सिरोंज में खाद की बोरी की आरती का मामला:जिला प्रशासन ने डीएपी की कमी से किया इनकार; कुल 275 टन भंडारण
सिरोंज में खाद की बोरी की आरती का मामला:जिला प्रशासन ने डीएपी की कमी से किया इनकार; कुल 275 टन भंडारण
सिरोंज में किसानों द्वारा डीएपी खाद की बोरी की आरती उतारने के मामले पर जिला प्रशासन ने प्रतिक्रिया दी है। प्रशासन का कहना है कि क्षेत्र में खाद की कोई कमी नहीं है। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने बताया कि सिरोंज क्षेत्र की 19 सेवा सहकारी समितियों में से 12 में वर्तमान में डीएपी खाद उपलब्ध है। सहकारी समितियों में कुल 275 टन डीएपी का भंडारण है। जिन किसानों की फार्मर आईडी बन चुकी है, उन्हें ई-टोकन उर्वरक वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद दी जा रही है। जिनकी फार्मर आईडी में तकनीकी समस्या है या अभी नहीं बनी है, उनके लिए एसडीएम स्तर पर सत्यापन के बाद वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त, शासकीय डबल लॉक केंद्र में भी 218 टन डीएपी का स्टॉक मौजूद है। निजी उर्वरक विक्रेताओं के पास भी पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि जिले में आवश्यकतानुसार डीएपी की रेक नियमित रूप से पहुँच रही हैं।
सिरोंज में किसानों द्वारा डीएपी खाद की बोरी की आरती उतारने के मामले पर जिला प्रशासन ने प्रतिक्रिया दी है। प्रशासन का कहना है कि क्षेत्र में खाद की कोई कमी नहीं है। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने बताया कि सिरोंज क्षेत्र की 19 सेवा सहकारी समितियों में से 12 में वर्तमान में डीएपी खाद उपलब्ध है। सहकारी समितियों में कुल 275 टन डीएपी का भंडारण है। जिन किसानों की फार्मर आईडी बन चुकी है, उन्हें ई-टोकन उर्वरक वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद दी जा रही है। जिनकी फार्मर आईडी में तकनीकी समस्या है या अभी नहीं बनी है, उनके लिए एसडीएम स्तर पर सत्यापन के बाद वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त, शासकीय डबल लॉक केंद्र में भी 218 टन डीएपी का स्टॉक मौजूद है। निजी उर्वरक विक्रेताओं के पास भी पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि जिले में आवश्यकतानुसार डीएपी की रेक नियमित रूप से पहुँच रही हैं।