बड़वानी के खाटूश्याम मंदिर में पहली बार रात्रि गरबा:महिलाएं रोज अलग रंग की साड़ियां पहनकर कर रही माता की आराधना
बड़वानी के खाटूश्याम मंदिर में पहली बार रात्रि गरबा:महिलाएं रोज अलग रंग की साड़ियां पहनकर कर रही माता की आराधना
बड़वानी के अंजड़ नगर में नवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। नगर के सभी माता मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। नगरी माता मंदिर, पाटीदार समाज का अंबिका माता मंदिर और सिर्वी समाज का आईमाता मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। गायत्री शक्तिपीठ पर प्रतिदिन सुबह 5 बजे से सामूहिक ध्यान और साधना का क्रम चल रहा है। सुबह 7 से 9:30 बजे तक पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ में आहुतियां दी जा रही हैं। नगर में जगह-जगह गरबा पंडाल सजाए गए हैं। नवरात्र के तीसरे दिन गरबा पंडालों में उत्साह चरम पर है। इस वर्ष पहली बार श्री खाटूश्याम मंदिर में रात्रि 10 से 12 बजे तक गरबे का आयोजन किया जा रहा है। सैकड़ों महिलाएं, युवक-युवतियां और बच्चे गुजराती गरबा की धुन पर नृत्य कर रहे हैं। महिलाएं रोज अलग-अलग रंग की साड़ियां पहनकर गरबा कर रही हैं। नवरात्र के तीसरे दिन पीले रंग की साड़ी पहनकर दीप प्रज्वलित कर माता की आराधना की गई। मंदिर प्रांगण में टीनशेड की व्यवस्था होने से बारिश में भी गरबा संभव है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैठने की उचित व्यवस्था के साथ पंखे और कूलर भी लगाए गए हैं। दूर-दूर से भक्तगण गरबा में भाग लेने आ रहे हैं।
बड़वानी के अंजड़ नगर में नवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। नगर के सभी माता मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। नगरी माता मंदिर, पाटीदार समाज का अंबिका माता मंदिर और सिर्वी समाज का आईमाता मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। गायत्री शक्तिपीठ पर प्रतिदिन सुबह 5 बजे से सामूहिक ध्यान और साधना का क्रम चल रहा है। सुबह 7 से 9:30 बजे तक पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ में आहुतियां दी जा रही हैं। नगर में जगह-जगह गरबा पंडाल सजाए गए हैं। नवरात्र के तीसरे दिन गरबा पंडालों में उत्साह चरम पर है। इस वर्ष पहली बार श्री खाटूश्याम मंदिर में रात्रि 10 से 12 बजे तक गरबे का आयोजन किया जा रहा है। सैकड़ों महिलाएं, युवक-युवतियां और बच्चे गुजराती गरबा की धुन पर नृत्य कर रहे हैं। महिलाएं रोज अलग-अलग रंग की साड़ियां पहनकर गरबा कर रही हैं। नवरात्र के तीसरे दिन पीले रंग की साड़ी पहनकर दीप प्रज्वलित कर माता की आराधना की गई। मंदिर प्रांगण में टीनशेड की व्यवस्था होने से बारिश में भी गरबा संभव है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैठने की उचित व्यवस्था के साथ पंखे और कूलर भी लगाए गए हैं। दूर-दूर से भक्तगण गरबा में भाग लेने आ रहे हैं।