पत्रकारों ने सुरक्षा कानून बनाने समेत चार मांगें रखीं:प्रदर्शन में हुए हमले के बाद मीडियाकर्मियों में नाराजगी; SP को दिया सुरक्षा ज्ञापन
मंदसौर के पत्रकारों ने सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर पत्रकार सुरक्षा को लेकर एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में पत्रकारों ने आंदोलन, प्रदर्शन, अपराध और दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग के दौरान हो रहे खतरों को लेकर गहरी चिंता जताते हुए सुरक्षा की मांग की है। पत्रकारों के मुताबिक वो लगातार कवरेज में लगे रहते हैं, जिससे कई बार उन्हें असामाजिक तत्वों और भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ता है। हाल ही में जीवनसिंह शेरपुर के प्रदर्शन के दौरान एक पत्रकार साथी पर हमला हुआ, जिससे पत्रकारों में डर भरा हुआ है। पत्रकारों ने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका अहम है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। ज्ञापन में निम्नलिखित 4 प्रमुख मांगें रखी गईं- 1. ड्यूटी पर तैनात पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और अगर कोई पत्रकार किसी हमले या असुरक्षा महसूस करे तो तुरंत कार्रवाई हो। 2. जीवनसिंह शेरपुर के प्रदर्शन के दौरान हुई घटना की जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए। 3. पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। 4. पत्रकारों के साथ प्रशासन नियमित बैठकें कर संवाद स्थापित करे और गंभीर मामलों पर उनकी राय सुने। आंदोलन की चेतावनी
पत्रकारों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होंगे। इस दौरान जिले के वरिष्ठ पत्रकार, छायाकार और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग
यंग मीडिया क्लब के जिला अध्यक्ष चरण राजपाल ने बताया कि कुछ दिनों पहले विपिन उर्फ गोलू चौहान के साथ कुछ शरारती तत्वों ने बदतमीजी करी, उन्हें अग्निशमन गाड़ी से फेंकने की कोशिश की गई। हमने पत्रकार सुरक्षा कानून और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन एसडीओपी कीर्ति बघेल को सौंपा। एसडीओपी कीर्ति बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकार के साथ प्रदर्शनकारियों द्वारा अभद्रता की गई है, इसी संबंध ज्ञापन प्राप्त हुआ है। इसके अलावा पत्रकार संगठन द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग की गई है।
मंदसौर के पत्रकारों ने सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर पत्रकार सुरक्षा को लेकर एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में पत्रकारों ने आंदोलन, प्रदर्शन, अपराध और दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग के दौरान हो रहे खतरों को लेकर गहरी चिंता जताते हुए सुरक्षा की मांग की है। पत्रकारों के मुताबिक वो लगातार कवरेज में लगे रहते हैं, जिससे कई बार उन्हें असामाजिक तत्वों और भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ता है। हाल ही में जीवनसिंह शेरपुर के प्रदर्शन के दौरान एक पत्रकार साथी पर हमला हुआ, जिससे पत्रकारों में डर भरा हुआ है। पत्रकारों ने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका अहम है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। ज्ञापन में निम्नलिखित 4 प्रमुख मांगें रखी गईं- 1. ड्यूटी पर तैनात पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और अगर कोई पत्रकार किसी हमले या असुरक्षा महसूस करे तो तुरंत कार्रवाई हो। 2. जीवनसिंह शेरपुर के प्रदर्शन के दौरान हुई घटना की जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए। 3. पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। 4. पत्रकारों के साथ प्रशासन नियमित बैठकें कर संवाद स्थापित करे और गंभीर मामलों पर उनकी राय सुने। आंदोलन की चेतावनी
पत्रकारों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होंगे। इस दौरान जिले के वरिष्ठ पत्रकार, छायाकार और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग
यंग मीडिया क्लब के जिला अध्यक्ष चरण राजपाल ने बताया कि कुछ दिनों पहले विपिन उर्फ गोलू चौहान के साथ कुछ शरारती तत्वों ने बदतमीजी करी, उन्हें अग्निशमन गाड़ी से फेंकने की कोशिश की गई। हमने पत्रकार सुरक्षा कानून और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन एसडीओपी कीर्ति बघेल को सौंपा। एसडीओपी कीर्ति बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकार के साथ प्रदर्शनकारियों द्वारा अभद्रता की गई है, इसी संबंध ज्ञापन प्राप्त हुआ है। इसके अलावा पत्रकार संगठन द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग की गई है।