रीवा में यूं किया जाता है स्मैक का कारोबार:देखिए पैकिंग से लेकर बिक्री तक का स्टिंग वीडियो; 500 ग्राम हेरोइन साढ़े 5 लाख रुपए में
रीवा जिले के चाकघाट में स्मैक (हेरोइन) का कारोबार खुलेआम हो रहा है। चाकघाट में इन दिनों युवक स्मैक के शौकीन हो गए हैं। जिसकी खबर स्थानीय लोगों द्वारा कई बार जिला प्रशासन और पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस के द्वारा मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। उधर पुलिस नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान भी चला चुकी है। आज भास्कर आपको स्टिंग वीडियो के जरिए दिखा रहा है कि रीवा में स्मैक का कारोबार कैसे किया जाता है। कैसे इसकी बिक्री की जाती है और कैसे इसकी पैकिंग की जाती है। यह स्टिंग महज 3 दिन पहले किया गया। जहां भास्कर ने स्मैक की बिक्री से लेकर पैकिंग तक को कैमरे में कैद किया, ताकि रीवा में ड्रग्स और नशे के बढ़ते कारोबार का पर्दाफाश किया जा सके। स्मैक बेच रही महिला अनीता साहू पति बुद्धीलाल साहू उम्र 35 वर्ष है। जो कि चाकघाट के वॉर्ड क्रमांक 1 की रहने वाली है। जो वॉर्ड क्रमांक 1 में ही वर्षों से स्मैक का कारोबार करती आ रही है। अब तक डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल,सांसद जनार्दन मिश्रा और विधायक अभय मिश्रा ने रीवा में कोरेक्स के बढ़ते प्रचलन पर ही चिंता जताई थी। लेकिन अब रीवा कोरेक्स के नशे से एक कदम आगे निकल गया है। 1500 रुपए प्रति ग्राम, पुड़िया बनाकर 200-300 में बिक रही
दरअसल नाम न बताने की शर्त पर कारोबारी के एक खास व्यक्ति ने बताया कि स्मैक बहुत महंगा है। 1500 रुपए में 1 ग्राम खरीदते हैं। जबकि 100 ग्राम स्मैक 1 लाख 10 हजार रुपए में पड़ता है। 500 ग्राम स्मैक आराम से साढ़े 5 लाख रुपए में मिल जाता है। छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर 200 से 300 रुपए में बेचते हैं। स्टिंग वीडियो में देखा जा सकता है कि रीवा में कैसे खुलेआम ड्रग्स और स्मैक का नशा बेचा जा रहा है। महिला तकरीबन 4 सालों से उसी जगह पर स्मैक बेच रही है। लेकिन पुलिस अब तक उस पर ड्रग्स अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही नहीं कर पाई है। जनप्रतिनिधि बोले- पुलिस बचा रही, कोरेक्स का केस बता रही
हालात यह है कि अब जनप्रतिनिधि और आम लोग भी गुहार लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि प्रशासन और पुलिस इस पर जल्द लगाम लगाए। क्योंकि बड़ी संख्या में इलाके के युवा अब इस खतरनाक ड्रग्स के नशे की चपेट में आने लगे हैं। स्थानीय निवासी अजय कुमार केसरवानी,पूर्व उपाध्यक्ष नगर परिषद चाकघाट ने कहा कि दबाव आने पर पुलिस ने महिला पर स्मैक बेचने की कार्यवाही करने की जगह उसे कोरेक्स बिक्री का मामला बताना शुरू कर दिया। जबकि महिला और उसके परिवार ने कभी भी कोरेक्स की बिक्री नहीं की। हमेशा उनके द्वारा स्मैक की बिक्री होती आई है। यानी बचाने की कवायद जारी है। वहीं स्मैक की बिक्री भी लगातार जारी है। सुरेश कुमार पांडेय ने बताया कि लंबे समय से चाकघाट इलाके में स्मैक का कारोबार फल फूल रहा है। लेकिन अब तक ड्रग्स के इस कारोबार पर कार्यवाही नहीं की गई। यही कारण है कि उड़ता पंजाब की तर्ज पर अब उड़ता रीवा और उड़ता चाकघाट भी देखने को मिल रहा है। युवा पीढ़ी ड्रग्स के नशे की चपेट में आ रही है। आखिरकार स्मैक बेचने की धाराओं के तहत कार्यवाही कब की जाएगी। एसपी ने दिए कार्रवाई के निर्देश
पूरे मामले में एसपी विवेक सिंह ने कार्यवाही के निर्देश दिए हैं और संबंधित थानों को निर्देशित भी किया है। हालांकि पुलिस इस पर अभी क्या कार्यवाही करने वाली है,यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। स्मैक से होता है दिमाग सुन्न, अंगों को नुकसान
डॉक्टर्स के मुताबिक स्मैक का नशा करने के बाद व्यक्ति दिमागी सुन्नपन और उच्च रक्तचाप की चपेट में आ जाता है। इसका असर स्नायु तंत्र पर बहुत तेजी से होता है। इससे फेफड़े,किडनी और लीवर के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।
