आपातकाल के 50 साल, एबीवीपी का मशाल जुलूस:हरदा में कार्यकर्ताओं ने निकाली यात्रा, लोकतंत्र की रक्षा का लिया संकल्प
हरदा में बुधवार शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आपातकाल की 50वीं बरसी पर मशाल यात्रा निकाली। यात्रा परशुराम चौक से शुरू होकर घंटाघर चौक तक पहुंची। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया। एबीवीपी जिला प्रमुख राजेश दीक्षित ने कहा, "इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार द्वारा लगाया गया आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय है। उस समय करोड़ों भारतीयों के अधिकार छीने गए और 11 लाख लोगों को जेल में डाला गया।" नगर मंत्री दीपेश चौबे ने कहा, "आपातकाल में नागरिकों के मौलिक अधिकार खत्म कर दिए गए थे। एबीवीपी लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर है।" अत्याचारों को याद किया, लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प मशाल यात्रा में आपातकाल के दौरान हुए अत्याचारों को याद किया गया। जिला संयोजक सूदन मानकर ने कहा, "यह यात्रा लोकतंत्र की रक्षा की प्रतिज्ञा है। एबीवीपी आगे भी नागरिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए संघर्ष करती रहेगी।" कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस संदेश को देशभर में फैलाने की जरूरत है ताकि आजाद भारत में कोई भी सरकार दोबारा आपातकाल जैसी स्थिति थोपने की हिम्मत न कर सके।
