18 साल से अधूरा मसनगांव-हंडिया मार्ग:32 टेंडर के बाद भी अटका काम, 15 हजार लोग परेशान, बरसात से पहले सीमांकन की मांग

हरदा में मसनगांव से हंडिया तक बनने वाले मार्ग के सीमांकन की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर सिद्धार्थ जैन को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात शुरू होने वाली है, और वैकल्पिक मार्ग न होने के कारण 17 गांवों के 15 हजार से अधिक लोग प्रभावित होंगे। 32 बार टेंडर, फिर भी काम अधूरा ग्रामीण कैलाश शर्मा ने बताया कि बीते 18 वर्षों में 32 बार टेंडर हो चुके हैं। कई बार चक्काजाम और प्रदर्शन हुए, लेकिन निर्माण पूरा नहीं हो सका। 59 करोड़ की लागत से कार्य शुरू हुआ था, पर ठेकेदार ने महज 2 किलोमीटर अर्थवर्क कर काम रोक दिया। सीमांकन न होने से अटका निर्माण ग्रामीणों ने बताया कि राजस्व विभाग ने अब तक किसानों की अधिग्रहित भूमि का सीमांकन नहीं किया है। यही वजह है कि निर्माण का अगला चरण रुका हुआ है। कलेक्टर जैन ने दो दिन में सीमांकन शुरू कराने का आश्वासन दिया है। जनसुनवाई में पहले भी उठ चुका है मुद्दा ग्रामीणों का आरोप है कि 4 से 5 जनसुनवाइयों में पहले भी आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसडीएम बोले- मुआवजा प्रक्रिया जारी इस मामले में एसडीएम कुमार शानू देवड़िया ने बताया कि अलग-अलग गांवों के किसानों की भूमि अधिग्रहित की जानी है। प्रक्रिया जारी है और मुआवजा पास होते ही निर्माण कार्य फिर से शुरू कराया जाएगा।

18 साल से अधूरा मसनगांव-हंडिया मार्ग:32 टेंडर के बाद भी अटका काम, 15 हजार लोग परेशान, बरसात से पहले सीमांकन की मांग
हरदा में मसनगांव से हंडिया तक बनने वाले मार्ग के सीमांकन की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर सिद्धार्थ जैन को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात शुरू होने वाली है, और वैकल्पिक मार्ग न होने के कारण 17 गांवों के 15 हजार से अधिक लोग प्रभावित होंगे। 32 बार टेंडर, फिर भी काम अधूरा ग्रामीण कैलाश शर्मा ने बताया कि बीते 18 वर्षों में 32 बार टेंडर हो चुके हैं। कई बार चक्काजाम और प्रदर्शन हुए, लेकिन निर्माण पूरा नहीं हो सका। 59 करोड़ की लागत से कार्य शुरू हुआ था, पर ठेकेदार ने महज 2 किलोमीटर अर्थवर्क कर काम रोक दिया। सीमांकन न होने से अटका निर्माण ग्रामीणों ने बताया कि राजस्व विभाग ने अब तक किसानों की अधिग्रहित भूमि का सीमांकन नहीं किया है। यही वजह है कि निर्माण का अगला चरण रुका हुआ है। कलेक्टर जैन ने दो दिन में सीमांकन शुरू कराने का आश्वासन दिया है। जनसुनवाई में पहले भी उठ चुका है मुद्दा ग्रामीणों का आरोप है कि 4 से 5 जनसुनवाइयों में पहले भी आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसडीएम बोले- मुआवजा प्रक्रिया जारी इस मामले में एसडीएम कुमार शानू देवड़िया ने बताया कि अलग-अलग गांवों के किसानों की भूमि अधिग्रहित की जानी है। प्रक्रिया जारी है और मुआवजा पास होते ही निर्माण कार्य फिर से शुरू कराया जाएगा।