रीवा जिले के चाकघाट में स्मैक (हेरोइन) का कारोबार खुलेआम हो रहा है। चाकघाट में इन दिनों युवक स्मैक के शौकीन हो गए हैं। जिसकी खबर स्थानीय लोगों द्वारा कई बार जिला प्रशासन और पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस के द्वारा मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। उधर पुलिस नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान भी चला चुकी है। आज भास्कर आपको स्टिंग वीडियो के जरिए दिखा रहा है कि रीवा में स्मैक का कारोबार कैसे किया जाता है। कैसे इसकी बिक्री की जाती है और कैसे इसकी पैकिंग की जाती है। यह स्टिंग महज 3 दिन पहले किया गया। जहां भास्कर ने स्मैक की बिक्री से लेकर पैकिंग तक को कैमरे में कैद किया, ताकि रीवा में ड्रग्स और नशे के बढ़ते कारोबार का पर्दाफाश किया जा सके। स्मैक बेच रही महिला अनीता साहू पति बुद्धीलाल साहू उम्र 35 वर्ष है। जो कि चाकघाट के वॉर्ड क्रमांक 1 की रहने वाली है। जो वॉर्ड क्रमांक 1 में ही वर्षों से स्मैक का कारोबार करती आ रही है। अब तक डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल,सांसद जनार्दन मिश्रा और विधायक अभय मिश्रा ने रीवा में कोरेक्स के बढ़ते प्रचलन पर ही चिंता जताई थी। लेकिन अब रीवा कोरेक्स के नशे से एक कदम आगे निकल गया है। 1500 रुपए प्रति ग्राम, पुड़िया बनाकर 200-300 में बिक रही
दरअसल नाम न बताने की शर्त पर कारोबारी के एक खास व्यक्ति ने बताया कि स्मैक बहुत महंगा है। 1500 रुपए में 1 ग्राम खरीदते हैं। जबकि 100 ग्राम स्मैक 1 लाख 10 हजार रुपए में पड़ता है। 500 ग्राम स्मैक आराम से साढ़े 5 लाख रुपए में मिल जाता है। छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर 200 से 300 रुपए में बेचते हैं। स्टिंग वीडियो में देखा जा सकता है कि रीवा में कैसे खुलेआम ड्रग्स और स्मैक का नशा बेचा जा रहा है। महिला तकरीबन 4 सालों से उसी जगह पर स्मैक बेच रही है। लेकिन पुलिस अब तक उस पर ड्रग्स अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही नहीं कर पाई है। जनप्रतिनिधि बोले- पुलिस बचा रही, कोरेक्स का केस बता रही
हालात यह है कि अब जनप्रतिनिधि और आम लोग भी गुहार लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि प्रशासन और पुलिस इस पर जल्द लगाम लगाए। क्योंकि बड़ी संख्या में इलाके के युवा अब इस खतरनाक ड्रग्स के नशे की चपेट में आने लगे हैं। स्थानीय निवासी अजय कुमार केसरवानी,पूर्व उपाध्यक्ष नगर परिषद चाकघाट ने कहा कि दबाव आने पर पुलिस ने महिला पर स्मैक बेचने की कार्यवाही करने की जगह उसे कोरेक्स बिक्री का मामला बताना शुरू कर दिया। जबकि महिला और उसके परिवार ने कभी भी कोरेक्स की बिक्री नहीं की। हमेशा उनके द्वारा स्मैक की बिक्री होती आई है। यानी बचाने की कवायद जारी है। वहीं स्मैक की बिक्री भी लगातार जारी है। सुरेश कुमार पांडेय ने बताया कि लंबे समय से चाकघाट इलाके में स्मैक का कारोबार फल फूल रहा है। लेकिन अब तक ड्रग्स के इस कारोबार पर कार्यवाही नहीं की गई। यही कारण है कि उड़ता पंजाब की तर्ज पर अब उड़ता रीवा और उड़ता चाकघाट भी देखने को मिल रहा है। युवा पीढ़ी ड्रग्स के नशे की चपेट में आ रही है। आखिरकार स्मैक बेचने की धाराओं के तहत कार्यवाही कब की जाएगी। एसपी ने दिए कार्रवाई के निर्देश
पूरे मामले में एसपी विवेक सिंह ने कार्यवाही के निर्देश दिए हैं और संबंधित थानों को निर्देशित भी किया है। हालांकि पुलिस इस पर अभी क्या कार्यवाही करने वाली है,यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। स्मैक से होता है दिमाग सुन्न, अंगों को नुकसान
डॉक्टर्स के मुताबिक स्मैक का नशा करने के बाद व्यक्ति दिमागी सुन्नपन और उच्च रक्तचाप की चपेट में आ जाता है। इसका असर स्नायु तंत्र पर बहुत तेजी से होता है। इससे फेफड़े,किडनी और लीवर के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।