बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सात हाथियों की मौत:जहरखुरानी की आशंका; आठ डॉक्टरों की टीम कर रही पोस्टमार्टम
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सात हाथियों की मौत:जहरखुरानी की आशंका; आठ डॉक्टरों की टीम कर रही पोस्टमार्टम
उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सात जंगली हाथियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। मंगलवार को जंगल में चार हाथी मृत मिले थे। इलाज के दौरान बुधवार सुबह तक तीन हाथियों ने दम तोड़ दिया। बाकी तीन हाथियों की हालत भी गंभीर है। डॉक्टरों ने प्राथमिक तौर पर जहरखुरानी की आशंका जताई है। आठ डॉक्टरों की टाीम हाथियों का पोस्टमार्टम कर रही है। इसके बाद हाथियों को दफनाया जाएगा। बांधवगढ़ , संजय टाइगर रिजर्व समेत कटनी व उमरिया और स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ जबलपुर के वेटरनरी डॉक्टर हाथियों के इलाज में जुटे हैं। भोपाल से एसटीएफ की टीम भी पहुंची है। पांच किलोमीटर के एरिया में जांच की जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे सूचना मिली कि जंगल में 13 हाथियों का झुंड घूम रहा था। खितौली और पतौर परिक्षेत्र के सलखनियां में आठ हाथियों की तबीयत बिगड़ गई। सभी बेहोश होकर गिर गए। इसके बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से डॉक्टरों का दल और अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने चार हाथियों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, चार हाथियों की हालत गंभीर बताई थी। झुड बनाकर घूमते हैं हाथी उपसंचालक ने बताया कि रिजर्व में 60 से ज्यादा जंगली हाथी हैं, जो अलग-अलग झुंड बनाकर घूमते हैं। इनकी देखरेख के लिए रोजाना जंगल में गश्ती दल गश्त करता है। आठ हाथी 100 से 200 मीटर के एरिया में बेहोश पड़े थे। डॉक्टराें का कहना है कि हाथियों ने किसी जहरीले या नशीले पदार्थ का सेवन किया है। इस एरिया में कोदो-कुटकी भी होती है। आशंका है कि हाथियों ने ज्यादा मात्रा या अधपका कोदो-कुटकी खाया होगा, इससे डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। तीन हाथियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा मंगलवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, जबलपुर, उमरिया और कटनी से आठ से ज्यादा वेटरनरी डॉक्टर पहुंचे थे। रातभर चले इलाज के दौरान तीन हाथियों ने भी दम तोड़ दिया। वहीं, तीन की हालत भी गंभीर है। बाकी तीन हाथियों की जंगल में निगरानी की जा रही है। इसके लिए एसडीओ लेवल के दो अफसरों की टीम पैदल हाथियों के पीछे चल रही है। पीएम के बाद होगा अंतिम संस्कार बांधवगढ़ संजय टाइगर रिजर्व समेत पशु चिकित्सक, जबलपुर के करीब 8 से अधिक डाॅक्टरों की टीम हाथियाें के पीएम कर रही है। इसके बाद हाथियों को घटनास्थल के पास ही दफनाया जाएगा। दो जेसीबी की मदद से गढ्ढे खुदवाए जा रहे हैं। अंतिम संस्कार के लिए 300 बोरी नमक भी मंगवाया गया है। एसटीएफ पहुंची बांधवगढ़ मौके पर बुधवार को भोपाल से एसटीएफ की टीम भी बांधवगढ़ पहुंची है। टीम वन विभाग के स्टाफ के साथ एरिया की जांच कर रही है। डॉग स्क्वॉड और प्रबंधन के अधिकारियों के साथ सर्चिंग में जुटी है। मौके पर डॉग स्क्वॉड को बुलाकर सर्चिंग करवाई जा रही है। जांच के लिए पांच टीमें भी बना दी गई हैं। यह भी पढ़ें- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चार हाथियों की मौत, 4 गंभीर उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मंगलवार को चार जंगली हाथियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। वहीं, चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना मंगलवार शाम करीब 4 बजे खितौली रेंज के सलखनियां के जंगल की है। जानकारी मिलने के बाद टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची। आशंका है कि हाथियों ने कोई जहरीला पदार्थ खाया या उन्हें खिलाया गया है। पढ़ें पूरी खबर
उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सात जंगली हाथियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। मंगलवार को जंगल में चार हाथी मृत मिले थे। इलाज के दौरान बुधवार सुबह तक तीन हाथियों ने दम तोड़ दिया। बाकी तीन हाथियों की हालत भी गंभीर है। डॉक्टरों ने प्राथमिक तौर पर जहरखुरानी की आशंका जताई है। आठ डॉक्टरों की टाीम हाथियों का पोस्टमार्टम कर रही है। इसके बाद हाथियों को दफनाया जाएगा। बांधवगढ़ , संजय टाइगर रिजर्व समेत कटनी व उमरिया और स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ जबलपुर के वेटरनरी डॉक्टर हाथियों के इलाज में जुटे हैं। भोपाल से एसटीएफ की टीम भी पहुंची है। पांच किलोमीटर के एरिया में जांच की जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे सूचना मिली कि जंगल में 13 हाथियों का झुंड घूम रहा था। खितौली और पतौर परिक्षेत्र के सलखनियां में आठ हाथियों की तबीयत बिगड़ गई। सभी बेहोश होकर गिर गए। इसके बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से डॉक्टरों का दल और अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने चार हाथियों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, चार हाथियों की हालत गंभीर बताई थी। झुड बनाकर घूमते हैं हाथी उपसंचालक ने बताया कि रिजर्व में 60 से ज्यादा जंगली हाथी हैं, जो अलग-अलग झुंड बनाकर घूमते हैं। इनकी देखरेख के लिए रोजाना जंगल में गश्ती दल गश्त करता है। आठ हाथी 100 से 200 मीटर के एरिया में बेहोश पड़े थे। डॉक्टराें का कहना है कि हाथियों ने किसी जहरीले या नशीले पदार्थ का सेवन किया है। इस एरिया में कोदो-कुटकी भी होती है। आशंका है कि हाथियों ने ज्यादा मात्रा या अधपका कोदो-कुटकी खाया होगा, इससे डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। तीन हाथियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा मंगलवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, जबलपुर, उमरिया और कटनी से आठ से ज्यादा वेटरनरी डॉक्टर पहुंचे थे। रातभर चले इलाज के दौरान तीन हाथियों ने भी दम तोड़ दिया। वहीं, तीन की हालत भी गंभीर है। बाकी तीन हाथियों की जंगल में निगरानी की जा रही है। इसके लिए एसडीओ लेवल के दो अफसरों की टीम पैदल हाथियों के पीछे चल रही है। पीएम के बाद होगा अंतिम संस्कार बांधवगढ़ संजय टाइगर रिजर्व समेत पशु चिकित्सक, जबलपुर के करीब 8 से अधिक डाॅक्टरों की टीम हाथियाें के पीएम कर रही है। इसके बाद हाथियों को घटनास्थल के पास ही दफनाया जाएगा। दो जेसीबी की मदद से गढ्ढे खुदवाए जा रहे हैं। अंतिम संस्कार के लिए 300 बोरी नमक भी मंगवाया गया है। एसटीएफ पहुंची बांधवगढ़ मौके पर बुधवार को भोपाल से एसटीएफ की टीम भी बांधवगढ़ पहुंची है। टीम वन विभाग के स्टाफ के साथ एरिया की जांच कर रही है। डॉग स्क्वॉड और प्रबंधन के अधिकारियों के साथ सर्चिंग में जुटी है। मौके पर डॉग स्क्वॉड को बुलाकर सर्चिंग करवाई जा रही है। जांच के लिए पांच टीमें भी बना दी गई हैं। यह भी पढ़ें- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चार हाथियों की मौत, 4 गंभीर उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मंगलवार को चार जंगली हाथियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। वहीं, चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना मंगलवार शाम करीब 4 बजे खितौली रेंज के सलखनियां के जंगल की है। जानकारी मिलने के बाद टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची। आशंका है कि हाथियों ने कोई जहरीला पदार्थ खाया या उन्हें खिलाया गया है। पढ़ें पूरी खबर