सिवनी में धूमधाम से निकाली गई मां दुर्गा की शोभायात्रा:गाजे बाजे के साथ किया गया विसर्जन, झांकिया रही आकर्षण का केंद्र, विसर्जन के लिए नदी तालाबों में बनाए गए घाट
सिवनी में धूमधाम से निकाली गई मां दुर्गा की शोभायात्रा:गाजे बाजे के साथ किया गया विसर्जन, झांकिया रही आकर्षण का केंद्र, विसर्जन के लिए नदी तालाबों में बनाए गए घाट
सिवनी जिला मुख्यालय सहित जिले भर में 9 दिनों तक मां भगवती का पूजन, अर्चन के बाद रविवार रात में विदाई दी गई। नवरात्रि की बैठकी के दिन से माता की प्रतिमा स्थापित की गई। जहां विधि विधान से रोजना पूजन और आरती की गई। 9 दिनों तक विशिष्ट अनुष्ठान चलते रहे। अष्टमी के दिन हवन के बाद कन्या भोज कराया गया। प्रतिमा के आठ जिन स्थानों में जवारे व ज्योति कलश की स्थापना की गई थी उनका विसर्जन परसो कर दिया गया और रविवार को माता की शोभायात्रा शहर के अहम चोक चौराहों से निकाली गई। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में गांव का भ्रमण कराया गया। जहां जगह-जगह रोककर श्रद्धालुओं ने माता का पूजन किया। गाजे बाजे के साथ निकाली गई इस शोभायात्रा में भक्ति की धुन में लोग नाचते नजर आए। विसर्जन के लिए नदी तालाबों में बनाए गए थे घाट जिले के मुण्डारा से निकली मां बैनगंगा कई ग्रामो से होकर बह रही है। जहां प्रतिमा के विसर्जन के लिए बैनगंगा नदी के लखनवाड़ा घाट, छपारा घाट, सुनवारा घाट, भीमगढ़ घाट, मझगवां घाट, केवलारी घाट सहित कई घाट बनाए गए थे। वहीं आरती के बाद इन घाटों सहित तालाबो में माता की प्रतिमा का विसर्जन देर रात्रि तक किया गया। पुलिस बल रहा तैनात विसर्जन के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटे इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पुलिस बल तैनात रहा। क्योंकि कई बार देखने में आया कि रात्रि में हुए विसर्जन के दौरान यातायात व्यवस्था गड़बड़ा जाती है और कई लोगों के पानी में डूबने की घटना भी पूर्व में घटित हो चुकी है। इसलिए देर रात्रि तक विसर्जन के समय तक पुलिसकर्मी मौजूद रहे। झांकिया रही आकर्षण का केंद्र माता की प्रतिमा विसर्जन के समय मनमोहक झांकिया बनाई गई थी। जिनका भी भ्रमण कराया गया जो आकर्षण का केंद्र रही। जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। वहीं धनोरा,केवलारी, लखनादौन, घंसौर, छपारा,बरघाट और कुरई विकास खण्डो में भी विसर्जन के दौरान लोगो में उत्साह देखा। मनमोहक झांकियों की देखें तस्वीरें
सिवनी जिला मुख्यालय सहित जिले भर में 9 दिनों तक मां भगवती का पूजन, अर्चन के बाद रविवार रात में विदाई दी गई। नवरात्रि की बैठकी के दिन से माता की प्रतिमा स्थापित की गई। जहां विधि विधान से रोजना पूजन और आरती की गई। 9 दिनों तक विशिष्ट अनुष्ठान चलते रहे। अष्टमी के दिन हवन के बाद कन्या भोज कराया गया। प्रतिमा के आठ जिन स्थानों में जवारे व ज्योति कलश की स्थापना की गई थी उनका विसर्जन परसो कर दिया गया और रविवार को माता की शोभायात्रा शहर के अहम चोक चौराहों से निकाली गई। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में गांव का भ्रमण कराया गया। जहां जगह-जगह रोककर श्रद्धालुओं ने माता का पूजन किया। गाजे बाजे के साथ निकाली गई इस शोभायात्रा में भक्ति की धुन में लोग नाचते नजर आए। विसर्जन के लिए नदी तालाबों में बनाए गए थे घाट जिले के मुण्डारा से निकली मां बैनगंगा कई ग्रामो से होकर बह रही है। जहां प्रतिमा के विसर्जन के लिए बैनगंगा नदी के लखनवाड़ा घाट, छपारा घाट, सुनवारा घाट, भीमगढ़ घाट, मझगवां घाट, केवलारी घाट सहित कई घाट बनाए गए थे। वहीं आरती के बाद इन घाटों सहित तालाबो में माता की प्रतिमा का विसर्जन देर रात्रि तक किया गया। पुलिस बल रहा तैनात विसर्जन के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटे इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पुलिस बल तैनात रहा। क्योंकि कई बार देखने में आया कि रात्रि में हुए विसर्जन के दौरान यातायात व्यवस्था गड़बड़ा जाती है और कई लोगों के पानी में डूबने की घटना भी पूर्व में घटित हो चुकी है। इसलिए देर रात्रि तक विसर्जन के समय तक पुलिसकर्मी मौजूद रहे। झांकिया रही आकर्षण का केंद्र माता की प्रतिमा विसर्जन के समय मनमोहक झांकिया बनाई गई थी। जिनका भी भ्रमण कराया गया जो आकर्षण का केंद्र रही। जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। वहीं धनोरा,केवलारी, लखनादौन, घंसौर, छपारा,बरघाट और कुरई विकास खण्डो में भी विसर्जन के दौरान लोगो में उत्साह देखा। मनमोहक झांकियों की देखें तस्वीरें