भिंड के आंगनबाड़ी केंद्रों पर नहीं मिल रहा भोजन-नाश्ता:SDM के निरीक्षण में मिली अनियमितता; कई केंद्र बंद, कुछ पर गायब मिले बच्चे

भिंड जिले के लहार में एसडीएम विजय सिंह यादव ने रौन क्षेत्र के ग्राम मेहदवां और इंदर्खी में आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं, जिस पर तत्काल कार्रवाई की गई। मेहदवां में एक केंद्र पर कार्यकर्ता तो मौजूद थी, लेकिन न तो बच्चे थे और न ही सहायिका रानू सिंह राजावत, जो पिछले 15 दिनों से बिना सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। सुपरवाइजर आरती सोलंकी भी बिना सूचना मुख्यालय से गायब थीं। जांच में पता चला कि अंबेडकर स्व सहायता समूह, जिसे 10 आंगनबाड़ी केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई थी, पिछले सात दिनों से बच्चों को भोजन और नाश्ता नहीं दे रहा था। सहायिका और सुपरवाइजर का वेतन होगा राजसात एसडीएम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सहायिका का 15 दिन का वेतन और सुपरवाइजर का 5 दिन का वेतन राजसात करने के आदेश दिए। साथ ही अंबेडकर स्व सहायता समूह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। एक अन्य बंद मिले केंद्र की कार्यकर्ता अल्पना सिंह और सहायिका कृष्णा देवी का 7-7 दिन का वेतन भी राजसात किया गया। इंदर्खी में मिली बेहतर स्थिति इंदुर्खी में स्थिति बेहतर मिली, जहां दोनों केंद्र खुले थे और बच्चों को दाल-रोटी का भोजन दिया जा रहा था। एसडीएम ने यहां बच्चों का वजन कराया और कार्यकर्ताओं को पोषण संबंधी दिशा-निर्देश दिए। एसडीएम यादव ने बताया - सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रतिदिन गर्म, पका हुआ भोजन और नाश्ता देना अनिवार्य है। साथ ही हर मंगलवार को गर्भवती और धात्री महिलाओं को THR, आयरन की गोलियां और टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करानी होती है

May 8, 2025 - 09:22
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भिंड के आंगनबाड़ी केंद्रों पर नहीं मिल रहा भोजन-नाश्ता:SDM के निरीक्षण में मिली अनियमितता; कई केंद्र बंद, कुछ पर गायब मिले बच्चे
भिंड जिले के लहार में एसडीएम विजय सिंह यादव ने रौन क्षेत्र के ग्राम मेहदवां और इंदर्खी में आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं, जिस पर तत्काल कार्रवाई की गई। मेहदवां में एक केंद्र पर कार्यकर्ता तो मौजूद थी, लेकिन न तो बच्चे थे और न ही सहायिका रानू सिंह राजावत, जो पिछले 15 दिनों से बिना सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। सुपरवाइजर आरती सोलंकी भी बिना सूचना मुख्यालय से गायब थीं। जांच में पता चला कि अंबेडकर स्व सहायता समूह, जिसे 10 आंगनबाड़ी केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई थी, पिछले सात दिनों से बच्चों को भोजन और नाश्ता नहीं दे रहा था। सहायिका और सुपरवाइजर का वेतन होगा राजसात एसडीएम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सहायिका का 15 दिन का वेतन और सुपरवाइजर का 5 दिन का वेतन राजसात करने के आदेश दिए। साथ ही अंबेडकर स्व सहायता समूह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। एक अन्य बंद मिले केंद्र की कार्यकर्ता अल्पना सिंह और सहायिका कृष्णा देवी का 7-7 दिन का वेतन भी राजसात किया गया। इंदर्खी में मिली बेहतर स्थिति इंदुर्खी में स्थिति बेहतर मिली, जहां दोनों केंद्र खुले थे और बच्चों को दाल-रोटी का भोजन दिया जा रहा था। एसडीएम ने यहां बच्चों का वजन कराया और कार्यकर्ताओं को पोषण संबंधी दिशा-निर्देश दिए। एसडीएम यादव ने बताया - सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रतिदिन गर्म, पका हुआ भोजन और नाश्ता देना अनिवार्य है। साथ ही हर मंगलवार को गर्भवती और धात्री महिलाओं को THR, आयरन की गोलियां और टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करानी होती है