खंडवा में बीजेपी नेता नर्मदा में गिरे, 10km तक बहे:बोले-पैर फिसलने से डूबा, गेम खेल रहे लड़कों ने बचाया; देवास कार्यकारिणी में नहीं है नाम
देवास बीजेपी के एक नेता ने रविवार रात में खंडवा के मोरटक्का पुल से नर्मदा नदी में गिर गए। 10 किलोमीटर तक बहते हुए मदद की गुहार लगाता रहे। नर्मदा किनारे पबजी गेम खेल रहे लड़कों ने देखा तो नाव छोड़कर उन्हेंं सुरक्षित बाहर निकाला। नेता की पहचान पोपेंदरसिंह बग्गा के रूप में हुई है। जो देवास बीजेपी में जिला महामंत्री रह चुके है। इंदौर क्षेत्र में बड़े शराब ठेकेदार हैं। पुलिस पूछताछ में बग्गा ने कहा कि- पैर फिसलने से वह डूब गया। मोबाइल बंद, स्कूटी पार्क की, चप्पल छोड़ी, कहा- फिसल गया 60 वर्षीय पोपेंदरसिंह बग्गा देवास के कांटाफोड थाना क्षेत्र के ग्राम लोहारदा के रहने वाले हैं। वे फिलहाल इंदौर के विष्णुपुरी क्षेत्र में रहते हैं। रविवार दोपहर से उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया। फिर स्कूटी लेकर ओंकारेश्वर के लिए निकल गए। रात तक ओंकारेश्वर में घूमते रहे। साढ़े 8 बजे के करीब मोरटक्का पहुंचे और यहां गोपाल मिडवे हाेटल पर स्कूटी पार्क कर दी। इसके बाद 100 फीट तक पैदल चलकर मोरटक्का पुल पर पहुंचे। जहां बतौर सुरक्षा रैलिंग लगी हुई थी। बग्गा ने वहां चप्पल छोड़ दी। एक युवक ने उन्हें कूदते हुए देखा। करीब आधे घंटे बाद वे 10 किलोमीटर दूर आली गांव में मिल गए। मिलने के बाद मोरटक्का पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो कहा कि पैर फिसल गया था, जिससे कि वह नर्मदा नदी में गिर गए। पुलिस ने उन्हें इंदौर से आए बेटे के सुपुर्द कर दिया। तैरते आता था, पबजी गेम खेल रहे लड़कों ने बचाया
पुलिस पूछताछ में पोपेंदरसिंह बग्गा ने बताया कि तैरते हुए आता था। वे जान बचाने का प्रयास करता रहे, नर्मदा उफान पर थी। 5 से 10 मिनट में वह मोरटक्का पुल से 10 किलोमीटर दूर आली गांव के पास पहुंच गया। इधर, आली गांव में नर्मदा किनारे नाव में बैठकर कुछ लड़के पबजी गेम खेल रहे थे। उन्होंने बग्गा की आवाज सुनी और तत्काल नाव छोड़ी और नाव लेकर बग्गा के पास पहुंच गए। सुरक्षित बाहर निकाला और आश्रम पर ले गए। जहां सूखे कपड़े पहनाए और चाय-भोजन कराया। देर रात इंदौर से उनका बेटा वहां पहुंचा और घर ले गया। बेटे की मौत से टूट गए, संगठन में भी जगह नहीं पुलिस पूछताछ में भाजपा नेता व शराब कारोबारी पोपेंदर बग्गा ने सुसाइड अटैम्प वाली बात खारिज कर दी। लेकिन देवास बीजेपी से जुड़े बग्गा के करीबी बताते हैं कि, एक साल पहले उनके एक बेटे की मौत हो गई थी। तबसे वे टूट गए थे और लगातार तनाव में चल रहे है। रविवार को भी उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया। लग्जरी कार रखने वाले बग्गा भला स्कूटी लेकर इंदौर से 100 किलोमीटर दूर ओंकारेश्वर पहुंच गए। इधर, दूसरी वजह यह भी सामने आई कि देवास बीजेपी में बग्गा अब तक जिला महामंत्री जैसे बड़े पद पर थे। पूर्व में प्रदेश कार्यकारिणी में भी रह चुके है। लेकिन कल रविवार के दिन ही भाजपा ने देवास जिले की नई कार्यकारिणी घोषित की, इसमें बग्गा का नाम नहीं था। जबकि इसी सूची में पूर्व के दो जिला महामंत्री रिपीट हुए हैं। खुद फिसलना बताया, परिजन के सुपुर्द कर दिया
मोरटक्का चौकी प्रभारी लखन डावर ने बताया कि, घटना रविवार रात 9 बजे की है। इंदौर निवासी पोपेंदर बग्गा अपने घर-परिवार में बिना बताए स्कूटी से ओंकारेश्वर और फिर मोरटक्का आए थे। गोपाल मिडवे के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि बग्गा ने स्कूटी पार्क की, फिर वे पुल की तरफ गए। नर्मदा में डूबने के बाद उन्हें आली गांव के लड़कों ने सुरक्षित बाहर निकाला। बग्गा ने पैर फिसलने से गिरना बताया है। पुलिस ने पूछताछ के बाद उनके बेटे के सुपुर्द कर दिया है।
देवास बीजेपी के एक नेता ने रविवार रात में खंडवा के मोरटक्का पुल से नर्मदा नदी में गिर गए। 10 किलोमीटर तक बहते हुए मदद की गुहार लगाता रहे। नर्मदा किनारे पबजी गेम खेल रहे लड़कों ने देखा तो नाव छोड़कर उन्हेंं सुरक्षित बाहर निकाला। नेता की पहचान पोपेंदरसिंह बग्गा के रूप में हुई है। जो देवास बीजेपी में जिला महामंत्री रह चुके है। इंदौर क्षेत्र में बड़े शराब ठेकेदार हैं। पुलिस पूछताछ में बग्गा ने कहा कि- पैर फिसलने से वह डूब गया। मोबाइल बंद, स्कूटी पार्क की, चप्पल छोड़ी, कहा- फिसल गया 60 वर्षीय पोपेंदरसिंह बग्गा देवास के कांटाफोड थाना क्षेत्र के ग्राम लोहारदा के रहने वाले हैं। वे फिलहाल इंदौर के विष्णुपुरी क्षेत्र में रहते हैं। रविवार दोपहर से उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया। फिर स्कूटी लेकर ओंकारेश्वर के लिए निकल गए। रात तक ओंकारेश्वर में घूमते रहे। साढ़े 8 बजे के करीब मोरटक्का पहुंचे और यहां गोपाल मिडवे हाेटल पर स्कूटी पार्क कर दी। इसके बाद 100 फीट तक पैदल चलकर मोरटक्का पुल पर पहुंचे। जहां बतौर सुरक्षा रैलिंग लगी हुई थी। बग्गा ने वहां चप्पल छोड़ दी। एक युवक ने उन्हें कूदते हुए देखा। करीब आधे घंटे बाद वे 10 किलोमीटर दूर आली गांव में मिल गए। मिलने के बाद मोरटक्का पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो कहा कि पैर फिसल गया था, जिससे कि वह नर्मदा नदी में गिर गए। पुलिस ने उन्हें इंदौर से आए बेटे के सुपुर्द कर दिया। तैरते आता था, पबजी गेम खेल रहे लड़कों ने बचाया
पुलिस पूछताछ में पोपेंदरसिंह बग्गा ने बताया कि तैरते हुए आता था। वे जान बचाने का प्रयास करता रहे, नर्मदा उफान पर थी। 5 से 10 मिनट में वह मोरटक्का पुल से 10 किलोमीटर दूर आली गांव के पास पहुंच गया। इधर, आली गांव में नर्मदा किनारे नाव में बैठकर कुछ लड़के पबजी गेम खेल रहे थे। उन्होंने बग्गा की आवाज सुनी और तत्काल नाव छोड़ी और नाव लेकर बग्गा के पास पहुंच गए। सुरक्षित बाहर निकाला और आश्रम पर ले गए। जहां सूखे कपड़े पहनाए और चाय-भोजन कराया। देर रात इंदौर से उनका बेटा वहां पहुंचा और घर ले गया। बेटे की मौत से टूट गए, संगठन में भी जगह नहीं पुलिस पूछताछ में भाजपा नेता व शराब कारोबारी पोपेंदर बग्गा ने सुसाइड अटैम्प वाली बात खारिज कर दी। लेकिन देवास बीजेपी से जुड़े बग्गा के करीबी बताते हैं कि, एक साल पहले उनके एक बेटे की मौत हो गई थी। तबसे वे टूट गए थे और लगातार तनाव में चल रहे है। रविवार को भी उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया। लग्जरी कार रखने वाले बग्गा भला स्कूटी लेकर इंदौर से 100 किलोमीटर दूर ओंकारेश्वर पहुंच गए। इधर, दूसरी वजह यह भी सामने आई कि देवास बीजेपी में बग्गा अब तक जिला महामंत्री जैसे बड़े पद पर थे। पूर्व में प्रदेश कार्यकारिणी में भी रह चुके है। लेकिन कल रविवार के दिन ही भाजपा ने देवास जिले की नई कार्यकारिणी घोषित की, इसमें बग्गा का नाम नहीं था। जबकि इसी सूची में पूर्व के दो जिला महामंत्री रिपीट हुए हैं। खुद फिसलना बताया, परिजन के सुपुर्द कर दिया
मोरटक्का चौकी प्रभारी लखन डावर ने बताया कि, घटना रविवार रात 9 बजे की है। इंदौर निवासी पोपेंदर बग्गा अपने घर-परिवार में बिना बताए स्कूटी से ओंकारेश्वर और फिर मोरटक्का आए थे। गोपाल मिडवे के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि बग्गा ने स्कूटी पार्क की, फिर वे पुल की तरफ गए। नर्मदा में डूबने के बाद उन्हें आली गांव के लड़कों ने सुरक्षित बाहर निकाला। बग्गा ने पैर फिसलने से गिरना बताया है। पुलिस ने पूछताछ के बाद उनके बेटे के सुपुर्द कर दिया है।