छतरपुर में दो भाइयों के विवाद में एक की मौत:कुएं पर मोटर पंप लगाने को लेकर हुआ खूनी संघर्ष, पत्नी और बेटा घायल
छतरपुर में दो भाइयों के विवाद में एक की मौत:कुएं पर मोटर पंप लगाने को लेकर हुआ खूनी संघर्ष, पत्नी और बेटा घायल
छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के मानकारी गांव में रविवार सुबह करीब 8 बजे खेत के कुएं पर मोटर पंप लगाने को लेकर दो सगे भाइयों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट में बदल गया। इस घटना में एक भाई की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी और बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल पुलिस ने मामले को हत्या में दर्ज कर जांच तेज कर दी है। मृतक की पहचान ग्राम मानकारी निवासी भागवत दयाल पटेल के (50) के रूप में हुई है। मारपीट में राकेश के बेटे हृदेश पटेल (25) और पत्नी कपूरी पटेल (47) घायल हुए हैं। दोनों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। परिजनों का आरोप- एफआईआर में 3 घंटे की देरी हुई परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद वे महाराजपुर थाने पहुंचे, लेकिन एफआईआर दर्ज करने में करीब तीन घंटे की देरी हुई। इस दौरान घायल राकेश पटेल की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। सीएचसी से जिला अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया परिजनों के अनुसार, राकेश पटेल को पहले महाराजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेज भेजा, लेकिन रास्ते में या इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घायल बेटे का आरोप- कई आरोपी थे, सभी नाम एफआईआर में नहीं जोड़े घायल बेटे हृदेश पटेल ने बताया कि मारपीट में कई लोग शामिल थे, जिनके नाम उन्होंने थाने में बताए थे। आरोप है कि थाना प्रभारी ने केवल पांच लोगों के खिलाफ ही मामला दर्ज किया और सभी आरोपियों के नाम एफआईआर में शामिल नहीं किए। हृदेश पटेल के अनुसार, घटना में विनोद पटेल, अंशुल पटेल, हरनारायण पटेल, अंकित पटेल, मुकेश पटेल, बाबू पटेल, राघवेंद्र पटेल और शिवम पटेल शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि अंशुल पटेल, राघवेंद्र पटेल और शिवम पटेल के नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किए गए, जबकि वे भी मारपीट में शामिल थे। पहले सामान्य धाराएं, मौत के बाद हत्या का मामला दर्ज यह विवाद बीते रोज गांव मानकारी में हुआ था। घटना के बाद पुलिस ने शुरुआत में पांच आरोपियों के खिलाफ सामान्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। राकेश पटेल की मौत के बाद अब मामला हत्या में तब्दील कर दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा पुलिस ने मृतक राकेश पटेल के शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। वहीं, घायल हृदेश पटेल और उनकी मां कपूरी पटेल का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच तेज कर दी गई है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के मानकारी गांव में रविवार सुबह करीब 8 बजे खेत के कुएं पर मोटर पंप लगाने को लेकर दो सगे भाइयों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट में बदल गया। इस घटना में एक भाई की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी और बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल पुलिस ने मामले को हत्या में दर्ज कर जांच तेज कर दी है। मृतक की पहचान ग्राम मानकारी निवासी भागवत दयाल पटेल के (50) के रूप में हुई है। मारपीट में राकेश के बेटे हृदेश पटेल (25) और पत्नी कपूरी पटेल (47) घायल हुए हैं। दोनों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। परिजनों का आरोप- एफआईआर में 3 घंटे की देरी हुई परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद वे महाराजपुर थाने पहुंचे, लेकिन एफआईआर दर्ज करने में करीब तीन घंटे की देरी हुई। इस दौरान घायल राकेश पटेल की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। सीएचसी से जिला अस्पताल, फिर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया परिजनों के अनुसार, राकेश पटेल को पहले महाराजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेज भेजा, लेकिन रास्ते में या इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घायल बेटे का आरोप- कई आरोपी थे, सभी नाम एफआईआर में नहीं जोड़े घायल बेटे हृदेश पटेल ने बताया कि मारपीट में कई लोग शामिल थे, जिनके नाम उन्होंने थाने में बताए थे। आरोप है कि थाना प्रभारी ने केवल पांच लोगों के खिलाफ ही मामला दर्ज किया और सभी आरोपियों के नाम एफआईआर में शामिल नहीं किए। हृदेश पटेल के अनुसार, घटना में विनोद पटेल, अंशुल पटेल, हरनारायण पटेल, अंकित पटेल, मुकेश पटेल, बाबू पटेल, राघवेंद्र पटेल और शिवम पटेल शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि अंशुल पटेल, राघवेंद्र पटेल और शिवम पटेल के नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किए गए, जबकि वे भी मारपीट में शामिल थे। पहले सामान्य धाराएं, मौत के बाद हत्या का मामला दर्ज यह विवाद बीते रोज गांव मानकारी में हुआ था। घटना के बाद पुलिस ने शुरुआत में पांच आरोपियों के खिलाफ सामान्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। राकेश पटेल की मौत के बाद अब मामला हत्या में तब्दील कर दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा पुलिस ने मृतक राकेश पटेल के शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। वहीं, घायल हृदेश पटेल और उनकी मां कपूरी पटेल का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच तेज कर दी गई है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।