मऊगंज में सब्जियों के दाम में बेतहाशा वृद्धि:लहसुन 4 सौ रुपए प्रति किलो पर पहुंचा; अन्य सब्जियां भी हुईं महंगी
मऊगंज में सब्जियों के दाम में बेतहाशा वृद्धि:लहसुन 4 सौ रुपए प्रति किलो पर पहुंचा; अन्य सब्जियां भी हुईं महंगी
दीपावली का पर्व बीत जाने के बाद भी सब्जियों के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार चिंतित। सब्जियों के दामों में हो रही आम आदमी के रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। सब्जियों के दामों में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे आम आदमी परेशान हो रहा है। इतना ही नहीं मंडी के बाहर दामों में और भी वृद्धि देखी जा रही है। जिसमें लहसुन की कीमत 400 रुपए प्रति किलो हो चुकी है और टमाटर 60 रुपए प्रति किलोग्राम, प्याज 60 रुपए किलोग्राम तक बेचा जा रहा है। मंडी में महंगी सब्जी से उपभोक्ताओं की जेब ढीली हो रही है। उधर, सब्जी कारोबारियों की मानें तो क्षेत्र में ज्यादातर सब्जियां रीवा या उत्तर प्रदेश से आवक होती है। माल की पूर्ति ना हो पाने के कारण दामों में उछाल चल रहा है। ऐसे में आम आदमी को सब्जी खरीदने से पहले कई बार सोचना पड़ रहा है। मंडी में सब्जियां खरीदने वाले ग्राहक यहां आकर सबसे पहले दाम पूछते हैं। जब उनको सब्जियों के दाम बताए जाते हैं, तो उनके होश उड़ जाते हैं। कई ग्राहक तो सब्जी खरीदने से गुरेज तक करने लगते हैं। जबकि कुछ ग्राहक सब्जी कम मात्रा में खरीदने लगे हैं। इसका असर उनके धंधे पर भी पड़ रहा है। मऊगंज जिले के सब्जी मंडी के रिटेल भाव। नोट : भाव रुपए प्रति किलोग्राम में हैं। दाम में प्रतिदिन परिवर्तन होते रहते हैं। क्या कहते हैं जिम्मेदार कमेटी अध्यक्ष अखिलेश पटेल बताया है कि इस समय सब्जियों के दामों में काफी वृद्धि हुई। जिससे गरीब परिवारों के रसोई का बजट बिगड़ रहा है। लहसुन 400 रुपए पार हो चुका है आखिर गरीब का गुजर-बसर कैसे हो यह चिंतनीय है। ब्लॉक कांग्रेस इस मामले में उपभोक्ता मुबारक खान बोले- मंडी में सब्जियां खरीदने आता हूं( लेकिन सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। भाव पुछकर कभी-कभी तो वापस लौट जाना पड़ता है। उपभोक्ता विजय कुमार जायसवाल ने कहा है कि मंडी में सब्जियां लेने आते हैं। लेकिन यहां सब्जियों के दाम सुनते ही उन्हें लेने के लिए कई बार सेचना पड़ता है। मंडी व्यापारी प्रेमलाल सब्जी ने बताया है कि सब्जी लेने के लिए ग्राहक आते हैं टमाटर आलू और सब्जियां तो आसानी से ले लेते हैं। लेकिन लहसुन प्याज के दाम पूंछकर बहुत लोग तो वापस चले जाते हैं।
दीपावली का पर्व बीत जाने के बाद भी सब्जियों के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार चिंतित। सब्जियों के दामों में हो रही आम आदमी के रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। सब्जियों के दामों में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे आम आदमी परेशान हो रहा है। इतना ही नहीं मंडी के बाहर दामों में और भी वृद्धि देखी जा रही है। जिसमें लहसुन की कीमत 400 रुपए प्रति किलो हो चुकी है और टमाटर 60 रुपए प्रति किलोग्राम, प्याज 60 रुपए किलोग्राम तक बेचा जा रहा है। मंडी में महंगी सब्जी से उपभोक्ताओं की जेब ढीली हो रही है। उधर, सब्जी कारोबारियों की मानें तो क्षेत्र में ज्यादातर सब्जियां रीवा या उत्तर प्रदेश से आवक होती है। माल की पूर्ति ना हो पाने के कारण दामों में उछाल चल रहा है। ऐसे में आम आदमी को सब्जी खरीदने से पहले कई बार सोचना पड़ रहा है। मंडी में सब्जियां खरीदने वाले ग्राहक यहां आकर सबसे पहले दाम पूछते हैं। जब उनको सब्जियों के दाम बताए जाते हैं, तो उनके होश उड़ जाते हैं। कई ग्राहक तो सब्जी खरीदने से गुरेज तक करने लगते हैं। जबकि कुछ ग्राहक सब्जी कम मात्रा में खरीदने लगे हैं। इसका असर उनके धंधे पर भी पड़ रहा है। मऊगंज जिले के सब्जी मंडी के रिटेल भाव। नोट : भाव रुपए प्रति किलोग्राम में हैं। दाम में प्रतिदिन परिवर्तन होते रहते हैं। क्या कहते हैं जिम्मेदार कमेटी अध्यक्ष अखिलेश पटेल बताया है कि इस समय सब्जियों के दामों में काफी वृद्धि हुई। जिससे गरीब परिवारों के रसोई का बजट बिगड़ रहा है। लहसुन 400 रुपए पार हो चुका है आखिर गरीब का गुजर-बसर कैसे हो यह चिंतनीय है। ब्लॉक कांग्रेस इस मामले में उपभोक्ता मुबारक खान बोले- मंडी में सब्जियां खरीदने आता हूं( लेकिन सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। भाव पुछकर कभी-कभी तो वापस लौट जाना पड़ता है। उपभोक्ता विजय कुमार जायसवाल ने कहा है कि मंडी में सब्जियां लेने आते हैं। लेकिन यहां सब्जियों के दाम सुनते ही उन्हें लेने के लिए कई बार सेचना पड़ता है। मंडी व्यापारी प्रेमलाल सब्जी ने बताया है कि सब्जी लेने के लिए ग्राहक आते हैं टमाटर आलू और सब्जियां तो आसानी से ले लेते हैं। लेकिन लहसुन प्याज के दाम पूंछकर बहुत लोग तो वापस चले जाते हैं।