गेंदा फूल 80 रुपए किलो, लक्ष्मी प्रतिमाएं 800 तक:बालाघाट में दीपावली पर बाजार सजें,पटाखों से संभावित हादसों के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात
बालाघाट में दीपावली की खरीदारी सुबह से शुरू हो गई है। लोग अपने घरों और प्रतिष्ठानों को सजाने के लिए फूल, मालाएं और देवी लक्ष्मी की प्रतिमाएं खरीदने बाजार पहुंच रहे हैं। सोमवार को बाजार में गेंदा फूल 80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, जबकि इसकी मालाएं 20 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक उपलब्ध हैं। हस्तनिर्मित लक्ष्मी प्रतिमाओं की कीमत 100 रुपए से 800 रुपए तक है, और तस्वीरें 20 रुपए से 200 रुपए में मिल रही हैं। कमल फूल का जोड़ा 50 रुपए में बिक रहा है। संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन अलर्ट गेंदा और अन्य फूलों के बाजार मेनरोड, आंबेडकर चौक और काली पुतली चौक सहित विभिन्न स्थानों पर लगे हैं, जहां खरीदारों की भीड़ देखी जा रही है। दूसरी ओर, दीपावली पर आतिशबाजी से होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन भी अलर्ट मोड पर है। मरीजों को तुरंत इलाज कराने के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं। सिविल सर्जन डॉ. निलय जैन ने बताया कि पटाखों से आगजनी, आंखों में बारूद जाने और अन्य आतिशबाजी से जुड़ी घटनाओं के लिए तीन विशेषज्ञ डॉक्टरों को ड्यूटी पर लगाया गया है। इनमें आई सर्जन, आर्थोपेडिक सर्जन और जनरल सर्जन शामिल हैं। कैजुअल्टी में विशेष व्यवस्था की गई है, और किसी बड़ी घटना की स्थिति में एक टीम को रिजर्व में रखा गया है ताकि वे दूसरी पंक्ति में अपनी सेवाएं दे सकें।
बालाघाट में दीपावली की खरीदारी सुबह से शुरू हो गई है। लोग अपने घरों और प्रतिष्ठानों को सजाने के लिए फूल, मालाएं और देवी लक्ष्मी की प्रतिमाएं खरीदने बाजार पहुंच रहे हैं। सोमवार को बाजार में गेंदा फूल 80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, जबकि इसकी मालाएं 20 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक उपलब्ध हैं। हस्तनिर्मित लक्ष्मी प्रतिमाओं की कीमत 100 रुपए से 800 रुपए तक है, और तस्वीरें 20 रुपए से 200 रुपए में मिल रही हैं। कमल फूल का जोड़ा 50 रुपए में बिक रहा है। संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन अलर्ट गेंदा और अन्य फूलों के बाजार मेनरोड, आंबेडकर चौक और काली पुतली चौक सहित विभिन्न स्थानों पर लगे हैं, जहां खरीदारों की भीड़ देखी जा रही है। दूसरी ओर, दीपावली पर आतिशबाजी से होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन भी अलर्ट मोड पर है। मरीजों को तुरंत इलाज कराने के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं। सिविल सर्जन डॉ. निलय जैन ने बताया कि पटाखों से आगजनी, आंखों में बारूद जाने और अन्य आतिशबाजी से जुड़ी घटनाओं के लिए तीन विशेषज्ञ डॉक्टरों को ड्यूटी पर लगाया गया है। इनमें आई सर्जन, आर्थोपेडिक सर्जन और जनरल सर्जन शामिल हैं। कैजुअल्टी में विशेष व्यवस्था की गई है, और किसी बड़ी घटना की स्थिति में एक टीम को रिजर्व में रखा गया है ताकि वे दूसरी पंक्ति में अपनी सेवाएं दे सकें।