना बना बंजारा समुदाय के घरों में चूल्हा तक नहीं जला। सभी 10 घरों में खाने का कोई सामान नहीं बचा है। जिस मकान में सभी महिलाएं रात बिता रही थीं, उसी घर में आटा चक्की है। पूरे गांव के लोग यहीं गेहूं पिसाते हैं। मंगलवार को इसमें भी आग लगा दी गई थी। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों के भोजन की व्यवस्था कराई। मंगलवार रात को सभी को खाने के पैकेट दिए गए। बुधवार सुबह सभी को सूखा राशन दिया गया। इसमें आटा, दाल, चावल, मसाले, तेल, आलू, प्याज समेत दूसरा सामान है। कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने SDM को निर्देश दिए हैं कि राशन की दुकान से हर महीने मिलने वाला सामान इन्हें जल्द दिला दिया जाए। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... गुना में बस्ती में आग लगाई, बाइक-ट्रैक्टर फूंके; पुलिस को जान बचाने भागना पड़ा गुना में बंजारा बस्ती में आग लगा दी गई। इससे 10 घर पूरी तरह जल गए। आग से बस्ती में रखे ट्रैक्टर, बाइक, दूसरे सामान और अनाज जल गए। आरोपियों ने पुलिस बल पर भी हमला किया, उनको भागकर जान बचानी पड़ी। आगजनी और हमले का आरोप भील समाज पर लगाया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर...

डर ऐसा कि महिलाएं नहीं छोड़ रहीं एक-दूसरे का साथ:गुना में बोलीं-जो कपड़े पहन रखे हैं, यही बचे; पुलिस ने पहरा दिया, तब सो सकीं
गुना का पन्हेटी गांव...यहां 15-20 महिलाएं एक जोड़ी कपड़े में खुले आसमान के नीचे रात गुजार रही हैं। न तो उनके पास बिछाने के लिए कुछ है और न ही ओढ़ने के लिए कुछ बचा है। बच्चे भी सर्दी में कंपकंपा रहे हैं। खाने-पीने का सामान भी नहीं है। एक महिला अपने बच्चे को गोद में लेकर ठंड से बचने के लिए आग ताप रही है तो दूसरी बुजुर्ग महिला पलंग पर सो रही है। बाकी इस सोच में हैं कि वो कहां लेटेंगी? फतेहगढ़ इलाके का पन्हेटी वही गांव है, जहां 26 नवंबर को 10 घरों में आग लगा दी गई थी। भील समाज के लोगों ने आटा, राशन, पहनने-ओढ़ने के कपड़े से लेकर बाइक, कार, ट्रैक्टर सब जला दिए थे। हालात ऐसे थे कि रातभर पुलिस फोर्स गांव में तैनात रहा। दैनिक भास्कर की टीम गांव पहुंची और लोगों से हालात जाने। पढ़िए, रिपोर्ट.. भील समाज ने जला दिए बंजारों के घर विवाद की शुरुआत 1 नवंबर से हुई। इस दिन वन विभाग की जमीन को लेकर भील और बंजारा समुदाय में झगड़ा हो गया। मारपीट में दोनों तरफ के एक-एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए। बंजारा समाज के व्यक्ति को भोपाल और भील समाज के व्यक्ति को इंदौर में भर्ती किया गया था। सोमवार रात भील समाज के गल सिंह भिलाला की इंदौर में मौत हो गई। जैसे ही यह सूचना गांव में उसके परिवार वालों और रिश्तेदारों को लगी तो वे बड़ी संख्या में इकट्‌ठा हो गए। