17 साल चारा बेचकर मंदिर को दान किए 1.71 करोड़:क्षेत्रपाल बाबा मंदिर के लिए इस साल ज्वालापुर के खालिद ने खरीदा 16 लाख का चारा

मानपुर में क्षेत्रपाल बाबा मंदिर को एक बार फिर किसानों से बड़ा दान मिला है। जेनी क्षेत्र के किसानों ने अपनी परंपरा को जारी रखते हुए सरसों का चारा मंदिर समिति को दान किया है। इस वर्ष मंदिर समिति को 16 लाख 21 हजार रुपए का चारा प्राप्त हुआ है। ज्वालापुर के खालिद ने इस चारे को खरीदा है। यह राशि मंदिर के निर्माण कार्य में उपयोग की जाएगी। मंदिर समिति के अनुसार, 2008 से शुरू हुई यह परंपरा अब तक निरंतर जारी है। इस बार 1350 बीघा के चारे की बोली लगाई गई। मंदिर समिति अध्यक्ष धनजीत पटेल और कोषाध्यक्ष रणवीर शर्मा ने बताया कि किसानों से प्राप्त राशि का उपयोग मंदिर निर्माण में किया जाता है। 2008 से 2025 तक मंदिर निर्माण में सवा करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है। क्षेत्रपाल बाबा मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मंदिर का भव्य स्वरूप इसे एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना रहा है। कब कितने में बिका दान में मिला सरसों का भूसा

17 साल चारा बेचकर मंदिर को दान किए 1.71 करोड़:क्षेत्रपाल बाबा मंदिर के लिए इस साल ज्वालापुर के खालिद ने खरीदा 16 लाख का चारा
मानपुर में क्षेत्रपाल बाबा मंदिर को एक बार फिर किसानों से बड़ा दान मिला है। जेनी क्षेत्र के किसानों ने अपनी परंपरा को जारी रखते हुए सरसों का चारा मंदिर समिति को दान किया है। इस वर्ष मंदिर समिति को 16 लाख 21 हजार रुपए का चारा प्राप्त हुआ है। ज्वालापुर के खालिद ने इस चारे को खरीदा है। यह राशि मंदिर के निर्माण कार्य में उपयोग की जाएगी। मंदिर समिति के अनुसार, 2008 से शुरू हुई यह परंपरा अब तक निरंतर जारी है। इस बार 1350 बीघा के चारे की बोली लगाई गई। मंदिर समिति अध्यक्ष धनजीत पटेल और कोषाध्यक्ष रणवीर शर्मा ने बताया कि किसानों से प्राप्त राशि का उपयोग मंदिर निर्माण में किया जाता है। 2008 से 2025 तक मंदिर निर्माण में सवा करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है। क्षेत्रपाल बाबा मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मंदिर का भव्य स्वरूप इसे एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना रहा है। कब कितने में बिका दान में मिला सरसों का भूसा