रतलाम में छोलाछाप के इलाज से बुजुर्ग की मौत:ना डिग्री मिली, नहीं रजिस्ट्रेशन; क्लीनिक सील, पुलिस ने दर्ज किया केस
रतलाम में छोलाछाप के इलाज से बुजुर्ग की मौत:ना डिग्री मिली, नहीं रजिस्ट्रेशन; क्लीनिक सील, पुलिस ने दर्ज किया केस
रतलाम जिले के सरवन में झोलाछाप इलाज कराने से बुजुर्ग धनजी की मौत हो गई। इलाज करने वाले विवेकानंद मंडल के पास ना तो डिग्री थी और ना ही स्वास्थ्य विभाग का रजिस्ट्रेशन। मृतक के बेटे सुनील मईड़ा की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी। सुनील मईड़ा ने बताया, "मेरे पिता धनजी को दो दिन पहले बुखार आया था। उनका इलाज महापुरा निवासी झोलाछाप क्लीनिक पर कराया। पिता ठीक थे। रविवार सुबह 7 बजे मैं और मेरे पिता सरवन आए। सुबह 10 बजे उनकी तबीयत खराब हो गई। इलाज के लिए उन्हें बस स्टैंड के पास डॉक्टर विवेकानंद मंडल के पास ले गया।" गलत इलाज से हुई मौत
सुनील ने कहा, "डॉक्टर ने मेरे पिता को एक गोली खिलाई और इंजेक्शन लगाया। कुछ देर बाद कहा कि सरकारी अस्पताल ले जाओ। मैं उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया, वहां डॉक्टर ने पिता को मृत घोषित कर दिया।" क्लीनिक बिना पंजीयन के था
सीएचएमओ डॉ. संध्या बेलसरे ने बताया, "विवेकानंद मंडल के पास उपचार से संबंधित कोई वैधानिक रजिस्ट्रेशन नहीं है। डिग्री भी नहीं है। क्लीनिक को सील कर दिया गया है। पंचनामा बनाकर पुलिस में केस दर्ज किया जा रहा है।" सरवन क्षेत्र में झोलाछाप इलाज से पहले भी 30 जुलाई को ग्राम सांकड़ में 14 वर्षीय बालक की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने उस क्लीनिक को तुरंत सील किया था और केस दर्ज कराया था, लेकिन जांच के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रतलाम जिले के सरवन में झोलाछाप इलाज कराने से बुजुर्ग धनजी की मौत हो गई। इलाज करने वाले विवेकानंद मंडल के पास ना तो डिग्री थी और ना ही स्वास्थ्य विभाग का रजिस्ट्रेशन। मृतक के बेटे सुनील मईड़ा की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी। सुनील मईड़ा ने बताया, "मेरे पिता धनजी को दो दिन पहले बुखार आया था। उनका इलाज महापुरा निवासी झोलाछाप क्लीनिक पर कराया। पिता ठीक थे। रविवार सुबह 7 बजे मैं और मेरे पिता सरवन आए। सुबह 10 बजे उनकी तबीयत खराब हो गई। इलाज के लिए उन्हें बस स्टैंड के पास डॉक्टर विवेकानंद मंडल के पास ले गया।" गलत इलाज से हुई मौत
सुनील ने कहा, "डॉक्टर ने मेरे पिता को एक गोली खिलाई और इंजेक्शन लगाया। कुछ देर बाद कहा कि सरकारी अस्पताल ले जाओ। मैं उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया, वहां डॉक्टर ने पिता को मृत घोषित कर दिया।" क्लीनिक बिना पंजीयन के था
सीएचएमओ डॉ. संध्या बेलसरे ने बताया, "विवेकानंद मंडल के पास उपचार से संबंधित कोई वैधानिक रजिस्ट्रेशन नहीं है। डिग्री भी नहीं है। क्लीनिक को सील कर दिया गया है। पंचनामा बनाकर पुलिस में केस दर्ज किया जा रहा है।" सरवन क्षेत्र में झोलाछाप इलाज से पहले भी 30 जुलाई को ग्राम सांकड़ में 14 वर्षीय बालक की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने उस क्लीनिक को तुरंत सील किया था और केस दर्ज कराया था, लेकिन जांच के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।