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे भील समाज के लोगों ने बंजारों के घरों पर हमला कर दिया। बंजारा समाज के पुरुष गल सिंह की मौत की सूचना मिलते ही गांव से भाग गए थे। गांव में सिर्फ महिलाएं ही थीं। भीलों ने उनके 10 घरों में आग लगा दी। दो ट्रैक्टर जला दिए। मक्का की फसल भी जला दी। आगजनी में इन घरों में रखा पूरा सामान जल गया। जानकारी लगते ही फतेहगढ़ थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। भील समुदाय ने उन्हें गांव में नहीं घुसने दिया गया। इसके बाद SDOP के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इन्हें भी रोकने की कोशिश की गई। SDOP के स्पष्ट स्टैंड के बाद लोग बैकफुट पर आए और उन्हें गांव में घुसने दिया। कलेक्टर और SP गांव पहुंचे, लोगों को दिया भरोसा मंगलवार शाम करीब 7:15 बजे कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह और SP संजीव कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे। उन्होंने पहले उन महिलाओं से बात की, जिनके घर जलाए गए थे। इसके बाद भील समुदाय के प्रभावशील व्यक्तियों से चर्चा कर उपद्रव कर रहे लोगों को समझाने की बात कही। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ऐसी कोई गड़बड़ी अब नहीं होगी। बसंती बंजारा बोलीं- अब हम कहां जाएं गांव में रहने वाली बसंती बंजारा ने कहा, 'घर में रखे कपड़े, सोफे, गद्दे सब जला दिए गए हैं। अब हम कहां जाएं? डर भी लग रहा है कि कहीं वे लोग फिर से आकर हमला न कर दें इसलिए हम सब महिलाएं एकजुट हैं और उनका सामना करने की तैयारी कर रहे हैं।' बसंती ने बताया कि जिनके घरों में भील समुदाय ने आग लगाई, वे सभी लोग आपस में रिश्तेदार हैं। बैजन्ती ने कहा-मायका और ससुराल दोनों घर जलाए बसंती के पास ही बैजन्ती अपने बच्चे को गोद में लिए बैठी थी। ठंड से बचने के लिए आग ताप रही थी। बैजन्ती ने बताया कि आगजनी और तोड़फोड़ की शुरुआत सबसे पहले उसके ही घर से हुई। उसका मायका और ससुराल दोनों इसी गांव में हैं। दोनों घरों को नुकसान पहुंचाया गया है। पास ही बैठी उमा ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान उसके ही घर में हुआ है। कपड़ों से भरी अलमारी, बेड तक में आग लगा दी गई। कमरे के दूसरे हिस्से में जो कपड़े रखे थे, वह भी जल गए। कुछ नहीं बचा है। जो साड़ी पहने है, वही बची है। पड़ोसियों ने शॉल दिया है, उसे ही ओढ़कर ठंड से बचने की कोशिश कर रही है। न चूल्हा जला, न खाना बना बंजारा समुदाय के घरों में चूल्हा तक नहीं जला। सभी 10 घरों में खाने का कोई सामान नहीं बचा है। जिस मकान में सभी महिलाएं रात बिता रही थीं, उसी घर में आटा चक्की है। पूरे गांव के लोग यहीं गेहूं पिसाते हैं। मंगलवार को इसमें भी आग लगा दी गई थी। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों के भोजन की व्यवस्था कराई। मंगलवार रात को सभी को खाने के पैकेट दिए गए। बुधवार सुबह सभी को सूखा राशन दिया गया। इसमें आटा, दाल, चावल, मसाले, तेल, आलू, प्याज समेत दूसरा सामान है। कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने SDM को निर्देश दिए हैं कि राशन की दुकान से हर महीने मिलने वाला सामान इन्हें जल्द दिला दिया जाए। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... गुना में बस्ती में आग लगाई, बाइक-ट्रैक्टर फूंके; पुलिस को जान बचाने भागना पड़ा गुना में बंजारा बस्ती में आग लगा दी गई। इससे 10 घर पूरी तरह जल गए। आग से बस्ती में रखे ट्रैक्टर, बाइक, दूसरे सामान और अनाज जल गए। आरोपियों ने पुलिस बल पर भी हमला किया, उनको भागकर जान बचानी पड़ी। आगजनी और हमले का आरोप भील समाज पर लगाया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर...