उमरिया में हाथियों को देख घास में छिपा बाघ:बांधवगढ़ में पर्यटकों ने कैमरे में कैद किया कम दिखने वाला नजारा
उमरिया में हाथियों को देख घास में छिपा बाघ:बांधवगढ़ में पर्यटकों ने कैमरे में कैद किया कम दिखने वाला नजारा
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला जोन में सफारी के दौरान पर्यटक को बाघ और हाथियों का अनूठा नजारा भी देखने को मिला। घटना में एक बाघ घास के मैदान में बैठा हुआ था। इसी दौरान वहां से दो जंगली हाथी गुजर रहे थे। हाथियों की मूवमेंट देखते ही बाघ तुरंत लंबी घास में छिप गया। हाथी भी अपनी राह जंगल की ओर बढ़ गए। यह पूरा दृश्य रविवार सुबह सामने आया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगली हाथियों की आवाजाही आम बात है। यहां सफारी मुख्य रूप से कोर जोन के ताला, खितौली और मगधी क्षेत्र में होती है। इसके अलावा बफर जोन में पचपेड़ी और धमोकर में भी सफारी की सुविधा है। टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 165 से अधिक बाघों का निवास है। पर्यटकों के लिए यह एक रोमांचक अनुभव रहा, क्योंकि जंगल के राजा को इस तरह सतर्क होते और छिपते हुए देखना एक दुर्लभ घटना है। यह घटना प्रकृति के अनूठे संतुलन को भी दर्शाती है, जहां हर जीव अपनी सुरक्षा के लिए सजग रहता है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला जोन में सफारी के दौरान पर्यटक को बाघ और हाथियों का अनूठा नजारा भी देखने को मिला। घटना में एक बाघ घास के मैदान में बैठा हुआ था। इसी दौरान वहां से दो जंगली हाथी गुजर रहे थे। हाथियों की मूवमेंट देखते ही बाघ तुरंत लंबी घास में छिप गया। हाथी भी अपनी राह जंगल की ओर बढ़ गए। यह पूरा दृश्य रविवार सुबह सामने आया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगली हाथियों की आवाजाही आम बात है। यहां सफारी मुख्य रूप से कोर जोन के ताला, खितौली और मगधी क्षेत्र में होती है। इसके अलावा बफर जोन में पचपेड़ी और धमोकर में भी सफारी की सुविधा है। टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 165 से अधिक बाघों का निवास है। पर्यटकों के लिए यह एक रोमांचक अनुभव रहा, क्योंकि जंगल के राजा को इस तरह सतर्क होते और छिपते हुए देखना एक दुर्लभ घटना है। यह घटना प्रकृति के अनूठे संतुलन को भी दर्शाती है, जहां हर जीव अपनी सुरक्षा के लिए सजग रहता है।