छिंदवाड़ा में छात्र आंदोलन के दौरान विवाद:छात्र नेता अर्पित तिवारी को जेल भेजा; बोले- एबीवीपी की शिकायत पर हुई कार्रवाई
छिंदवाड़ा के पीजी कॉलेज में छात्र आंदोलन के दौरान हुए विवाद में छात्र नेता अर्पित तिवारी को धर्मटेकड़ी चौकी पुलिस ने गुरुवार शाम हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। मामला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद से जुड़ा है। ज्ञापन को लेकर शुरू हुआ विवाद गुरुवार को कॉलेज परिसर में छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान छात्र नेता अर्पित तिवारी ने एनएसयूआई के लेटर हेड पर कॉलेज प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा। एनएसयूआई नेताओं ने इसका विरोध करते हुए कहा कि अर्पित तिवारी संगठन के अधिकृत पदाधिकारी नहीं हैं, इसलिए वे लेटर हेड का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसी बात को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ता भी आमने-सामने आ गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर की कार्रवाई तनाव बढ़ने पर पुलिस को मौके पर बुलाया गया। एबीवीपी की ओर से की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने अर्पित तिवारी को हिरासत में लिया। बाद में उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई और उन्हें जेल भेज दिया गया। पहले भी विवादों में रह चुके हैं अर्पित तिवारी धर्मटेकड़ी चौकी प्रभारी अविनाश पारधी ने बताया कि अर्पित तिवारी इससे पहले भी कॉलेज में उग्र प्रदर्शन के चलते निष्कासित किए जा चुके हैं। कॉलेज प्रबंधन द्वारा उनके खिलाफ पहले भी शिकायतें की जा चुकी हैं। अर्पित तिवारी ने लगाए राजनीतिक साजिश के आरोप वहीं, अर्पित तिवारी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें एबीवीपी और भाजपा के दबाव में झूठे आरोपों में फंसाकर जेल भेजा गया है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन बताया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कॉलेज परिसर में इस समय स्थिति शांत बनी हुई है, लेकिन छात्र संगठनों के बीच मतभेद अब भी कायम हैं। कॉलेज प्रशासन भी मामले को लेकर सतर्क नजर आ रहा है। यह मामला फिलहाल छात्र राजनीति में तूल पकड़ रहा है और दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए हैं। पुलिस की अगली कार्रवाई पर नजर बनी हुई है।
